Target of cow shelters is 6379 but 6710 cow shelters are conserved but still family of mother cow are beaten with sticks is a matter of concern

 

संदर्भ संख्या : 40019923007401 , दिनांक - 10 May 2023 तक की स्थिति

आवेदनकर्ता का विवरण :

शिकायत संख्या:-40019923007401

आवेदक का नाम-Yogi M. P. Singh

विषय-श्रीमान जी संलग्न तस्वीरों का अवलोकन करें जिससे यह स्पष्ट है कि हर जगह जगह पर इस मिर्जापुर शहर में आठ आठ और नव नव के झुंड में सड़क पर मोहल्लों में पशु टहल रहे हैं गोवंश को लाठियो से पीटे जाते हैं कारण स्पष्ट है जब अनावश्यक रूप से साड आदमियों पर अटैक करेंगे तो आदमी कब उन्हें छोड़ने वाले हैं यदि आश्रय स्थल का निर्माण कराया जाए इमानदारी से काम किया जाए और जितनी योजनाएं बताई जा रही है उनका परिपालन अच्छे ढंग से हो जाए तो इतनी बड़ी अराजकता क्यों हो कम से कम जो लोग शिकायतें भेजते हैं उनका तार्किक ढंग से निस्तारण कराएं तो काफी कुछ हद तक सुधार हो सकता है किंतु यहां सुधार करना कौन चाहता है यहां तो सिर्फ पशुओं को रोड पर छोड़कर ट्रैफिक जाम की समस्या पैदा की जाती है इस समय ट्रैफिक से ज्यादा पशु ट्रैफिक है रोड पर यदि व्यवस्था नहीं कर पा रही है सरकार तो इन पशुओं को जंगल में छोड़ दे यही सबसे अच्छा हल है अन्यथा सरकारी फंड लोगों के जेब में जाएगा अधिकारी खाएंगे कुछ कमीशन खोरी से यही चलता रहेगा मियाद पूरी, फिर भी गोवंश छुट्टा सीएम नाराज, कल तक की मोहलत 31 मार्च तक सभी छुट्टा गोवंश को आश्रय स्थल नहीं पहुंचा पाया पशुपालन विभाग अमर उजाला ब्यूरो लखनऊ। 31 मार्च तक सभी छुट्टा गोवंश को गो आश्रय स्थलों में भेजने की मियाद पूरी हो गई। बावजूद इसके गोवंश छुट्टा घूम रहे हैं। इस पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने नाराजगी जताते हुए पांच अप्रैल तक रिपोर्ट तलब की है। उन्होंने पशुपालन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि तत्काल सभी नोडल अधिकारियों को उनके क्षेत्रों में भेजें। पांच अप्रैल तक बताएं कि कितने छुट्टा पशु गो आश्रय स्थलों में हैं और कितने बाहर। यदि गो आश्रय स्थलों में चारे आदि के लिए धन की आवश्यकता है तो एक सप्ताह के भीतर पैसा सीधे डीबीटी से जारी कर दिया जाए और सभी छुट्टा गोवंश गो आश्रय स्थलों में भेजे जाएं। सीएम सोमवार को लोकभवन में निराश्रित गो- आश्रय स्थलों के प्रबंधन की समीक्षा कर रहे थे। इससे पूर्व उन्होंने निर्देश दिए थे कि एक अप्रैल को एक भी छुट्टा पशु बाहर न दिखे। इस बाबत सोमवार को बैठक में रिपोर्ट पेश करनी सीएम योगी बोले- सभी नोडल अधिकारी क्षेत्रों में जाएं, पांच अप्रैल तक पूरी रिपोर्ट भेजें पर, पशुपालन विभाग शत-प्रतिशत पशुओं को आश्रय स्थलों में भेजने की रिपोर्ट पेश ही नहीं कर पाया। इस पर सीएम ने कहा कि नोडल अधिकारियों को मंडलों में भेजकर तत्काल सत्यापन कराएं। जहां धन की आवश्यकता है, वहां रिपोर्ट भेजने के एक सप्ताह के भीतर संबंधित ग्राम समिति या देखभाल करने वाली संस्था को सीधे पैसा उनके खातों में भेजा जाए। कहा कि गोवंश के संवर्धन तथा संरक्षण 1.77 लाख गोवंश आम लोगों को दिए। मुख्यमंत्री सहभागिता योजना के तहत अब तक एक लाख 77 हजार से अधिक गोवंश आमजन को सुपुर्द किए गए हैं। कुपोषित बच्चों वाले परिवारों को दूध की उपलब्धता के लिए पोषण मिशन के तहत 3,598 गोवंश दिए गए हैं। सीएम ने कहा कि गोवंश की सेवा कर रहे सभी परिवारों को 900 रुपये प्रतिमाह की राशि हर महीने उपलब्ध करा दी जाए। गोवंश सत्यापन के लिए स्थानीय स्तर पर उपजिलाधिकारी स्तर के अधिकारी को नामित किया जाए। अंत्येष्टि 150 प्रतिशत उपलों का हो प्रयोग सीएम ने कहा कि अंत्येष्टि में लकड़ी के स्थान पर 50 प्रतिशत गोवंश उपलों का उपयोग किया जाए। यह निराश्रित गो आश्रय स्थलों से उपलब्ध कराया जाएगा। इससे होने वाली आय गो आश्रय स्थल के प्रबंधन में उपयोग हो सकेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी 17 नगर निगमों और नगर पालिका परिषद वाले जिला मुख्यालयों पर पशु पकड़ने वाले वाहनों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। के साथ-साथ पशुपालकों के प्रोत्साहन हैं। पात्रों को इनका लाभ मिलने के लिए सरकार ने कई योजनाएं चलाई सुनिश्चित कराया जाए 11.33 लाख गोवंश गो-आश्रय स्थलों में बैठक में बताया गया कि प्रदेश में 6719 निराश्रित गो- आश्रय स्थलों में 11 लाख 3 हजार से अधिक गोवंश संरक्षित हैं। 20 जनवरी से 31 मार्च तक चलाए गए विशेष अभियान के तहत इनमें से 1.23 लाख गोवंश संरक्षित किए गए। जनपद संभल, मथुरा, मिर्जापुर, शाहजहांपुर, संतकबीरनगर, अमरोहा, नोएडा, गा

विभाग -पशुपालनशिकायत श्रेणी -

नियोजित तारीख-08-05-2023शिकायत की स्थिति-

स्तर -जनपद स्तरपद -मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी

प्राप्त रिमाइंडर-

प्राप्त फीडबैक -दिनांक को फीडबैक:-

फीडबैक की स्थिति -

संलग्नक देखें -Click here

नोट- अंतिम कॉलम में वर्णित सन्दर्भ की स्थिति कॉलम-5 में अंकित अधिकारी के स्तर पर हुयी कार्यवाही दर्शाता है!

अधीनस्थ द्वारा प्राप्त आख्या :

क्र.स. सन्दर्भ का प्रकार आदेश देने वाले अधिकारी अग्रसारित दिनांक आदेश आख्या देने वाले अधिकारी आख्या दिनांक आख्या स्थिति आपत्ति देखे संलगनक

1 अंतरित ऑनलाइन सन्दर्भ 08-04-2023 मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी-मिर्ज़ापुर,पशुपालन 08-05-2023 आख्या श्रेणी - अन्य कारण

उक्त शिकायत के क्रम मे सादर अवगत कराना है कि आश्रय स्थल का निर्माण खण्ड विकास अधिकारी के स्तर से किया जाता है कुल लक्श्य 6379 के सापेक्श 6710 निराश्रित गोवंश को आश्रय स्थलो मे संरक्शित कराया गया है इन्ही मे से 331 पशुपालको को 1026 गोवंश सहभागिता योजना मे दिया गया है जिनको नियमानुसार 900 रुपये प्रतिमाह प्रतिपशु दिया जा रहा है निस्तारित

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