Commissioner of police Lucknow again submitted arbitrary reports



 Grievance Status for registration number : PMOPG/E/2019/0361868

Grievance Concerns To

Name Of Complainant

Dinesh Pratap Singh

Date of Receipt

02/07/2019

Received By Ministry/Department

Prime Ministers Office

Grievance Description

प्रकरण शिकायत संख्या 40015719035344 आवेदक कर्ता का नाम: Dinesh Pratap Singh आवेदक कर्ता का मोबाइल न०: 9838919619, के गैर जिम्मेदारानापूर्ण निस्तारण से सम्बंधित है

माननीय वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय जिस प्रकार उपनिरीक्षक मनोज कुमार ने आख्या प्रस्तुत की है उससे यह स्पष्ट है की उन्होंने ने प्रकरण को समझा ही नहीं और प्रकरण की विषय वस्तु ही नहीं समझ में आ रही है वह उपनिरीक्षक जांच क्या करेगा श्री मान जी जिस मकान और जमीन को ये महोदय मृतका की पत्नी का बता रहे है उसका विक्रय प्रार्थी को किया जा चूका है जिसके आधार पर प्रार्थी सन १९९८ से २००९ तक रहा है और इनके अत्याचारों से पीड़ित हो कर तथा पुलिस के पक्षपातपूर्ण रवैया के वजह से हमे ताला लगा कर हटना पड़ा किन्तु इनके रिपोर्ट से स्पष्ट है हमारी गृहस्थी का सम्पूर्ण सामान आभूषण इत्यादि जो भी उस समय छोड़ा गया था वह सभी टाला तोड़ कर लूट लिया गया और जमीन मकान सभी पर कब्ज़ा कर लिया गया प्रार्थी द्वारा समस्त कागजात प्रस्तुत किये गए है किन्तु उपनिरीक्षक महोदय को कुछ समझ में ही नहीं आता है प्रकरण की जांच उस पुलिस अधिकारी से कराया जाय जिसकी आंग्ल भाषा पे अच्छी पकड़ हो

Matter is concerned with the Asiyana police station in order to lodge F.I.R. against those who illegally grabbed ​the land and house of the applicant. ​Subsequently on behalf of the applicant following three application cum grievances were submitted on the august Jansunwai portal ​of the government of Uttar Pradesh.

शिकायत संख्या​-​40015719030552​ ​आवेदक कर्ता का नाम:​-​Dinesh Pratap Singh​, ​

शिकायत संख्या​-​60000190041291​,​​ ​आवेदक कर्ता का नाम:​-​Yogi M. P. Singh

 ​ ​शिकायत संख्या​-​60000190047813​, ​आवेदक कर्ता का नाम:​-​Yogi M. P. Singh ​

Following application diarised in the apex court of India as follows.-​Diary No.​-​20580/SCI/PIL(E)/2019​. ​Application Date​-​17-04-2019​ ​Received On​-​29-04-2019​, ​Applicant Name​-​MAHESH PRATAP SINGH YOGI MP SINGH​ ​Address​-​MOHALLA SUREKAPURAM JABALPUR ROAD DISTRICT MIRZAPUR​ ​State​-​UTTAR PRADESH​ ​Action Taken​-​UNDER PROCESS​. Sir since the matter is concerned with the violation of fundamental rights as described under part III of the constitution of India with human rights of the aggrieved applicant so aforementioned diarised case may be considered by the Honourable apex court. 

It is obligation of the concerned accountable public functionaries if feasible, then provide access to justice to the aggrieved applicant. 

1-Along with the aforementioned complaints submitted on Jansunwai portal of the government of the Uttar Pradesh applicant submitted the following documents in the PDF form of the scanned copy of the original documents. a-Scanned copy of the original document of the agreement of land and houses constructed on the land. b-Payment made to Babu Singh including receipts and sale deeds. c-Electricity bills of months dated-17-11-2003 in the name of Dinesh Pratap Singh and dated-21-07-2008 in the name of Dinesh Pratap Singh.This implies that aggrieved lived in the impugned land and house since year 12-June-1998 to Sept-2009. 

2-As the agreement was executed subsequently power of attorney was provided by the Babu Singh to the aggrieved Dinesh Pratap Singh before the Deputy Registrar III Lucknow thus Dinesh Pratap Singh had the power to sell the Land and houses which is under illegal possession of the said wife of Babu Singh in the report of the police. 

This representation may be considered by connecting aforementioned complaints. Moreover scanned copy of power of attorney in PDF form is attached to this representation Point to be noted that Babu Singh had the power of attorney of five mentioned piece of land on which construction of rooms were made in the paper of agreement and same power of attorney was provided to aggrieved Dinesh Pratap Singh along with the original documents of the land for the time being

Grievance Document

Current Status

Case closed   

Date of Action

26/02/2023

Remarks

अधीनस्थ अधिकारी के स्तर पर निस्तारित प्रस्तुत प्रकरण की जांच की गयी जांच आख्या संलग्न है


प्रस्तुत प्रकरण की जांच की गयी जांच आख्या संलग्न है

Reply Document

Officer Concerns To

Officer Name

Shri Bhaskar Pandey (Joint Secretary)

Organisation name

Government of Uttar Pradesh

Contact Address

Chief Minister Secretariat , Room No. 321, U.P. Secretariat, Lucknow

Email Address

bhaskar.12214@gov.in

Contact Number

05222226350

Grievance Status for registration number : PMOPG/E/2019/0437037

Grievance Concerns To

Name Of Complainant

Dinesh Pratap Singh

Date of Receipt

02/08/2019

Received By Ministry/Department

Prime Ministers Office

Grievance Description

श्री मान जी यदि पुलिस का रोल संदेहास्पद और पक्षपात पूर्ण हो तो क्या प्रार्थी को न्याय मिल सकता है पुलिस क्यों यह नहीं स्पस्ट करती है की प्रार्थी दिनेश प्रताप सिंह पुत्र अंगद प्रसाद सिंह को भू माफियाओं द्वारा पुलिस की मदद से क्यों हटाया गया अर्थात प्रार्थी को आतंकित करके उसे दश वर्ष से रह रहे मकान को छोड़ कर कमरों में ताला लगा कर भागना पड़ा और बाद में कमरों का ताला तोड़ कर भू माफिआओं ने पुलिस की मदद से कब्ज़ा कर लिया अब पुलिस यह बताये की किसी न्यायालय ने आदेश दिया था प्रार्थी का मकान कब्ज़ा कराने का चुकी पुलिस ने खुद कब्ज़ा कराया है इसलिए कब्ज़ा कराये मकान को भूमाफियाओं का मकान कह रही है और नए पुलिस कर्मी चाहते है की पुलिस की साख गिरने न पाए अन्यथा इस प्रकार के आय का स्रोत घट जायेगा राजधानी पुलिस के कारनामे आये दिन प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में छाये रहते है सोचिये कह रहे है पैसा देने का क्या प्रमाण है अरे क्या संलग्न करार पत्र का अवलोकन करने में राजधानी की पुलिस असमर्थ है महोदय राजधानी पुलिस से यह पूछा जाय की प्रार्थी दिनेश प्रताप सिंह किस आधार पर उस मकान में १९९८ से २०१० तक रहा और उसे कब्ज़ा किसने दिलाया था और मध्यांचल विद्युत् वितरण निगम ने बाकायदा १० वर्षो तक विद्ययुत बिल जारी किया और प्रार्थी द्वारा उसे भरा गया है और आज भी विद्युत् कनेक्शन प्रार्थी के नाम है राजधानी पुलिस अपने आख्या में भू माफियाओं के शब्द बोलती है श्री मन राजधानी पुलिस जिनको बैध मकान मालिक कह रही है उसका आधार क्या है है कोई न्यायालय का आदेश और फिर ये १९९८ से २०१० तक कहा थे क्या यह भ्रस्टाचार नहीं है की प्रार्थी के घर को भू माफियाओं का घर बता रही है लखनऊ पुलिस यही न्याय है आराजकता में करार का कोई मतलब नहीं होता श्री मान जी संलग्नको का अवलोकन करे और नियमानुसार कार्यवाही करे जिससे जंगल राज पर नियंत्रण हो जो सीधे दिखाई पड़ रहा है उसे छिपा कर कहानी गढ़ने में राजधानी पुलिस दक्ष है जो इसके कार्यशैली से ही स्पष्ट है

It is submitted before the Hon’ble Sir that undoubtedly matter is not only 15 years old but it is 20 years old as the agreement and power of attorney of the land and house was given to the applicant aggrieved Dinesh Pratap Singh in 1998 and power attorney was made available through the office of Registrar and Deputy registrar is itself approved. Moreover in the disputed Land and house applicant aggrieved Dinesh Pratap Singh was living since 1998 to 2010 thereafter because of conspiracy of the grabber with the police and planned quarrels pressurised the family of the applicant lock the rooms and left place for peace and took rooms on rent but without justice against the atrocity of the police. Now time has come to trace the truth. Entire records are attached to grievance so please take the perusal.

Grievance Document

Current Status

Case closed   

Date of Action

24/02/2023

Remarks

अधीनस्थ अधिकारी के स्तर पर निस्तारित अधीनस्थ अधिकारी के स्तर पर निस्तारित प्रस्तुत प्रकरण की जांच की गयी जांच आख्या संलग्न है


प्रस्तुत प्रकरण की जांच की गयी जांच आख्या संलग्न है

Reply Document

Officer Concerns To

Officer Name

Shri Bhaskar Pandey (Joint Secretary)

Organisation name

Government of Uttar Pradesh

Contact Address

Chief Minister Secretariat , Room No. 321, U.P. Secretariat, Lucknow

Email Address

bhaskar.12214@gov.in

Contact Number

05222226350

Yogi

An anti-corruption crusader. Motive to build a strong society based on the principle of universal brotherhood. Human rights defender and RTI activist.

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