Executive engineer EDD II, 40 meters open wire left because only Rs.5000 bribe was provided



 संदर्भ संख्या : 40019923014262 , दिनांक - 03 Jul 2023 तक की स्थिति

आवेदनकर्ता का विवरण :

शिकायत संख्या:-40019923014262

आवेदक का नाम-Yogi M. P. Singh

विषय-महोदय अभी 2 महीने पहले सुरेखा पुरम में एक नया पोल लगाया गया तार खींचा गया क्योंकि किसी घर के ऊपर से तार जा रहा था वह भी केबल वाला तार फिर भी गृह स्वामी ने उस तार को हटवाया सुरेखा पुरम में लक्ष्मी नारायण बैकुंठ महादेव मंदिर के ऊपर से तार जा रहा है वह भी खुला तार ऐसे में विभाग की जिम्मेदारी बनती है विभाग खुले तार को हटवाए क्योंकि यदि कोई दुर्घटना होती है तो उसके लिए विद्युत विभाग जिम्मेदार माना जाएगा क्योंकि बहुत से प्रत्यावेदन विभाग को दिए गए हैं हटाने के लिए सिर्फ घूसखोरी और भ्रष्टाचार के कारण नहीं हट रहा है क्यों 2 साल से जो टालमटोल हो रहा है उसको बंद करके खुले तार को केबल के द्वारा प्रतिस्थापित करें किंतु अभी तक विभाग द्वारा इस दिशा में कोई ठोस पहल नहीं किया गया जोकि अराजकता का द्योतक है श्रीमान जी यदि रिवैंप की आवश्यकता है तो 2 महीने पहले सुरेखा पुरम में पोल और तार बदलने के लिए रिवैंप का इंतजार क्यों नहीं किया गया जब रिवैंप का कार्य शुरू होता तो उस समय बदलते किंतु बाप बड़ा ना भैया सबसे बड़ा रुपैया महोदय उस समय तार को केबल से इसलिए नहीं बदला गया क्योंकि तार को मंदिर से हटाने के लिए ₹10000 की मांग किया गया था उसमें दो घर आते हैं मंदिर से ₹5000 तो मिल गया था उस समय लेकिन दूसरा घर अपने हिस्से का 5000 घुस देने से इनकार कर दिया और आप जानते हैं कि बिना रिश्वत कंप्लीट हुए आपके विभाग में परिंदा पर भी नहीं मारता आपके पूर्वर्ती कार्यपालक अभियंता से मैंने जांच की बात की किंतु वे महोदय रिवैंप में शुरू होने की की बात करते-करते यहां से चले गए जब जाने लगे तो आधे घंटे तक मुझसे शाम को बात किए अपनी झूठी ईमानदारी की गाथा रटते रहे लेकिन जब जाना था तो जाना ही था 40 मीटर खुला तार क्यों छोड़ा गया है इसकी जांच होनी चाहिए अन्यथा सिर्फ अराजकता के अलावा कुछ भी नहीं है विभाग में Here the question raised does concern to remove open wire but concerns with deep-rooted corruption, arbitrariness and tyranny in the working of the public authority Uttar Pradesh Power Corporation Limited. Since the last year, in various communications, subordinates of executive engineer EDD II informed the applicant that as soon as revamp will commence, the open wire will be removed but right now newly posted executive engineer denied removing the 40 metres open wire which is not only illegal but against the setup standards of dealings prescribed to public staff. The demand of the applicant is to carry out an enquiry into the matter of why the 40 metres wires were left open by the concerned staff. Undoubtedly, there was a plan to replace the entire open Aluminium wires with the cables but they left 40 metres because of their corrupt dealings. Whether it does not reflect the deep-rooted corruption in the working of Executive Engineer EDD II ipso facto? Whether such deep-rooted corruption in government can be addressed as good governance as a number of occasions done by Yogi Adityanath and Prime Minister Narendra Damodar Modi. It is quite obvious that Executive Engineer EDD II, Superintending Engineer and Chief Engineer of division Mirzapur repeatedly overlook the directions of the managing director, Purvanchal Vidyut Vitaran Nigam Limited Varanasi which is ridiculous and quite obvious from the attached documents to the grievance. Neither they are providing information nor redressing the grievances is the matter of main concern.

विभाग -विद्युतशिकायत श्रेणी -

नियोजित तारीख-02-08-2023शिकायत की स्थिति-

स्तर -जनपद स्तरपद -अधिशासी अभियन्‍ता,विघुत

प्राप्त रिमाइंडर-

प्राप्त फीडबैक -दिनांक को फीडबैक:-

फीडबैक की स्थिति -

संलग्नक देखें -Click here

नोट- अंतिम कॉलम में वर्णित सन्दर्भ की स्थिति कॉलम-5 में अंकित अधिकारी के स्तर पर हुयी कार्यवाही दर्शाता है!

अग्रसारित विवरण :

क्र.स. सन्दर्भ का प्रकार आदेश देने वाले अधिकारी अग्रसारित/आपत्ति दिनांक नियत दिनांक अधिकारी को प्रेषित आदेश स्थिति

1 अंतरित ऑनलाइन सन्दर्भ 03-07-2023 02-08-2023 अधिशासी अभियन्‍ता,विघुत-मिर्ज़ापुर,विद्युत अनमार्क

Comments