Matter concerning B.D.O. Chhanvey and chief veterinary officer was sent to women hospital Mirzapur

Grievance Status for registration number : GOVUP/E/2022/103189

Grievance Concerns To

Name Of Complainant

Yogi M. P. Singh

Date of Receipt

31/12/2022

Received By Ministry/Department

Uttar Pradesh

Grievance Description

Rs.14.07 Lakh spent on construction of temporary cowsheds in financial year 2018-19 and Rs.1973452 spent to upkeep cows in 2019-20. , श्रीमान जी खंड विकास अधिकारी छानवे जनपद मिर्जापुर प्रार्थी को 33.8 लाख रुपए का हिसाब दे जो उनके द्वारा वित्तीय वर्ष 2018-19 और वित्तीय वर्ष 2,019-20 में खर्च किया गया है।

श्रीमान जी जो खर्च खंड विकास अधिकारी छानवे जनपद मिर्जापुर द्वारा उपलब्ध कराया गया है वह उपरोक्त धनराशि का आधा भी नहीं है अर्थात जो खर्च दिखाया गया है वह पूरा का पूरा धन बंदरबांट कर दिया गया यदि खर्च ही नहीं किए हैं तो दिखाएंगे कहां से महत्वपूर्ण प्रश्न तो यह है

आवेदनकर्ता का विवरण :

शिकायत संख्या:-60000220195729

आवेदक का नाम-Yogi M. P. Singhविषय-The matter concerns the working of the chief veterinary officer Mirzapur and Block Development Officer Chhanbey, District-Mirzapur and information made available by the Block Development Officer Chhanbey attached to this grievance. Rs.14.07 Lakh was spent on the construction of temporary cowsheds in the financial year 2018-19 and Rs.1973452 was spent to upkeep cows in the financial year 2019-20. In village panchayat, Rasauli, development block-Chhanbey, district-Mirzapur, the financial year 2018-19, a temporary cowshed was made. The Funds spent on the material-5.88 Lakh and on labourers Rs. 1.19 Lakh in the form of wages and others. In village panchayat, Nibi Gaharwar, development block-Chhanbey, district-Mirzapur, the financial year 2018-19, a temporary cowshed was made. The Funds spent on the material-5.30 Lakh and on labourers Rs. 1.70 Lakh in the form of wages and others. In village panchayat, Rasauli, development block-Chhanbey, district-Mirzapur, the financial year 2019-20, no temporary cowshed was made. The Funds spent on the material-Rs.0 and on labourers Rs. 766554 in the form of wages and others. In village panchayat, Nibi Gaharwar, development block-Chhanbey, district-Mirzapur, the financial year 2019-20, no temporary cowshed was made. The Funds spent on the material-Rs.0 and on labourers Rs. 1206898 in the form of wages and others. Here a matter of fact is if a cow shed has not been constructed, then where has gone this huge fund provided by the government of Uttar Pradesh in the financial year 2019-20 to chief veterinary officer Mirzapur and Block Development Officer Chhanbey, District-Mirzapur?

श्रीमान जी प्रार्थी गणित का परास्नातक का छात्र रहा है और खुद स्नातक के छात्रों को गणित और भौतिक विज्ञान पढ़ाई करता था अभी 2 साल हुए ही विश्राम लिए श्रीमान जी मुख्य चिकित्सा अधिकारी को इस तरह से प्रार्थी को भ्रमित नहीं करना चाहिए इस समय जो रिपोर्ट लगी है उसमें जो ब्यौरा दिया गया है और पूर्व में जन सूचना अधिकार 2005 के तहत उपलब्ध कराई गई सूचना में बहुत बड़ा अंतर है अर्थात सरकारी धन का बहुत बड़े स्तर पर बंदरबांट किया गया है जो किसी भी तरह से उचित नहीं है श्रीमान जी जो भी अधिकारी और कर्मचारी सरकार के इन आंख्या का परीक्षण करते हैं वह खुद ही समझ सकते हैं कि जो भी विषय वस्तु प्रस्तुत किया गया है वह खुद ही मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा उपलब्ध कराए गए दस्तावेजों के आधार पर है और ऐसे में खुद मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा स्पष्टीकरण के नाम पर बेबुनियाद आख्या प्रस्तुत करना कहां तक उचित है इसमें सिर्फ भ्रष्टाचार की झलक दिखाई पड़ती है और यह भी स्पष्ट है कि योगी सरकार और केंद्र की मोदी सरकार ईमानदारी का नाटक कर रही है अन्यथा इस तरह का असंगत और भ्रष्टाचार पूर्ण आख्या मुख्य चिकित्सा अधिकारी ना लगाते

Current Status

Case closed

Date of Action

28/01/2023

Remarks

अधीनस्थ अधिकारी के स्तर पर निस्तारित आवेदक कृपया अवगत हों कि प्रकरण जिला महिला चिकित्सालय मीरजापुर से सम्बनि त नहीं है

Rating

1

Poor

Rating Remarks

महोदय जब प्रकरण का संबंध मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी और खंड विकास अधिकारी छानवे से संबंधित है तो फिर प्रकरण को महिला चिकित्सालय में मिर्जापुर क्यों भेजा गया आप महोदय प्रकरण की गंभीरता को कभी नहीं समझते हैं और हमेशा भ्रष्टाचार के मुद्दों पर पर्दा डालने का प्रयास करते हैं जो किसी तरह से उचित नहीं है श्रीमान जी जहां आपको व्यथा के साथ संलग्नको का भी अवलोकन करना चाहिए वहीं पर आप शिकायत के विषय वस्तु का भी अवलोकन नहीं करते हैं तो आप लोगों की शिकायतों का समाधान कैसे देंगे? भ्रष्टाचार का प्रकरण दबाया गया Sir, when the case is related to Chief Veterinary Officer and Block Development Officer Chhanvey, then why was the case sent to Women Hospital, Mirzapur. Sir you never understand the seriousness of the issue and always try to cover up the issues of corruption which is not fair in any way. Sir, as far as you should look at the attachments with grievance, on the other hand, you do not even look at the subject matter of the complaint, then how will you solve the complaints of the people?

Officer Concerns To

Officer Name

Shri Bhaskar Pandey (Joint Secretary)

Organisation name

Government of Uttar Pradesh

Contact Address

Chief Minister Secretariat , Room No. 321, U.P. Secretariat, Lucknow

Email Address

bhaskar.12214@gov.in

Contact Number

05222226350

Grievance Status for registration number : GOVUP/E/2022/103203

Grievance Concerns To

Name Of Complainant

Yogi M. P. Singh

Date of Receipt

31/12/2022

Received By Ministry/Department

Uttar Pradesh

Grievance Description

​Misuse of public funds meant for temporary cowsheds in the district Mirzapur itself evident from the report made available by Block Development Officer Chhanbey District-Mirzapur. ​Vide attached PDF documents for supportive evidence provided by the concerned B.D.O. itself.


Rs.14.07 Lakh spent on construction of temporary cowsheds in financial year 2018-19 and Rs.1973452 spent to upkeep cows in 2019-20. , श्रीमान जी खंड विकास अधिकारी छानवे जनपद मिर्जापुर प्रार्थी को 33.8 लाख रुपए का हिसाब दे जो उनके द्वारा वित्तीय वर्ष 2018-19 और वित्तीय वर्ष 2,019-20 में खर्च किया गया है।

श्रीमान जी जो खर्च खंड विकास अधिकारी छानवे ​​जनपद मिर्जापुर द्वारा उपलब्ध कराया गया है वह उपरोक्त धनराशि का आधा भी नहीं है अर्थात जो खर्च दिखाया गया है वह पूरा का पूरा धन बंदरबांट कर दिया गया यदि खर्च ही नहीं किए हैं तो दिखाएंगे कहां से महत्वपूर्ण प्रश्न तो यह है


शिकायत संख्या:-60000220195729

आवेदक का नाम-Yogi M. P. Singh​ ​विषय-The matter concerns the working of the chief veterinary officer Mirzapur and Block Development Officer Chhanbey, District-Mirzapur and information made available by the Block Development Officer Chhanbey attached to this grievance. Rs.14.07 Lakh was spent on the construction of temporary cowsheds in the financial year 2018-19 and Rs.1973452 was spent to upkeep cows in the financial year 2019-20. In village panchayat, Rasauli, development block-Chhanbey, district-Mirzapur, the financial year 2018-19, a temporary cowshed was made. The Funds spent on the material-5.88 Lakh and on labourers Rs. 1.19 Lakh in the form of wages and others. In village panchayat, Nibi Gaharwar, development block-Chhanbey, district-Mirzapur, the financial year 2018-19, a temporary cowshed was made. The Funds spent on the material-5.30 Lakh and on labourers Rs. 1.70 Lakh in the form of wages and others. In village panchayat, Rasauli, development block-Chhanbey, district-Mirzapur, the financial year 2019-20, no temporary cowshed was made. The Funds spent on the material-Rs.0 and on labourers Rs. 766554 in the form of wages and others. In village panchayat, Nibi Gaharwar, development block-Chhanbey, district-Mirzapur, the financial year 2019-20, no temporary cowshed was made. The Funds spent on the material-Rs.0 and on labourers Rs. 1206898 in the form of wages and others. Here a matter of fact is if a cow shed has not been constructed, then where has gone this huge fund provided by the government of Uttar Pradesh in the financial year 2019-20 to chief veterinary officer Mirzapur and Block Development Officer Chhanbey, District-Mirzapur?

श्रीमान जी प्रार्थी गणित का परास्नातक का छात्र रहा है और खुद स्नातक के छात्रों को गणित और भौतिक विज्ञान पढ़ाई करता था अभी 2 साल हुए ही विश्राम लिए श्रीमान जी मुख्य चिकित्सा अधिकारी को इस तरह से प्रार्थी को भ्रमित नहीं करना चाहिए इस समय जो रिपोर्ट लगी है उसमें जो ब्यौरा दिया गया है और पूर्व में जन सूचना अधिकार 2005 के तहत उपलब्ध कराई गई सूचना में बहुत बड़ा अंतर है अर्थात सरकारी धन का बहुत बड़े स्तर पर बंदरबांट किया गया है जो किसी भी तरह से उचित नहीं है श्रीमान जी जो भी अधिकारी और कर्मचारी सरकार के इन आंख्या का परीक्षण करते हैं वह खुद ही समझ सकते हैं कि जो भी विषय वस्तु प्रस्तुत किया गया है वह खुद ही मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा उपलब्ध कराए गए दस्तावेजों के आधार पर है और ऐसे में खुद मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा स्पष्टीकरण के नाम पर बेबुनियाद आख्या प्रस्तुत करना कहां तक उचित है इसमें सिर्फ भ्रष्टाचार की झलक दिखाई पड़ती है और यह भी स्पष्ट है कि योगी सरकार और केंद्र की मोदी सरकार ईमानदारी का नाटक कर रही है अन्यथा इस तरह का असंगत और भ्रष्टाचार पूर्ण आख्या मुख्य चिकित्सा अधिकारी ना लगाते

Sir stray animals are openly moving on streets freely and public staff are sleeping on the complaints they are not taking serious steps which is causing great difficulty to citizens. The matter concerns the stray animals in wandering in Mirzapur. Where are the cow centres are working in the Mirzapur? Most of the funds meant for cowsheds has gone into pockets of the concerned public staff which is the subject of main concern.

Grievance Document

Current Status

Case closed

Date of Action

27/01/2023

Remarks

अधीनस्थ अधिकारी के स्तर पर निस्तारित आवेदक कृपया अवगत हों कि प्रकरण जिला महिला चिकित्सालय मीरजापुर से सम्बनिधत नहीं हैं

Rating

1

Poor

Rating Remarks

महोदय जब प्रकरण का संबंध मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी और खंड विकास अधिकारी छानवे से संबंधित है तो फिर प्रकरण को महिला चिकित्सालय में मिर्जापुर क्यों भेजा गया आप महोदय प्रकरण की गंभीरता को कभी नहीं समझते हैं और हमेशा भ्रष्टाचार के मुद्दों पर पर्दा डालने का प्रयास करते हैं जो किसी तरह से उचित नहीं है श्रीमान जी जहां आपको व्यथा के साथ संलग्नको का भी अवलोकन करना चाहिए वहीं पर आप शिकायत के विषय वस्तु का भी अवलोकन नहीं करते हैं तो आप लोगों की शिकायतों का समाधान कैसे देंगे? भ्रष्टाचार का प्रकरण दबाया गया Sir, when the case is related to Chief Veterinary Officer and Block Development Officer Chhanvey, then why was the case sent to Women Hospital, Mirzapur. Sir you never understand the seriousness of the issue and always try to cover up the issues of corruption which is not fair in any way. Sir, as far as you should look at the attachments with grievance, on the other hand, you do not even look at the subject matter of the complaint, then how will you solve the complaints of the people?

Officer Concerns To

Officer Name

Shri Bhaskar Pandey (Joint Secretary)

Organisation name

Government of Uttar Pradesh

Contact Address

Chief Minister Secretariat , Room No. 321, U.P. Secretariat, Lucknow

Email Address

bhaskar.12214@gov.in

संदर्भ संख्या : 60000230010050 , दिनांक - 01 Feb 2023 तक की स्थिति

आवेदनकर्ता का विवरण :

शिकायत संख्या:-60000230010050

आवेदक का नाम-Yogi M. P. Singhविषय-​Misuse of public funds meant for temporary cowsheds in the district Mirzapur itself evident from the report made available by Block Development Officer Chhanbey District-Mirzapur. ​Vide attached PDF documents for supportive evidence provided by the concerned B.D.O. itself. Rs.14.07 Lakh spent on construction of temporary cowsheds in financial year 2018-19 and Rs.1973452 spent to upkeep cows in 2019-20. , श्रीमान जी खंड विकास अधिकारी छानवे जनपद मिर्जापुर प्रार्थी को 33.8 लाख रुपए का हिसाब दे जो उनके द्वारा वित्तीय वर्ष 2018-19 और वित्तीय वर्ष 2,019-20 में खर्च किया गया है। श्रीमान जी जो खर्च खंड विकास अधिकारी छानवे ​​जनपद मिर्जापुर द्वारा उपलब्ध कराया गया है वह उपरोक्त धनराशि का आधा भी नहीं है अर्थात जो खर्च दिखाया गया है वह पूरा का पूरा धन बंदरबांट कर दिया गया यदि खर्च ही नहीं किए हैं तो दिखाएंगे कहां से महत्वपूर्ण प्रश्न तो यह है शिकायत संख्या:-60000220195729 आवेदक का नाम-Yogi M. P. Singh​ ​विषय-The matter concerns the working of the chief veterinary officer Mirzapur and Block Development Officer Chhanbey, District-Mirzapur and information made available by the Block Development Officer Chhanbey attached to this grievance. Rs.14.07 Lakh was spent on the construction of temporary cowsheds in the financial year 2018-19 and Rs.1973452 was spent to upkeep cows in the financial year 2019-20. In village panchayat, Rasauli, development block-Chhanbey, district-Mirzapur, the financial year 2018-19, a temporary cowshed was made. The Funds spent on the material-5.88 Lakh and on labourers Rs. 1.19 Lakh in the form of wages and others. In village panchayat, Nibi Gaharwar, development block-Chhanbey, district-Mirzapur, the financial year 2018-19, a temporary cowshed was made. The Funds spent on the material-5.30 Lakh and on labourers Rs. 1.70 Lakh in the form of wages and others. In village panchayat, Rasauli, development block-Chhanbey, district-Mirzapur, the financial year 2019-20, no temporary cowshed was made. The Funds spent on the material-Rs.0 and on labourers Rs. 766554 in the form of wages and others. In village panchayat, Nibi Gaharwar, development block-Chhanbey, district-Mirzapur, the financial year 2019-20, no temporary cowshed was made. The Funds spent on the material-Rs.0 and on labourers Rs. 1206898 in the form of wages and others. Here a matter of fact is if a cow shed has not been constructed, then where has gone this huge fund provided by the government of Uttar Pradesh in the financial year 2019-20 to chief veterinary officer Mirzapur and Block Development Officer Chhanbey, District-Mirzapur? श्रीमान जी प्रार्थी गणित का परास्नातक का छात्र रहा है और खुद स्नातक के छात्रों को गणित और भौतिक विज्ञान पढ़ाई करता था अभी 2 साल हुए ही विश्राम लिए श्रीमान जी मुख्य चिकित्सा अधिकारी को इस तरह से प्रार्थी को भ्रमित नहीं करना चाहिए इस समय जो रिपोर्ट लगी है उसमें जो ब्यौरा दिया गया है और पूर्व में जन सूचना अधिकार 2005 के तहत उपलब्ध कराई गई सूचना में बहुत बड़ा अंतर है अर्थात सरकारी धन का बहुत बड़े स्तर पर बंदरबांट किया गया है जो किसी भी तरह से उचित नहीं है श्रीमान जी जो भी अधिकारी और कर्मचारी सरकार के इन आंख्या का परीक्षण करते हैं वह खुद ही समझ सकते हैं कि जो भी विषय वस्तु प्रस्तुत किया गया है वह खुद ही मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा उपलब्ध कराए गए दस्तावेजों के आधार पर है और ऐसे में खुद मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा स्पष्टीकरण के नाम पर बेबुनियाद आख्या प्रस्तुत करना कहां तक उचित है इसमें सिर्फ भ्रष्टाचार की झलक दिखाई पड़ती है और यह भी स्पष्ट है कि योगी सरकार और केंद्र की मोदी सरकार ईमानदारी का नाटक कर रही है अन्यथा इस तरह का असंगत और भ्रष्टाचार पूर्ण आख्या मुख्य चिकित्सा अधिकारी ना लगाते Sir stray animals are openly moving on streets freely and public staff are sleeping on the complaints they are not taking serious steps which is causing great difficulty to citizens. The matter concerns the stray animals in wandering in Mirzapur. Where are the cow centres are working in the Mirzapur? Most of the funds meant for cowsheds has gone into pockets of the concerned public staff which is the subject of main concern.

विभाग -शिकायत श्रेणी -

नियोजित तारीख-07-02-2023शिकायत की स्थिति-

स्तर -जनपद स्तरपद -जिलाधिकारी

प्राप्त रिमाइंडर-

प्राप्त फीडबैक -दिनांक को फीडबैक:-

फीडबैक की स्थिति -

संलग्नक देखें -Click here

नोट- अंतिम कॉलम में वर्णित सन्दर्भ की स्थिति कॉलम-5 में अंकित अधिकारी के स्तर पर हुयी कार्यवाही दर्शाता है!

अधीनस्थ द्वारा प्राप्त आख्या :

क्र.स. सन्दर्भ का प्रकार आदेश देने वाले अधिकारी अग्रसारित दिनांक आदेश आख्या देने वाले अधिकारी आख्या दिनांक आख्या स्थिति आपत्ति देखे संलगनक

1 अंतरित लोक शिकायत अनुभाग -3(, मुख्यमंत्री कार्यालय ) 23-01-2023 कृपया शीघ्र नियमानुसार कार्यवाही किये जाने की अपेक्षा की गई है। जिलाधिकारी-मिर्ज़ापुर, 27-01-2023 अधीनस्थ अधिकारी के स्तर पर निस्तारित निक्षेपित

2 अंतरित जिलाधिकारी ( ) 24-01-2023 कृपया उपरोक्त सबंध में तत्काल नियमानुसार कार्यवाही कर कृत कार्यवाही से अवगत कराने का कष्ट करें मुख्‍य चिकित्‍सा अधीक्षक/अधीक्षिका(महिला)-मिर्ज़ापुर,चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण 27-01-2023 आवेदक कृपया अवगत हों कि प्रकरण जिला महिला चिकित्सालय मीरजापुर से सम्बनिधत नहीं हैं निस्तारित

Contact Number

05222226350

संदर्भ संख्या : 60000230010021 , दिनांक - 01 Feb 2023 तक की स्थिति

आवेदनकर्ता का विवरण :

शिकायत संख्या:-60000230010021

आवेदक का नाम-Yogi M. P. Singhविषय-Rs.14.07 Lakh spent on construction of temporary cowsheds in financial year 2018-19 and Rs.1973452 spent to upkeep cows in 2019-20. , श्रीमान जी खंड विकास अधिकारी छानवे जनपद मिर्जापुर प्रार्थी को 33.8 लाख रुपए का हिसाब दे जो उनके द्वारा वित्तीय वर्ष 2018-19 और वित्तीय वर्ष 2,019-20 में खर्च किया गया है। श्रीमान जी जो खर्च खंड विकास अधिकारी छानवे जनपद मिर्जापुर द्वारा उपलब्ध कराया गया है वह उपरोक्त धनराशि का आधा भी नहीं है अर्थात जो खर्च दिखाया गया है वह पूरा का पूरा धन बंदरबांट कर दिया गया यदि खर्च ही नहीं किए हैं तो दिखाएंगे कहां से महत्वपूर्ण प्रश्न तो यह है आवेदनकर्ता का विवरण : शिकायत संख्या:-60000220195729 आवेदक का नाम-Yogi M. P. Singhविषय-The matter concerns the working of the chief veterinary officer Mirzapur and Block Development Officer Chhanbey, District-Mirzapur and information made available by the Block Development Officer Chhanbey attached to this grievance. Rs.14.07 Lakh was spent on the construction of temporary cowsheds in the financial year 2018-19 and Rs.1973452 was spent to upkeep cows in the financial year 2019-20. In village panchayat, Rasauli, development block-Chhanbey, district-Mirzapur, the financial year 2018-19, a temporary cowshed was made. The Funds spent on the material-5.88 Lakh and on labourers Rs. 1.19 Lakh in the form of wages and others. In village panchayat, Nibi Gaharwar, development block-Chhanbey, district-Mirzapur, the financial year 2018-19, a temporary cowshed was made. The Funds spent on the material-5.30 Lakh and on labourers Rs. 1.70 Lakh in the form of wages and others. In village panchayat, Rasauli, development block-Chhanbey, district-Mirzapur, the financial year 2019-20, no temporary cowshed was made. The Funds spent on the material-Rs.0 and on labourers Rs. 766554 in the form of wages and others. In village panchayat, Nibi Gaharwar, development block-Chhanbey, district-Mirzapur, the financial year 2019-20, no temporary cowshed was made. The Funds spent on the material-Rs.0 and on labourers Rs. 1206898 in the form of wages and others. Here a matter of fact is if a cow shed has not been constructed, then where has gone this huge fund provided by the government of Uttar Pradesh in the financial year 2019-20 to chief veterinary officer Mirzapur and Block Development Officer Chhanbey, District-Mirzapur? श्रीमान जी प्रार्थी गणित का परास्नातक का छात्र रहा है और खुद स्नातक के छात्रों को गणित और भौतिक विज्ञान पढ़ाई करता था अभी 2 साल हुए ही विश्राम लिए श्रीमान जी मुख्य चिकित्सा अधिकारी को इस तरह से प्रार्थी को भ्रमित नहीं करना चाहिए इस समय जो रिपोर्ट लगी है उसमें जो ब्यौरा दिया गया है और पूर्व में जन सूचना अधिकार 2005 के तहत उपलब्ध कराई गई सूचना में बहुत बड़ा अंतर है अर्थात सरकारी धन का बहुत बड़े स्तर पर बंदरबांट किया गया है जो किसी भी तरह से उचित नहीं है श्रीमान जी जो भी अधिकारी और कर्मचारी सरकार के इन आंख्या का परीक्षण करते हैं वह खुद ही समझ सकते हैं कि जो भी विषय वस्तु प्रस्तुत किया गया है वह खुद ही मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा उपलब्ध कराए गए दस्तावेजों के आधार पर है और ऐसे में खुद मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा स्पष्टीकरण के नाम पर बेबुनियाद आख्या प्रस्तुत करना कहां तक उचित है इसमें सिर्फ भ्रष्टाचार की झलक दिखाई पड़ती है और यह भी स्पष्ट है कि योगी सरकार और केंद्र की मोदी सरकार ईमानदारी का नाटक कर रही है अन्यथा इस तरह का असंगत और भ्रष्टाचार पूर्ण आख्या मुख्य चिकित्सा अधिकारी ना लगाते

विभाग -शिकायत श्रेणी -

नियोजित तारीख-07-02-2023शिकायत की स्थिति-

स्तर -जनपद स्तरपद -जिलाधिकारी

प्राप्त रिमाइंडर-

प्राप्त फीडबैक -दिनांक को फीडबैक:-

फीडबैक की स्थिति -

संलग्नक देखें -Click here

नोट- अंतिम कॉलम में वर्णित सन्दर्भ की स्थिति कॉलम-5 में अंकित अधिकारी के स्तर पर हुयी कार्यवाही दर्शाता है!

अधीनस्थ द्वारा प्राप्त आख्या :

क्र.स. सन्दर्भ का प्रकार आदेश देने वाले अधिकारी अग्रसारित दिनांक आदेश आख्या देने वाले अधिकारी आख्या दिनांक आख्या स्थिति आपत्ति देखे संलगनक

1 अंतरित लोक शिकायत अनुभाग -3(, मुख्यमंत्री कार्यालय ) 23-01-2023 कृपया शीघ्र नियमानुसार कार्यवाही किये जाने की अपेक्षा की गई है। जिलाधिकारी-मिर्ज़ापुर, 27-01-2023 अधीनस्थ अधिकारी के स्तर पर निस्तारित निक्षेपित

2 अंतरित जिलाधिकारी ( ) 24-01-2023 कृपया उपरोक्त सबंध में तत्काल नियमानुसार कार्यवाही कर कृत कार्यवाही से अवगत कराने का कष्ट करें मुख्‍य चिकित्‍सा अधीक्षक/अधीक्षिका(महिला)-मिर्ज़ापुर,चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण 27-01-2023 आवेदक कृपया अवगत हों कि प्रकरण जिला महिला चिकित्सालय मीरजापुर से सम्बनि त नहीं है। निस्तारित

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