Sudarshan Maurya faced the loss of more than 60 thousand rupees because of corruption in State Bank of India in P.M. unemployment scheme
S.B.I. is not merging the margin money provided by Modi government under PMY unemployment scheme and exploiting borrower Sudarshan
From: SBI MIRZAPUR(00134) <sbi.00134@sbi.co.in>
Sent: Monday, March 13, 2023 6:07 PM
To: AGM CUSTOMER SERVICES LHO LUC <agmcustomer.lholuc@sbi.co.in>
Subject: Re: DEABD/E/2023/0022311 NameSudarshan Maurya
Dear Sir,
Needful has been done as requested by the complainant and intimated to the customer. Complaint may treated as dealt with
Regards
Chief Manager
State Bank of India
Mirzapur Main Branch
Dankeenganj
Branch code - 00134
Grievance Status for registration number : DEABD/E/2023/0022311
Grievance Concerns To
Name Of Complainant
Sudarshan Maurya
Date of Receipt
06/03/2023
Received By Ministry/Department
Financial Services (Banking Division)
Grievance Description
Financial Services (Banking Division) >> Government sponsored Schemes Related >> Prime Minister Rojgar Yojana
Bank : State Bank of India
Branch / Name of Bank and Branch : Main branch of S.B.I. Mirzapur
Date of Application : 04-12-2022
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The matter concerns the deputy commissioner industry, district industries centre Mirzapur addressed to Branch Manager, State Bank of India, District-Mirzapur. Handwritten. Application date-04/11/2022 submitted to Branch Manager. Unfortunately, no action was taken by the branch manager concerned.
Letter number-1250 dated-03 November 2022 in regard to adjustment of margin money claim of the applicant attached as the first page of the attached PDF document to the grievance.
According to concerned staff of the State Bank of India, the margin money provided by the government will be merged into your accounts if you will close this account and take mudra loan to proceed with your business activities.
But the applicant is no more interested with the cumbersome and cryptic proceedings of the bank.
Now the applicant wants to draw the kind attention of the Honourable Sir to the circular of Khadi and Village Industries Commission 3, Irla Road, Vile Parle West, Mumbai, 56
Circular number-PMEGP/MM subsidy/Adjustment/2012-13/23 dated 07 May 2012
Vide last para of attached PDF document which states as
The average working capital availment should be calculated over a period beginning with the first withdrawal of the cash credit and ending on the completion of the three-year period from the date of the first disbursement of the loan i.e. term loan or date of ending of lock-in period whichever is earlier.
This categorically implies that now they must merge the margin money in the term loan account of the applicant.
It is most unfortunate that the State Bank of India is run by arbitrary rules and regulations made by its administrative staff for its own convenience.
Moreover, they have deducted monthly interest i.e. M.I. of amount Rs.8200 from my cash credit account arbitrarily with adjusting the margin money into my term loan account. It reflects the tyranny and arbitrariness in the working of the state bank of India which only promotes corruption, and its sole victims are innocent
Grievance Document
Current Status
Case closed
Date of Action
14/03/2023
Remarks
Issue resolved. customer has been advised suitably.
Reply Document
Rating
1
Poor
Rating Remarks
महोदय यदि भारतीय स्टेट बैंक प्रार्थी के सब्सिडी को समय से मर्ज कर देता है तो प्रार्थी रुपये 30000 के हानि से बच जाता है क्योंकि प्रार्थी से उस पैसे का भी ब्याज लिया गया जो आज से 6 महीने पहले भारत सरकार द्वारा भारतीय स्टेट बैंक को दिया गया महोदय यदि इसी तरह से लूट जारी रही तो भारत सरकार द्वारा इतनी बड़ी सहायता राशि के बावजूद गरीबी बदस्तूर जारी रहेगी क्योंकि भारतीय स्टेट बैंक की कार्यशैली ही पूर्ण रूप से भ्रष्टाचार पूर्ण है भिन्न-भिन्न तरीके से ग्राहकों को परेशान करना उनकी कार्यशैली का हिस्सा है अब सोचिए क्या जरूरत थी प्रार्थी का रुपये 30000 का नुकसान करने का जो सब्सिडी तुम 6 महीने बाद मर्ज किए उसे 6 महीने पहले कर देते तो क्या बुराई थीश्रीमान जी प्रार्थी द्वारा तुरंत सब्सिडी मर्ज करने के लिए आवेदन दिया गया और खुद प्रार्थी द्वारा पब्लिक ग्रीवेंस पोर्टल पर भी सब्सिडी मर्ज करने के लिए अनुरोध किया गया किंतु मनमाना आख्या लगाकर भारतीय स्टेट बैंक द्वारा लगातार टालमटोल किया गया जो कि भारतीय स्टेट बैंक में बहुत बड़े भ्रष्टाचार का द्योतक है
Appeal Details
Appeal Number
DEABD/E/A/23/0004977
Date of Receipt
14/03/2023
Appeal Text
महोदय यदि भारतीय स्टेट बैंक प्रार्थी के सब्सिडी को समय से मर्ज कर देता है तो प्रार्थी रुपये 30000 के हानि से बच जाता है क्योंकि प्रार्थी से उस पैसे का भी ब्याज लिया गया जो आज से 6 महीने पहले भारत सरकार द्वारा भारतीय स्टेट बैंक को दिया गया महोदय यदि इसी तरह से लूट जारी रही तो भारत सरकार द्वारा इतनी बड़ी सहायता राशि के बावजूद गरीबी बदस्तूर जारी रहेगी क्योंकि भारतीय स्टेट बैंक की कार्यशैली ही पूर्ण रूप से भ्रष्टाचार पूर्ण है भिन्न-भिन्न तरीके से ग्राहकों को परेशान करना उनकी कार्यशैली का हिस्सा है अब सोचिए क्या जरूरत थी प्रार्थी का रुपये 30000 का नुकसान करने का जो सब्सिडी तुम 6 महीने बाद मर्ज किए उसे 6 महीने पहले कर देते तो क्या बुराई थीश्रीमान जी प्रार्थी द्वारा तुरंत सब्सिडी मर्ज करने के लिए आवेदन दिया गया और खुद प्रार्थी द्वारा पब्लिक ग्रीवेंस पोर्टल पर भी सब्सिडी मर्ज करने के लिए अनुरोध किया गया किंतु मनमाना आख्या लगाकर भारतीय स्टेट बैंक द्वारा लगातार टालमटोल किया गया जो कि भारतीय स्टेट बैंक में बहुत बड़े भ्रष्टाचार का द्योतक है श्रीमान जी संबंधित कर्मचारियों के खिलाफ विधि सम्मत कार्यवाही होनी चाहिए क्योंकि यदि कार्यवाही नहीं होगी तो इसी तरह से इन लोगों का मनोबल भ्रष्टाचार करने में लगा रहेगा आज इतने भ्रष्टाचारी इसलिए हो गए हैं क्योंकि इन पर कोई अंकुश नहीं है मनमाने तरीके से ग्राहकों को परेशान करते हैं फिर शिकायत में मनमाना आख्या लगा देते हैं यही इनकी निरंकुशता का कारण है कृपया नियमानुसार विधि सम्मत कार्यवाही करें और प्रार्थी को जो रुपये 30000 का हानि हुआ है संबंधित कर्मचारी के तनख्वाह से भुगतान कराएं
Current Status
Appeal Received
Officer Concerns To
Officer Name
General Manager (General Manager)
Organisation name
State Bank of India
Contact Address
Corporate Centre, Customer Service Deptt. State Bank Bhawan, 16th Floor, Madam Cama Road, Mumbai
Email Address
gm.customer@sbi.co.in
Contact Number
02222740970
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