आवेदन
का विवरण |
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शिकायत
संख्या |
40019918010600
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आवेदक कर्ता का
नाम: |
शिवम
वर्मा |
आवेदक कर्ता का
मोबाइल न०: |
8687094297,8687094297
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विषय:
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श्री मान जी
निम्नलिखित सन्दर्भ का परिशीलन करे जो प्रार्थी द्वारा दिनांक ११–फ़रवरी –२०१८ को डाटा शुद्ध करने हेतु प्रस्तुत किया गया | जनसुनवाई समन्वित शिकायत निवारण प्रणाली, उत्तर प्रदेश सन्दर्भ संख्या-40019918002551 आवेदनकर्ता का विवरण नाम Shivam Verma पितापति का नाम Rajendra Prasad लिंग पुरुष मोबाइल नंबर-1 8687094297 आख्या जिलाधिकारी 11 – Feb – 2018 जिला पिछडा वर्ग कल्याण अधिकारी –मिर्ज़ापुर,पिछड़ा वर्ग कल्यािण विभाग नियमनुसार आवश्यक कार्यवाही करें आख्या अपलोड है 12 – Feb – 2018 आप ने सुधार से इनकार किया और मनमाना आख्या लगा कर शिकायत का निस्तारण करा दिए जबकि आपको प्रार्थी के आवेदन को प्रधानाचार्य केबीपीजी मिर्ज़ापुर को भेजना चाहिए था | दिनांक 19022018को फीडबैक– आदरणीय श्री मान जी निक लखनऊ डाटाकरेक्ट करने के लिए कह रहा है और आदरणीय मुख्यमंत्री जी ने तो यहां तक कहे हैकी कोई छात्र शासकीय मदद से वंचित नही होना चाहिए | और प्रार्थी उसी क्रम मेंआप के ऑफिस के चक्कर काट रहा है और श्री मान कोई भी त्रुटी जनपद स्तर परही निस्तारित होती है न की उसका निस्तारण निक लखनऊ करती है | निकलखनऊ एक कंप्यूटर व्यवस्था है जो की एक निर्धारित फीड डाटा के अनुसार कामकरती है | श्री मान पिछडा वर्ग अधिकारी मिर्ज़ापुर से सविनय अनुरोध है की प्रार्थीकी पात्रता की मद्देनजर प्रार्थी को उसका अकाउंट करेक्ट कर सही खाते मेंशासकीय सहायता उपलब्ध कराया जाय | जिसके लिए प्रार्थी सदैव श्री मान जी काआभारी रहेगा | दिनांक –१९–फ़रवरी २०१८ प्रार्थी शिवम् वर्मा श्री मान जी शासन का पत्र डाटा शुद्ध करने वास्ते जिला पिछडा वर्ग कल्याण अधिकारी को ही आया है और उनको चाहिए था की जो आवेदन उन्होंने १ मई २०१८ को प्रार्थी से लिया अगर १२–फरवरी –२०१८ को ही ले लेती तो आज डाटा शुद्ध हो चूका होता और राम कुमार मौर्या से मेरा आवेदन २६–फरवरी –२०१८ को दिया गया फर्जी तरीके से दिखा कर शुद्ध करके अनुमोदन भी प्रदान कर दिया गया | किसी भीसामान्य जाति या अनुसूचित जाति के छात्र का छात्रवृत्ति सम्बन्धी शिकायत का निस्तारण समाजकल्याण अधिकारी ही कर सकते है |इसी प्रकार पिछड़े वर्ग के छात्र की छात्रवृत्ति सम्बन्धी प्रकरण कानिस्तारण जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी मिर्ज़ापुर ही करेंगे| श्री मान जी जिला पिछड़ा वर्ग कल्याणअधिकारी का पत्रांक २७६ पत्र दिनांक १६–फ़रवरी –२०१८ दिव्या शुक्ला जी का जो की जिला विद्यालयनिरीक्षक मिर्ज़ापुर को संबोधित है जिसके अनुसार उपरोक्त अधिकारी से १२७०८ संदिग्ध डाटा वाले छात्रोकी सूची जिनका डाटा निक डॉट इन के कंप्यूटर द्वारा सस्पेक्ट पाया गया पुनर जांच करा के सत्यापन हेतुदिया गया अर्थात सत्यापन की जिम्मेदारी जिला विद्यालय निरीक्षक की थी |उपरोक्त कार्य संपादन कीअंतिम तिथि २०–फ़रवरी २०१८ तय की गई थी | श्री मान जी कृष्णावती निजी औद्योगिक संसथान केप्रधानाचार्य दिनांक २६–फ़रवरी–२०१८ को समाज कल्याण अधिकारी मिर्ज़ापुर को संबोधित पत्र लिखा है नकी जिला विद्यालय निरीक्षक या आप को संबोधित अर्थात उनका पत्र अनुसूचित जाति या सामान्य जातिसे सम्बंधित था न की पिछड़ी जाति से |पत्र की स्कैन्ड कॉपी संलग्न है जिसका अवलोकन करे |श्री मान जीआप द्वारा तय समय सीमा भी समाप्त हो चूका था | समाज कल्याण अधिकारी को संबोधित पत्र जिसमेकही भी राम कुमार मौर्या का नाम नही है और नियमानुसार हो भी नही सकता क्या आप प्रार्थी को गुमराहनही कर रहे है | श्री मान जी संलग्न संस्तुति प्रमाण पत्र में किसी दिनांक का जिक्र नही है एक जिला स्तरीयसमिति का निर्णय आपसी विचार मंथन के उपरांत होता है आप द्वारा प्रस्तुत दस्तावेज संगत नही है औरसंस्तुति प्रमाण पत्र में किसी भी अधिकारी का जैसे जिला विद्यालय निरीक्षक या जिला पिछड़ा वर्गकल्याण अधिकारी का हस्ताक्षर नही है अर्थात विश्वसनीय नही है | कोई भी निर्णय वह भी समिति द्वारातिथि बिना नही हो सकती है क्यों की समिति के सदस्य निश्चित तिथि को उपस्थित हो कर ही निर्णय लेंगेऔर उस तिथि का जिक्र और समिति के सदस्यों का हस्ताक्षर होना चाहिए | श्री मान जी प्रार्थी के तरफ से कोई शिथिलता नही बरती गई है यदि प्रार्थी द्वारा अनर्गल आरोप लगाये गये है तो नियमानुसार जांच अधिकारी नियुक्त करके दोनों पक्षों को को सुना जाय जिसमे मै अपने प्रतिनिधि श्री योगी एम् पी सिंह के माध्यम से अपना पक्ष मजबूती के साथ रखूगा और दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा और धमकिया प्रार्थी को भी दी जा रही है और आरोप प्रत्यारोप भी लगाये जा रहे है | श्री मान जी मैडम और मेरा पक्ष किसी भी निश्चित तिथि पे जिलाधिकारी मिर्ज़ापुर द्वारा सुना जाय और नियमानुसार कार्यवाही किया जाय| |
नियत तिथि:
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20 – May – 2018
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शिकायत की स्थिति:
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निस्तारित
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रिमाइंडर :
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फीडबैक :
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दिनांक 10/05/2018को फीडबैक:- सेवा में मुख्य मंत्री उत्तर प्रदेश शासन लखनऊ विषय –शिकायत संख्या-40019918010600 जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी ने आज
दिनांक १०–०५–२०१८ को सुबह ११ बजे सुनवाई वास्ते प्राचार्य कन्हैया लाल बसंत लाल पोस्ट ग्रेजुएट कालेज मुसफ्फर गंज मिर्जापुर और प्रार्थी को प्रतिनिधि सहित बुलाया था किन्तु न तो खुद उपस्थित रही और न ही प्राचार्य उपस्थित हुई | महोदय प्रार्थी द्वारा श्री मान जी का ध्यान निम्न बिन्दुओं पर सविनय आकृष्ट किया जाता है | १–श्री मान जी जन सुनवाई पोर्टल की महिमा आप का कार्यालय कुछ इस प्रकार गुडगान करता है | प्रिय महोदय, आपका ईमेल मुख्यमंत्री कार्यालय के आधिकारिक ईमेल पर प्राप्त हुआ है. यदि आपका ईमेल जनशिकायत श्रेणी का है तो आपको सविनय अवगत कराना है कि मुख्यमंत्री कार्यालय, उ०प्र० द्वारा जनता की शिकायतों को दर्ज किए जाने हेतु उ०प्र० सरकार का आधिकारिक ऑनलाइन पोर्टल ‘जन–सुनवाई‘ विकसित किया गया है जिसका वेब एड्रेस नीचे दिया गया है – http://jansunwai.up.nic.in/HomeH.html आपसे निवेदन है कि अपनी शिकायतों के त्वरित निस्तािरण हेतु जनसुनवाई पोर्टल का प्रयोग करें धय्े वाद। मुख्यनमंत्री कार्यालय, उ०प्र० नोट– वेबसाइट या जनसुनवाई के मोबाइल app के माध्यम से ऑनलाइन दर्ज की गयी शिकायतों के निस्तारण की समीक्षा भी मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा गहनता से की जाती है | २–श्री मान जी यदि वेबसाइट या जनसुनवाई के मोबाइल app के माध्यम से ऑनलाइन दर्ज की गयी शिकायतों के निस्तारण की समीक्षा भी मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा गहनता से की जाती है | तो आज डेट फिक्स करके मैडम क्यों आउट स्टेशन चली गई | ३–श्री मान जी मै जानता हु की मैडम अपने प्रभाव के समक्ष जनसुवाई पोर्टल को तुच्छ समझती है किन्तु मेरा तो ख्याल करती क्यों की इतनी धुप में पैदल गुरु जी योगी एम्.पी. सिंह जी के साथ ऑफिस का चक्कर लगाया | श्री मान जी सर्प में जहर नही होता तो कम से कम फूक कर काम चलाता है किन्तु जनसुवाई पोर्टल की गरिमा इतनी गिर चुकी है की उसमे लगने वाली आख्या केवल सामान्य औपचारिकता बन कर रह गई है | ४–श्री मान जी मामले की सुनवाई तो जिलाधिकारी महोदय को करनी चाहिए क्यों की नैसर्गिक न्याय का सिद्धांत इस बात का परमीसन नही देता की जिसके विरुद्ध आरोप हो वही मामले की सुनवाई करे | सारे आरोप या तो प्राचार्य के खिलाफ है या खुद मैडम के खिलाफ है | श्री मान जी जिलाधिकारी महोदय मामले की सुनवाई करे क्यों की मामला वित्तीय अमितता से जुडा है | सरकारी धन को रेवड़ी और टाफी की तरह नही बाटा जा सकता है | दिनांक –१०–०५–२०१८ शिवम वर्मा पुत्र श्री राजेंद्र प्रसाद वर्मा |
फीडबैक की स्थिति:
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फीडबैक
प्राप्त |
आवेदन
का संलग्नक |
अग्रसारित विवरण–
क्र.स.
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सन्दर्भ
का प्रकार |
आदेश
देने वाले अधिकारी |
आदेश
दिनांक |
अधिकारी
को प्रेषित |
आदेश
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आख्या
दिनांक |
आख्या
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स्थिति
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आख्या
रिपोर्ट |
1
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अंतरित
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ऑनलाइन
सन्दर्भ |
05 – May – 2018
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जिलाधिकारी–मिर्ज़ापुर,
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—
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08/05/2018
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आख्या
अपलोड है ा |
निस्तारित
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2
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आख्या
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जिलाधिकारी ( )
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05 – May – 2018
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जिला पिछडा वर्ग कल्याण अधिकारी –मिर्ज़ापुर,पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग
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नियमनुसार आवश्यक कार्यवाही करें आख्या अपलोड है ा
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08/05/2018
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कृपया
संलग्नक के अनुसान निस्तारित करने का कष्ट करें |
निस्तारित
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सेवा में मुख्य मंत्री उत्तर प्रदेश शासन लखनऊ विषय -शिकायत संख्या-40019918010600 जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी ने आज दिनांक १०-०५-२०१८ को सुबह ११ बजे सुनवाई वास्ते प्राचार्य कन्हैया लाल बसंत लाल पोस्ट ग्रेजुएट कालेज मुसफ्फर गंज मिर्जापुर और प्रार्थी को प्रतिनिधि सहित बुलाया था किन्तु न तो खुद उपस्थित रही और न ही प्राचार्य उपस्थित हुई |
-श्री मान जी मै जानता हु की मैडम अपने प्रभाव के समक्ष जनसुवाई पोर्टल को तुच्छ समझती है किन्तु मेरा तो ख्याल करती क्यों की इतनी धुप में पैदल गुरु जी योगी एम्.पी. सिंह जी के साथ ऑफिस का चक्कर लगाया | श्री मान जी सर्प में जहर नही होता तो कम से कम फूक कर काम चलाता है किन्तु जनसुवाई पोर्टल की गरिमा इतनी गिर चुकी है की उसमे लगने वाली आख्या केवल सामान्य औपचारिकता बन कर रह गई है | ४-श्री मान जी मामले की सुनवाई तो जिलाधिकारी महोदय को करनी चाहिए क्यों की नैसर्गिक न्याय का सिद्धांत इस बात का परमीसन नही देता की जिसके विरुद्ध आरोप हो वही मामले की सुनवाई करे | सारे आरोप या तो प्राचार्य के खिलाफ है या खुद मैडम के खिलाफ है | श्री मान जी जिलाधिकारी महोदय मामले की सुनवाई करे क्यों की मामला वित्तीय अमितता से जुडा है | सरकारी धन को रेवड़ी और टाफी की तरह नही बाटा जा सकता है | दिनांक -१०-०५-२०१८ शिवम वर्मा पुत्र श्री राजेंद्र प्रसाद वर्मा