आवेदनकर्ता का विवरण :
शिकायत संख्या:-40019922013882
आवेदक का नाम-Deepak Kumar Mauryaविषय-To Kotwal Kotwali Katra District-Mirzapur, Uttar Pradesh Subject-To register First Information Report against the offenders who are selling fake/spurious ultratech cement to innocent and gullible people.Victim-Deepak Kumar Maurya S/O Late Shiv Prasad Maurya, Address-Mohalla-Shivala Mahanth, Post-Putalighar, Mirzapur city District-Mirzapur, PIN Code-231001, Mobile number-9794282281Offenders-1-Mohammad Shahid , Proprietor-H.S.S. Hardware, Address-Hathiya Fatak, Imambada, Police Station-Kotwali Katra, Mirzapur city District Mirzapur,PIN Code 231001, Mobile number-7347821447 second mobile number-73485704542-Manager, regional office ultratech, Private Limited, 3/113 Vivek Khand, Gomti Nagar Lucknow, 226010 3-General Manager, Ultratech Private Limited, B Wing, second floor Ahaura, centre Mahakali Gupha Road, Andheri East, Mumbai , PIN Code 400093With due respect, your kind attention is kindly drwan towards following submissions as follows.1-Victim purchased 38 Bags of Ultratech cement at the rate Rs.410 per bag from offender 1.2-I pray before the honourable Sir that Victim purchased total building material of Rs. 148000 in word one lakh 48 thousand rupees and labour charge of family members excluded. 3-It is submitted before the Honourable Sir that entire cement provided by the offnder 1 was found spurious in the checking by the technical expert. 4-Since the offender 1 provided the spurious cement to victim so several cracks found in the ceiling of the rooms and roof is so weak that it may cause accident at any time to family members. 5-Victim is poor and making house provided by the government under prime minister scheme and this spurious cement caused huge loss to the victime. For more details, vide attached document to the grievance. As per Section 420 of IPC, whoever cheats and thereby dishonestly induces the person deceived to deliver any property to any person, can be said to have committed the offence under Section 420 of IPC.Where a person cheats another by deceiving himself to be someone else, he is guilty under section 416 IPC and punished under section 419 IPC. Punishment under this section is a jail term which may extend to three year jail term along with fine.Provisions regarding cheating have been defined in the Indian Penal code in chapter XVII, Section 415-420 of the code deal with the offence of cheating. Section 415 defines the term cheating while S.417, 418, and 419 provide for punishment for the offence. As mentioned earlier, Cheating has been defined in section 415 of the code.A cheats Z. Section 24 defines what is “acting dishonestly”. When the doing of any act or not doing of any act causes wrongful gain of property to one person or a wrongful loss of property to a person, the said act is done dishonestly. The word property may basically be defined as all things which can be measured in terms of money.
विभाग -पुलिसशिकायत श्रेणी -
नियोजित तारीख-26-06-2022शिकायत की स्थिति-
स्तर -थाना स्तरपद -थानाध्यक्ष/प्रभारी निरीक्षक
प्राप्त रिमाइंडर-
प्राप्त फीडबैक -दिनांक02-07-2022 को फीडबैक:-श्री मान जी प्रार्थी द्वारा ८९३३० रुपये ऑनलाइन पेमेंट किया गया है जिसका प्रमाण प्रार्थी द्वारा कुमार संतोष चौकी प्रभारी नटवां को उपलब्ध कराया तथा व्हाट्स ऍप चैटिंग Mohammad Shahid , ProprietorH.S.S. Hardware,के साथ की है भुगतान के सम्बन्ध में जो प्रमाणित और सिद्ध करता है की प्रार्थी द्वारा अल्ट्राटेक सीमेंट मोहम्मद शाहिद की दूकान से खरीदा गया है प्रार्थी द्वारा मोहम्मद शाहिद से की गई बातचीत की वॉइस रिकॉर्डिंग इस बात की पुष्टि करता है की प्रार्थी द्वारा सीमेंट मोहम्मद शाहिद की दूकान से खरीदा गया है खुद कुमार संतोष चौकी प्रभारी नटवां गवाहों विनीत कुमार मौर्या और धीरज कुमार मौर्या के समक्ष यह बात कही है कि वाइस रिकॉर्डिंग न्यायालय में साक्ष्य के रूप में स्वीकार नहीं किया जाता है श्री मान जी प्रार्थी द्वारा ८९३३० रुपये ऑनलाइन पेमेंट किया गया है मोहम्मद शाहिद की दूकान में सीमेंट और सरिया बेचा जाता है किसी भी रशीद की कार्बन कॉपी या कॉपी खुद दुकानदार के अपने रिकॉर्ड में होनी चाहिए किन्तु कुमार संतोष चौकी प्रभारी नटवां न्यायाधीश की तरह यही बरगलाते रहे तुम्हारे पास रशीद नहीं है जब की दूकानदार के रिकॉर्ड को चेक करके सच्चाई जानने का प्रयास नहीं किया गया श्री मान जी दुकन द्वारा कोई रशीद दी ही नहीं जाती सच्चाई तो यह है किन्तु ईमानदार कुमार संतोष चौकी प्रभारी नटवां का ध्यान इस और गया ही नहीं सोचिये नकली सीमेंट बेचने वाला दुकानदार कभी रशीद देकर अपने आप को कानून के पचड़े में फसाये गा श्री मान जी क्या एक पुलिस जांच अधिकारी का कार्य सच्चाई के तह तक जाना है या अतार्किक बातो को उठा कर मामले का पटाक्षेप करना In conclusion, phone audio recording is admissible as evidence in Courts under section 65B of the Indian Evidence Act, 1872.However, the conversationbit recorded must be relevant to the case where the voice of the individualparties must be identifiable. अंत में, फोन ऑडियो रिकॉर्डिंग भारतीय साक्ष्य अधिनियम, 1872 की धारा 65बी के तहत न्यायालयों में साक्ष्य के रूप में स्वीकार्य है हालांकि, रिकॉर्ड की गई बातचीतबिट उस मामले के लिए प्रासंगिक होनी चाहिए जहां व्यक्तिपार्टियों की आवाज पहचान योग्य होनी चाहिए श्री मान जी नकली सीमेंट बेचना खुद पुलिस की विफलता है इसलिए पुलिस मामले में लीपापोती कर रही है पुलिस गवाहों विनीत कुमार मौर्या और धीरज कुमार मौर्या से बात करके सच जानने का प्रयास करे
फीडबैक की स्थिति -
संलग्नक देखें -Click here
नोट- अंतिम कॉलम में वर्णित सन्दर्भ की स्थिति कॉलम-5 में अंकित अधिकारी के स्तर पर हुयी कार्यवाही दर्शाता है!
अधीनस्थ द्वारा प्राप्त आख्या :
क्र.स. सन्दर्भ का प्रकार आदेश देने वाले अधिकारी आदेश दिनांक आदेश आख्या देने वाले अधिकारी आख्या दिनांक आख्या स्थिति आपत्ति देखे संलगनक
1 अंतरित ऑनलाइन सन्दर्भ 19-06-2022 थानाध्यक्ष/प्रभारी निरीक्षक-कोतवाली कटरा,जनपद-मिर्ज़ापुर,पुलिस 25-06-2022 श्रीमान् जी आख्या संलग्न है। निस्तारित
2 अंतरित ऑनलाइन सन्दर्भ 02-07-2022 शिकायतकर्ता द्वारा असंतुष्ट फीडबैक प्राप्त होने पर उच्च अधिकारी को पुनः परीक्षण हेतु प्रेषित. क्षेत्राधिकारी / सहायक पुलिस आयुक्त-क्षेत्राधिकारी , नगर ,जनपद-मिर्ज़ापुर 06-07-2022 jaach aakhya saniagn hai निस्तारित
श्री मान जी प्रार्थी द्वारा ८९३३० रुपये ऑनलाइन पेमेंट किया गया है जिसका प्रमाण प्रार्थी द्वारा कुमार संतोष चौकी प्रभारी नटवां को उपलब्ध कराया तथा व्हाट्स ऍप चैटिंग Mohammad Shahid , ProprietorH.S.S. Hardware,के साथ की है भुगतान के सम्बन्ध में जो प्रमाणित और सिद्ध करता है की प्रार्थी द्वारा अल्ट्राटेक सीमेंट मोहम्मद शाहिद की दूकान से खरीदा गया है प्रार्थी द्वारा मोहम्मद शाहिद से की गई बातचीत की वॉइस रिकॉर्डिंग इस बात की पुष्टि करता है की प्रार्थी द्वारा सीमेंट मोहम्मद शाहिद की दूकान से खरीदा गया है
ReplyDeleteEveryone knows that the integrity of the police in the state of Uttar Pradesh has been dubious so nothing can be expected from the police because of the corruption in the department of police.
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