संदर्भ संख्या : 40017522147642 , दिनांक - 10 Jul 2022 तक की स्थिति
आवेदनकर्ता का विवरण :
शिकायत संख्या:-40017522147642
आवेदक का नाम-Saurabh Singh alias Rajan Singhविषय-संदर्भ संख्या : 40017522145903, दिनांक - 01 Jul 2022 तक की स्थिति आवेदनकर्ता का विवरण : शिकायत संख्या:-40017522145903 आवेदक का नाम-Saurabh Singh alias Rajan SinghNo logistic approach adopted by the MauAima police in redressing the aforementioned grievance. For more details, vide attached document to the grievance. Everyone knows that proceedings under SLection 151/107/116. of the Cr. P.C. are only preventive measures and not pure criminal proceedings, but such proceedings are of quasi judicial nature, Whether this discretionary power of police may be used by MauAima police to restrain applicant from construction of room for a longer time. Everyone knows that there is a nexus between MauAima police and Liquor Mafia therefore it shields the henchmen of liquor mafia which is the root cause polise is supporting the opposition and creating hindrance in construction work. सभी जानते हैं कि सीआर पी.सी.की धारा 151/107/116 के तहत कार्यवाही। केवल निवारक उपाय हैं और शुद्ध आपराधिक कार्यवाही नहीं हैं, लेकिन ऐसी कार्यवाही अर्ध न्यायिक प्रकृति की हैं, क्या मऊआइमा पुलिस द्वारा पुलिस की इस विवेकाधीन शक्ति का उपयोग आवेदक को लंबे समय तक कमरे के निर्माण से रोकने के लिए किया जा सकता है। सभी जानते हैं कि मऊआइमा पुलिस और शराब माफिया के बीच एक सांठगांठ है इसलिए यह शराब माफिया के गुर्गों को बचाती है जो मूल कारण है कि पुलिस विपक्ष का समर्थन कर रही है और निर्माण कार्य में बाधा उत्पन्न कर रही हैFinally following matter has been forwarded from office of Director General of police to office of C.O. Soraon. REQUEST TRANSFERRED TO OTHER PUBLIC AUTHORITY as on 28/06/2022 Details of Public Autority :- SENIOR SUPERINTENDENT OF POLICE OFFICE PRAYAGRAJ. vide registration number :- SSPPY/R/2022/80033 respectively. Note:- Further details will be available on viewing the status of the above-mentioned new request registration number. PIO in the office of Director General of police may be instrumental in providing following information to the information seeker. 1-C.O. Soraon wrote a letter to S.D.M. Phulpur District-Prayagraj to constitute a team to resolve the matter and directed Mau Aima police to cooperate team while earlier Mauaima police itself blocked the construction of room for two months because it expressed apprehension that Riot may take place if I may initiate construction of room at 100 years old abadi land of ancestors. Please provide the time span taken by the police to stop construction work in the name of informing S.D.M. Phulpur District-Prayagraj for a legitimate solution.कृपया एस.डी.एम.फूलपुर जिला-प्रयागराज को सूचित करने के नाम पर जायज समाधान दिलाने के नाम पर पुलिस द्वारा निर्माण कार्य और रोकने में लगने वाला समय बताए क्योकि प्रार्थी खुद की आबादी में जो १०० वर्ष पुरानी है घर बनाने में असमर्थ है और प्रार्थी बेघर है किराये के मकान में रहता है २ - Provide the circular by taking recourse of which Station Officer Mau Aima has restrained the construction work. जिसका सहारा लेकर थाना प्रभारी मऊ आइमा ने निर्माण कार्य पर रोक लगा दी है, परिपत्र उपलब्ध कराएं ३ -If the opposite party has managed any stay order from any competent court, then provide the copy of the order.यदि विरोधी पक्ष ने किसी सक्षम न्यायालय से कोई स्थगन आदेश प्रबंधित किया है, तो आदेश की प्रति उपलब्ध कराएं 4 -Please provide the number of cases registered by the Mau Aima police against illegal trade of Liquor business in the current financial year.कृपया वर्तमान वित्तीय वर्ष में शराब व्यवसाय के अवैध व्यापार के खिलाफ मऊआइमा पुलिस द्वारा दर्ज मामलों की संख्या प्रदान करें
विभाग -पुलिसशिकायत श्रेणी -
नियोजित तारीख-17-07-2022शिकायत की स्थिति-
स्तर -क्षेत्राधिकारी स्तरपद -क्षेत्राधिकारी / सहायक पुलिस आयुक्त
प्राप्त रिमाइंडर-
प्राप्त फीडबैक -दिनांक10-07-2022 को फीडबैक:-श्री मान जी सतेंद्र सिंह उपनिरीक्षक द्वारा प्रार्थी के मोबाइल नंबर पर उप निरीक्षक द्वारा अपने मोबाइल नंबर से अक्सर कॉल किया जाता है उनके दो नंबर है पहला नंबर 8887906577 और दूसरा नंबर 9415371933 से कॉल कर प्रार्थी को अनावश्यक रूप से टार्चर करते है श्री मान जी सतेंद्र सिंह उपनिरीक्षक न तो हल्का प्रभारी है और न ही उन्हें थाना प्रभारी द्वारा अलग से जांच की जिम्मेदारी सौपी गई है फिर भी मिलावटी शराब बेचने वाले लोगो से मिलकर प्रार्थी को तंग करना उनकी आदत बन चुकी है श्री मान जी सभी जानते है की अक्सर बड़े स्तर पर जहरीली शराब पीने से मौते हुई है किन्तु पुलिस द्वारा कार्यवाही तब की गई जब सरकार सख्त हुई अन्यथा काली आय के इस स्रोत को कौन बंद करना चाहता है नकली शराब बिकवाना मुख्य आय के स्रोत के रूप में देखा जाता है अभी शराब से कुछ लोग मर गए तो पूरा पुलिस थाना ही निलंबित हो जाएगा लेकिन जो ऊपर जाएगा वह थोड़ी वापस आएगा बहुत ईमानदार है तो सूचना क्यों नहीं देते श्री मान जी क्या जांच अधिकारी यह बतायेगे यह बटवारा बिबाद किस समय का है क्योकि प्रार्थी के पिता और प्रार्थी को उनके साथ किसी बटवारा का संज्ञान नहीं है और किसी उपजिलाधिकारी न्यायालय में कोई राजस्व संहिता २००६ धारा ११६ के तहत कोई मुक़दमा भी लंबित नहीं है श्री मान जी पुलिस की काली कमाई का यह भी सर्वबिदित जरिया है भू माफिया से साठ गाठ करके जमीन और मकान कब्ज़ा करवाना जिसमे बहुत से सफेद पोश अपराधी शामिल रहते है कुछ वर्षो पहले लखनऊ में एक महिला मंत्री का नाम आया था
फीडबैक की स्थिति -
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नोट- अंतिम कॉलम में वर्णित सन्दर्भ की स्थिति कॉलम-5 में अंकित अधिकारी के स्तर पर हुयी कार्यवाही दर्शाता है!
अग्रसारित विवरण :
क्र.स. सन्दर्भ का प्रकार आदेश देने वाले अधिकारी प्राप्त/आपत्ति दिनांक नियत दिनांक अधिकारी को प्रेषित आदेश स्थिति
1 अंतरित ऑनलाइन सन्दर्भ 01-07-2022 08-07-2022 थानाध्यक्ष/प्रभारी निरीक्षक-मउआइमा,जनपद-प्रयागराज ,पुलिस आख्या उच्च स्तर पर प्रेषित
2 अंतरित ऑनलाइन सन्दर्भ 10-07-2022 17-07-2022 क्षेत्राधिकारी / सहायक पुलिस आयुक्त-सोरांव,जनपद-प्रयागराज ,पुलिस शिकायतकर्ता द्वारा असंतुष्ट फीडबैक प्राप्त होने पर उच्च अधिकारी को पुनः परीक्षण हेतु प्रेषित. अनमार्क
संदर्भ संख्या : 40017522147642 , दिनांक - 10 Jul 2022 तक की स्थिति
आवेदनकर्ता का विवरण :
शिकायत संख्या:-40017522147642
आवेदक का नाम-Saurabh Singh alias Rajan Singhविषय-संदर्भ संख्या : 40017522145903 दिनांक - 01 Jul 2022 तक की स्थिति आवेदनकर्ता का विवरण : शिकायत संख्या:-40017522145903 आवेदक का नाम-Saurabh Singh alias Rajan SinghNo logistic approach adopted by the MauAima police in redressing the aforementioned grievance. For more details, vide attached document to the grievance. Everyone knows that proceedings under SLection 151/107/116. of the Cr. P.C. are only preventive measures and not pure criminal proceedings, but such proceedings are of quasi judicial nature, Whether this discretionary power of police may be used by MauAima police to restrain applicant from construction of room for a longer time. Everyone knows that there is a nexus between MauAima police and Liquor Mafia therefore it shields the henchmen of liquor mafia which is the root cause polise is supporting the opposition and creating hindrance in construction work. सभी जानते हैं कि सीआर पी.सी.की धारा 151/107/116 के तहत कार्यवाही। केवल निवारक उपाय हैं और शुद्ध आपराधिक कार्यवाही नहीं हैं, लेकिन ऐसी कार्यवाही अर्ध न्यायिक प्रकृति की हैं, क्या मऊआइमा पुलिस द्वारा पुलिस की इस विवेकाधीन शक्ति का उपयोग आवेदक को लंबे समय तक कमरे के निर्माण से रोकने के लिए किया जा सकता है। सभी जानते हैं कि मऊआइमा पुलिस और शराब माफिया के बीच एक सांठगांठ है इसलिए यह शराब माफिया के गुर्गों को बचाती है जो मूल कारण है कि पुलिस विपक्ष का समर्थन कर रही है और निर्माण कार्य में बाधा उत्पन्न कर रही हैFinally following matter has been forwarded from office of Director General of police to office of C.O. Soraon. REQUEST TRANSFERRED TO OTHER PUBLIC AUTHORITY as on 28/06/2022 Details of Public Autority :- SENIOR SUPERINTENDENT OF POLICE OFFICE PRAYAGRAJ. vide registration number :- SSPPY/R/2022/80033 respectively. Note:- Further details will be available on viewing the status of the above-mentioned new request registration number. PIO in the office of Director General of police may be instrumental in providing following information to the information seeker. 1-C.O. Soraon wrote a letter to S.D.M. Phulpur District-Prayagraj to constitute a team to resolve the matter and directed Mau Aima police to cooperate team while earlier Mauaima police itself blocked the construction of room for two months because it expressed apprehension that Riot may take place if I may initiate construction of room at 100 years old abadi land of ancestors. Please provide the time span taken by the police to stop construction work in the name of informing S.D.M. Phulpur District-Prayagraj for a legitimate solution.कृपया एस.डी.एम.फूलपुर जिला-प्रयागराज को सूचित करने के नाम पर जायज समाधान दिलाने के नाम पर पुलिस द्वारा निर्माण कार्य और रोकने में लगने वाला समय बताए क्योकि प्रार्थी खुद की आबादी में जो १०० वर्ष पुरानी है घर बनाने में असमर्थ है और प्रार्थी बेघर है किराये के मकान में रहता है २ - Provide the circular by taking recourse of which Station Officer Mau Aima has restrained the construction work. जिसका सहारा लेकर थाना प्रभारी मऊ आइमा ने निर्माण कार्य पर रोक लगा दी है, परिपत्र उपलब्ध कराएं ३ -If the opposite party has managed any stay order from any competent court, then provide the copy of the order.यदि विरोधी पक्ष ने किसी सक्षम न्यायालय से कोई स्थगन आदेश प्रबंधित किया है, तो आदेश की प्रति उपलब्ध कराएं 4 -Please provide the number of cases registered by the Mau Aima police against illegal trade of Liquor business in the current financial year.कृपया वर्तमान वित्तीय वर्ष में शराब व्यवसाय के अवैध व्यापार के खिलाफ मऊआइमा पुलिस द्वारा दर्ज मामलों की संख्या प्रदान करें
विभाग -पुलिसशिकायत श्रेणी -
नियोजित तारीख-08-07-2022शिकायत की स्थिति-
स्तर -थाना स्तरपद -थानाध्यक्ष/प्रभारी निरीक्षक
प्राप्त रिमाइंडर-
प्राप्त फीडबैक -दिनांक को फीडबैक:-
फीडबैक की स्थिति -
संलग्नक देखें -Click here
नोट- अंतिम कॉलम में वर्णित सन्दर्भ की स्थिति कॉलम-5 में अंकित अधिकारी के स्तर पर हुयी कार्यवाही दर्शाता है!
अधीनस्थ द्वारा प्राप्त आख्या :
क्र.स. सन्दर्भ का प्रकार आदेश देने वाले अधिकारी आदेश दिनांक आदेश आख्या देने वाले अधिकारी आख्या दिनांक आख्या स्थिति आपत्ति देखे संलगनक
1 अंतरित ऑनलाइन सन्दर्भ 01-07-2022 थानाध्यक्ष/प्रभारी निरीक्षक-मउआइमा,जनपद-प्रयागराज ,पुलिस 07-07-2022 श्रीमान जी आख्या सादर सेवा में प्रेषित है। निस्तारित
श्री मान जी सतेंद्र सिंह उपनिरीक्षक द्वारा प्रार्थी के मोबाइल नंबर पर उप निरीक्षक द्वारा अपने मोबाइल नंबर से अक्सर कॉल किया जाता है उनके दो नंबर है पहला नंबर 8887906577 और दूसरा नंबर 9415371933 से कॉल कर प्रार्थी को अनावश्यक रूप से टार्चर करते है श्री मान जी सतेंद्र सिंह उपनिरीक्षक न तो हल्का प्रभारी है और न ही उन्हें थाना प्रभारी द्वारा अलग से जांच की जिम्मेदारी सौपी गई है फिर भी मिलावटी शराब बेचने वाले लोगो से मिलकर प्रार्थी को तंग करना उनकी आदत बन चुकी है श्री मान जी सभी जानते है की अक्सर बड़े स्तर पर जहरीली शराब पीने से मौते हुई है किन्तु पुलिस द्वारा कार्यवाही तब की गई जब सरकार सख्त हुई अन्यथा काली आय के इस स्रोत को कौन बंद करना चाहता है नकली शराब बिकवाना मुख्य आय के स्रोत के रूप में देखा जाता है
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