More than two beegha wheat crop burnt, executive engineer EDD II is procrastinating


 संदर्भ संख्या : 40019922027067, दिनांक - 02 Dec 2022 तक की स्थिति

आवेदनकर्ता का विवरण :

शिकायत संख्या:-40019922027067

आवेदक का नाम-Yogi M P Singhविषय-An application under Article 51A of the constitution of India on behalf of Dayanand Singh son of Sobhnath Singh village Nibi Gaharwar post Nibi Gaharwar district Mirzapur. श्रीमान जी 7 नवंबर 2022 का पत्र व्यथित दयानंद सिंह पुत्र सोभनाथ सिंह को संबोधित है और उस पत्र के माध्यम से अधिशासी अभियंता विद्युत वितरण खंड द्वितीय ने निम्न आपत्तियां जताई है The compensation is pending before the local office of the Uttar Pradesh Power Corporation Limited by taking the recourse of three points.1-Engineer EDD II Mirzapur seeking copy of the F.I.R. registered in the matter.2-Recommendation made by Tehsil Sadar did not contain the initial of the Tehsil Sadar.3-Copy of the Bank passbook of the victim of electrical accident Dayanand Singh son of Late Shobh Nath Singh, Village-Nibi Gaharwar, Post-Nibi Gaharwar, Tehsil-Sadar, District-Mirzapur, PIN Code-231303. Which is quite obvious from the attached PDF documents to the complaint. श्रीमान जी उपरोक्त सभी आपत्तियां तहसीलदार सदर की रिपोर्ट दिनांक 15 जून 2021 से संबंधित हैं श्रीमान जी तहसीलदार के रिपोर्ट में जो अनियमितता है उसको प्रार्थी कैसे दूर कर सकता है अधिशासी अभियंता महोदय को उन आपत्तियों को दूर करने के लिए तहसीलदार सदर या उप जिलाधिकारी महोदय सदर से पत्र व्यवहार करना चाहिए था किंतु इनके मन में तो कुछ और ही ख्याली पुलाव पक रहे थे जो इन्होंने व्यथित को बुला डाला श्रीमान जी क्या अधिशासी अभियंता विद्युत वितरण खंड द्वितीय एके सिंह की अखंडता संदेह के घेरे में नहीं आ रही है क्योंकि इन्होंने सारे नैसर्गिक सिद्धांतों को भुलाकर अपनी मनमानी की है कौन सा नियम यह कहता है कि तहसीलदार सदर या उप जिलाधिकारी महोदय सदर की आख्या संबंधी आपत्तियों का निराकरण करने का अधिकार दयानंद सिंह पुत्र शोभनाथ सिंह को है इसलिए इनका पहल ही असंवैधानिक, अवैध और भ्रष्टाचार से पोषित है इसलिए अधिशासी अभियंता विद्युत वितरण खंड द्वितीय ए के सिंह के विरुद्ध दंडात्मक कार्यवाही की जानी चाहिए और यह कारण जानना चाहिए कि उनके द्वारा नैसर्गिक मूल्यों का उल्लंघन क्यों हुआ यह सच है कि तहसीलदार सदर की रिपोर्ट में कोई कमी नहीं है जो भी परेशानी उठी है वह सिर्फ विद्युत वितरण खंड द्वितीय के कार्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार के कारण हुई है कृपया वरिष्ठ अधिकारी इसका संज्ञान ले श्रीमान जी प्रकरण में विद्युत दुर्घटना में कोई मानवीय हानि नहीं हुई है इसलिए पुलिस के प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करने और पोस्टमार्टम रिपोर्ट दर्ज करने का कोई औचित्य ही नहीं है क्योंकि फसल हानि हुई है इसलिए तहसीलदार सदर की रिपोर्ट खुद ही पर्याप्त है चू की व्यथित का जो रिपोर्ट लगा हुआ है उससे भी ज्यादा हानि हुआ है किंतु जो कुछ भी मिल जाए वही बहुत है इस भ्रष्टाचार के युग में सोचिए विद्युत वितरण खंड द्वितीय के अधिशासी अभियंता एके सिंह उस अल्प भरपाई को भी नहीं करना चाहते हैं श्रीमान जी आप जो कुछ भी कर रहे हैं उसकी  हिम्मत आपको जिलाधिकारी से कहने में तो थी नहीं क्या आप जिलाधिकारी या उप जिलाधिकारी महोदय से कह सकते हैं कि आप ने प्रथम सूचना रिपोर्ट क्यों नहीं दर्ज करवाई यह आप तहसीलदार से भी नहीं कह सकते हैं क्योंकि आप जानते हैं कि आप जो कुछ भी कह रहे हैं वह नियम संगत नहीं है आपकी कमी यह है कि आप निर्दोष और साधारण नागरिकों को परेशान करते हैं और उनके अधिकारों को हड़पना चाहते हैं श्रीमान जी यदि तहसीलदार महोदय ने अपने संस्तुति पत्र पर अपना हस्ताक्षर नहीं किया था तो वह संस्तुति पत्र आप तहसीलदार महोदय को वापस कर देते और कहते कि आप अपना हस्ताक्षर करके इस संस्तुति पत्र को पुनः भेजें जिससे कि पीड़ित को विभाग से मुआवजा दिलाया जा सके किंतु आपने ऐसा किया नहीं और क्यों नहीं किया आप बेहतर जानते हैं

विभाग -विद्युतशिकायत श्रेणी -

नियोजित तारीख-09-12-2022शिकायत की स्थिति-

स्तर -जनपद स्तरपद -अधिशासी अभियन्‍ता,विघुत

प्राप्त रिमाइंडर-

प्राप्त फीडबैक -दिनांक को फीडबैक:-

फीडबैक की स्थिति -

संलग्नक देखें -Click here

नोट- अंतिम कॉलम में वर्णित सन्दर्भ की स्थिति कॉलम-5 में अंकित अधिकारी के स्तर पर हुयी कार्यवाही दर्शाता है!

अग्रसारित विवरण :

क्र.स. सन्दर्भ का प्रकार आदेश देने वाले अधिकारी अग्रसारित/आपत्ति दिनांक नियत दिनांक अधिकारी को प्रेषित आदेश स्थिति

1 अंतरित ऑनलाइन सन्दर्भ 02-12-2022 09-12-2022 अधिशासी अभियन्‍ता,विघुत-मिर्ज़ापुर,विद्युत अनमार्क


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