Regional Marketing Officer submitted arbitrary and inconsistent report to conceal corruption



संदर्भ संख्या : 40019921024356 , दिनांक - 15 Feb 2023 तक की स्थिति

आवेदनकर्ता का विवरण :

शिकायत संख्या:-40019921024356

आवेदक का नाम-Yogi M P Singhविषय-An application on behalf of Nitin Singh S/O Sugun Singh W/O Late Krishna Kumar Singh under Article 51 A of the constitution of India to know account detail and action. It seems that entire bureaucracy in the state has been crippled and incompetent because of rampant corruption in the government machinery. Everyone knows that punishment is awarded to those who are guilty if the Son of Sugun Singh did not commit any wrong, then why did government of Uttar Pradesh cancel the Ration card of the Sugun Singh ipso facto? Here this question arises that what enquiry was carried out by the supply inspector? How can supply inspector says that paddy and wheat was sold by Nitin Singh while the actual fact is that concerned staff itself running out from providing any record concerned with illegal transactions made in the name of Nitin Singh so that actual wrongdoers may be exposed? My demand is to carry out enquiry into the matter so that whoever is the beneficiary of illegal transactions may be subjected to penal action of the law of land. Who is Amit Kumar must be revealed by the concerned staffs of the government? If the amount is available in the account of Nitin Singh opened on his name, then provide the account detail otherwise defaulters will take away that money. I sought this information under RTI on behalf of Sugun Singh and his son, but D.M. Mirzapur is escaping from the matter. अपर मुख्य सचिव/प्रमुख सचिव/सचिव खाद्य एवं रसद विभाग महोदय आप का रिपोर्ट और आप की क्षमता ब्यथा को समझने की दोनों पर प्रश्न चिन्ह है श्री मान जी जिस राशि की बात आप कर रहे है वही प्रार्थी पुत्र को मिल जाय फिर प्रार्थी को किसी राशन कार्ड की आवश्यकता ही नहीं है किन्तु वह पैसा तो आप के विभाग का दलाल ले गया जो आप लोगो तक फिर पहुंच गया अन्यथा आप द्वारा प्रार्थी द्वारा चाही सूचनाओं को गोपनीय क्यों रखा जा रहा है The disposal of the following grievance is not according to the submissions of the grievance because they know that if the submissions of the grievance will be touched then wrongdoers of the department will be exposed. Sir, a guilty is punished but here is अंधेर नगरी चौपट राजा टका सेर भाजी टका खाजा जिन्होंने ने चमन को लूटा वे गुलछर्रे उड़ा रहे है स्वयं घोषित ईमानदार और न्यायी शासक निरीह जनता को जो की निर्दोष है को दण्डित कर रहा है हे न्यास को धारण करने वाले जब न्यास धारण करने की क्षमता नहीं थी तो धारण क्यों किया जब न्यासी स्थापित मानदंडों का उल्लंघन करे तो समाज का पतन निश्चित है जनता को समझ लेना चाहिये अधिकारी द्वारा शिकायत का अंतिम निस्तारण कर दिया गया है It is quite obvious that no enquiry was carried out by the government of Uttar Pradesh regarding the ration cardholders who sold paddy and wheat over three Lakh rupees. How can the office of the district supply officer Mirzapur cancel the ration card of a large number of ration cardholders merely on the bogus report prepared by the corrupt staff of the government concerned with the malpractices of the government staff themselves? Why the government of Uttar Pradesh is frightened itself in ordering a transparent and accountable enquiry through a proper agency which may look into the matter at the grassroot level. Submissions before Uttar Pradesh Human Rights Commission. Undoubtedly the applicant and the entire aggrieved people knew about the reason for cancellation of the Ration card. Which is quite obvious from the submissions of the grievance? Therefore, they had to focus on the focused point of the grievance like 1-You may also provide the account details through which transactions were made. Details are attached.

विभाग -खाद्य एवं रसद विभागशिकायत श्रेणी -

नियोजित तारीख-19-11-2021शिकायत की स्थिति-

स्तर -जनपद स्तरपद -जिला खाद्य एवं विपरण अधिकारी

प्राप्त रिमाइंडर-

प्राप्त फीडबैक -दिनांक15-11-2021 को फीडबैक:-शिकायतकर्ता द्वारा बताया गया है की वह विभाग द्वारा दिए गये समाधान से असंतुष्ट है |

फीडबैक की स्थिति -

संलग्नक देखें -Click here

नोट- अंतिम कॉलम में वर्णित सन्दर्भ की स्थिति कॉलम-5 में अंकित अधिकारी के स्तर पर हुयी कार्यवाही दर्शाता है!

अधीनस्थ द्वारा प्राप्त आख्या :

क्र.स. सन्दर्भ का प्रकार आदेश देने वाले अधिकारी अग्रसारित दिनांक आदेश आख्या देने वाले अधिकारी आख्या दिनांक आख्या स्थिति आपत्ति देखे संलगनक

1 अंतरित ऑनलाइन सन्दर्भ 30-10-2021 जिला खाद्य एवं विपरण अधिकारी-मिर्ज़ापुर,खाद्य एवं रसद विभाग 15-11-2021 अवगत कराना है की उक्त शिकायत जिलपूर्ति कार्यालय से संबन्धित है अतः प्रकरण निक्षेपित योग्य है निस्तारित

2 अंतरित ऑनलाइन सन्दर्भ 15-11-2021 शिकायतकर्ता द्वारा असंतुष्ट फीडबैक प्राप्त होने पर उच्च अधिकारी को पुनः परीक्षण हेतु प्रेषित. संभागीय खाद्य विपरण अधिकारी मण्डल -मिर्ज़ापुर,खाद्य एवं रसद विभाग 14-02-2023 आई0जी0आर0एस0 संदर्भ संख्या 40019921024356 के सम्बन्ध मे अवगत कराना है कि खरीफ विपणन वर्ष 2021 22 क्रय सत्र समाप्त हो चुका है एवं क्रय सत्र मे किए गए धान का भुगतान किया जा चुका है अतः प्रकरण को निस्तारित करने का कष्ट करे निस्तारित

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