Matter concerns defective report submitted by Tehsil Sadar but A.K. Singh asking for rectification after one and half year to victim Dayanad Singh


संदर्भ संख्या : 40019922027912, दिनांक - 15 Dec 2022 तक की स्थिति

आवेदनकर्ता का विवरण :

शिकायत संख्या:-40019922027912

आवेदक का नाम-Yogi M P Singhविषय-आवेदनकर्ता का विवरण शिकायत संख्या -40019922027555 आवेदक का नाम-Yogi M P Singh

विषय- Sir, Executive Engineer Power Distribution Division II AK Singh is complicating the case by giving a roundabout answer. The applicant only says that the Tehsildar Sadar has presented his report, but the Executive Engineer Electricity Distribution Division II has found loopholes in it and is yet to compensate the victim. They are running away from providing the compensation to the victim, which is illegal, unjust, unconstitutional as far as the removal of objections are concerned, the objections which have been said to be removed in that report can be removed only by the person who has presented that report. The working style of the engineer is full of corruption and unconstitutional. Whatever he is saying is not according to the rules, He is saying for the new report but the report has already been prepared, only its shortcomings have to be removed and Dayanand Singh son of Sobhnath Singh will not remove those shortcomings, Tehsildar Sadar and sab divisional Magistrate Sadar may remove the errors. Sir, if Tehsil Sadar has presented his report then only Tehsil Sadar will remove the shortcomings in it, but this simple thing is beyond the understanding of AK Singh, engineer of power distribution division second. A. K. Singh is not able to understand the simple fact that report belongs tu tahsil Sadar so IT will be rectified by the tahsil Sadar. Truth is that he does not have the courage to talk properly because the wrong person always runs away from the right thing., Think that the crop worth of Rs 50000 was burnt to ashes. Uttar Pradesh Power Corporation Limited, due to whose lacunae crop has been burnt, is running away from giving compensation by creating baseless facts, is this called good governance, where rights of the people are only violated, which human rights are protected here? Nothing is visible except corruption. Today, the report which is in a hurry apparently shown by executive Engineer distribution division second, was pending in his office for more than 1 and half years. When the request was made by the applicant, Dayanand Singh then this deficiency was deliberately created by them. It is true that these people are running away from paying compensation, otherwise the assessment of damages has been done by Tehsil Sadar quite obvious from the attached document to the grievance. श्रीमान जी अधिशासी अभियंता विद्युत वितरण खंड द्वितीय एके सिंह प्रकरण को गोल मटोल जवाब देकर जटिल बना रहे हैं प्रार्थी का सिर्फ यह कहना है कि तहसीलदार सदर अपनी आख्या प्रस्तुत कर चुके हैं किंतु अधिशासी अभियंता विद्युत वितरण खंड द्वितीय उसमें कमियां निकाल कर पीड़ित को क्षतिपूर्ति देने से भाग रहे हैं जो कि अवैध है अन्याय पूर्ण है असंवैधानिक है और प्रश्न गत प्रकरण में उस रिपोर्ट में जिन कमियों को दूर करने की बात कही गई है वह वही व्यक्ति दूर कर सकता है जिसने उस रिपोर्ट उस आख्या को प्रस्तुत किया है यहां पर अधिशासी अभियंता की कार्यशैली भ्रष्टाचार पूर्ण है और असंवैधानिक है जो कुछ भी वह कह रहे हैं वह नियमानुसार नहीं है रही जहां बात वह कह रहे हैं कि रिपोर्ट तैयार कराने की तो रिपोर्ट तो पहले से ही तैयार है सिर्फ उसकी कमियों को दूर करना है और कमियां दयानंद सिंह पुत्र सोभनाथ सिंह नहीं करेंगे उन कमियों को दूर करेंगे तहसीलदार सदर और उप जिलाधिकारी सदर ना की दयानंद सिंह श्रीमान जी यदि तहसील सदर अपनी आंख्या प्रस्तुत किया है तो उसमें जो कमियां हैं उसको तहसील सदर ही तो दूर करेगा किंतु यह साधारण सी बात विद्युत वितरण खंड के अभियंता एके सिंह को समझ में नहीं आ रही है सच तो यह है

Department -विद्युतComplaint Category -

नियोजित तारीख-22-12-2022शिकायत की स्थिति-

Level -जनपद स्तरPost -अधिशासी अभियन्‍ता,विघुत

प्राप्त रिमाइंडर-

प्राप्त फीडबैक -दिनांक को फीडबैक:-

फीडबैक की स्थिति -

संलग्नक देखें -Click here

नोट- अंतिम कॉलम में वर्णित सन्दर्भ की स्थिति कॉलम-5 में अंकित अधिकारी के स्तर पर हुयी कार्यवाही दर्शाता है!

अग्रसारित विवरण :

क्र.स. सन्दर्भ का प्रकार आदेश देने वाले अधिकारी अग्रसारित/आपत्ति दिनांक नियत दिनांक अधिकारी को प्रेषित आदेश स्थिति

1 अंतरित ऑनलाइन सन्दर्भ 15-12-2022 22-12-2022 अधिशासी अभियन्‍ता,विघुत-मिर्ज़ापुर,विद्युत अनमार्क

 

संदर्भ संख्या : 40019922027555, दिनांक - 15 Dec 2022 तक की स्थिति

आवेदनकर्ता का विवरण :

शिकायत संख्या:-40019922027555

आवेदक का नाम-Yogi M P Singh

विषय-श्रीमान जी प्रस्तुत प्रकरण में आप द्वारा तहसील सदर के द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट पर कार्यवाही अपेक्षित है यदि रिपोर्ट में कोई त्रुटि है तो उस त्रुटि का निराकरण खुद तहसील सदर के जिम्मेदार अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा ही किया जा सकता है ऐसे में आप द्वारा बार-बार पीड़ित दयानंद सिंह पुत्र सोभनाथ सिंह को संबोधित करना कि आप त्रुटि दूर करें किस तरह से न्याय उचित है? श्रीमान जी यहां पर दयानंद सिंह पुत्र शोभनाथ सिंह का कोई रोल ही नहीं है जो कोई रोल है वह तहसील सदर के लेखपाल कानूनगो और तहसीलदार का है और रिपोर्ट भी उन्हीं की है इसलिए प्राकृतिक न्याय का सिद्धांत यह कहता है कि अधिशासी अभियंता विद्युत वितरण खंड द्वितीय तहसील सदर से संपर्क कर त्रुटियों का निराकरण कराएं और प्रार्थी के क्षतिपूर्ति का भुगतान शीघ्र अति शीघ्र करें An application under Article 51A of the constitution of India on behalf of Dayanand Singh son of Sobhnath Singh village Nibi Gaharwar post Nibi Gaharwar district Mirzapur. The compensation is pending before the local office of the Uttar Pradesh Power Corporation Limited by taking the recourse of three points.1-Engineer EDD II Mirzapur seeking copy of the F.I.R. registered in the matter.2-Recommendation made by Tehsil Sadar did not contain the initial of the Tehsil Sadar.3-Copy of the Bank passbook of the victim of electrical accident Dayanand Singh son of Late Shobh Nath Singh, Village-Nibi Gaharwar, Post-Nibi Gaharwar, Tehsil-Sadar, District-Mirzapur, PIN Code-231303. Sir, in the case presented by you, action is required on the report submitted by Tehsil Sadar, if there is any error in the report, then that error can be resolved by the responsible officers and employees of Tehsil Sadar itself. Addressing Dayanand Singh So Somnath Singh that you remove error, how can it be justified? Sir, there is no role of Dayanand Singh son of Shobhnath Singh here, whatever role is there, it belongs to Lekhpal Kanungo and Tehsildar of Tehsil Sadar and the report is also by him only, therefore the principle of natural justice says that the Executive Engineer Electricity Distribution Section II Get the errors resolved by contacting Tehsil Sadar and pay the compensation to the applicant as soon as possible. Circular letter number-2828 dated-25 September 2021 office memo of Uttar Pradesh Power corporation limited is attached as page 2 of the attached PDF document. PIO of UPPCL may provide the following information to the information seeker point wise as follows. 1-Provide the mechanism to seek compensation in the aforementioned matter. 2-Who should submit the copy of F.I.R. in the matter as recommendation done by Tesil sadar and entire formalities done by them in order to provide damages. 3-Provide the mechanism to take action on the recommendation if made department of revenue of the government of Uttar Pradesh in case of burning of crops due to electrical accidents. 4-Provide the circular which justify the stand of executive engineer EDD II Mr. A. K. Singh to sort out lacunae in the report of Tehsildar sadar expected from the victim Dayanand Singh while it was required to exchange communication from the Tehsil sadar. 5-Provide feedback for making F.I.R. mandatory to provide compensation in damages of crops due to fire originated from electrical accidents as it was purely civil procedure and police acts in accordance with criminal procedure code. Whether it is not reflecting the negative attitude of the Uttar Pradesh Power corporation limited in providing compensation to victims of electrical accidents.

Department -विद्युतComplaint Category -

नियोजित तारीख-16-12-2022शिकायत की स्थिति-

Level -जनपद स्तरPost -अधिशासी अभियन्‍ता,विघुत

प्राप्त रिमाइंडर-

प्राप्त फीडबैक -दिनांक14-12-2022 को फीडबैक:-श्रीमान जी अधिशासी अभियंता विद्युत वितरण खंड द्वितीय एके सिंह प्रकरण को गोल मटोल जवाब देकर जटिल बना रहे हैं प्रार्थी का सिर्फ यह कहना है कि तहसीलदार सदर अपनी आख्या प्रस्तुत कर चुके हैं किंतु अधिशासी अभियंता विद्युत वितरण खंड द्वितीय उसमें कमियां निकाल कर पीड़ित को क्षतिपूर्ति देने से भाग रहे हैं जो कि अवैध है अन्याय पूर्ण है असंवैधानिक है और प्रश्न गत प्रकरण में उस रिपोर्ट में जिन कमियों को दूर करने की बात कही गई है वह वही व्यक्ति दूर कर सकता है जिसने उस रिपोर्ट उस आख्या को प्रस्तुत किया है यहां पर अधिशासी अभियंता की कार्यशैली भ्रष्टाचार पूर्ण है और असंवैधानिक है जो कुछ भी वह कह रहे हैं वह नियमानुसार नहीं है रही जहां बात वह कह रहे हैं कि रिपोर्ट तैयार कराने की तो रिपोर्ट तो पहले से ही तैयार है सिर्फ उसकी कमियों को दूर करना है और कमियां दयानंद सिंह पुत्र सोभनाथ सिंह नहीं करेंगे उन कमियों को दूर करेंगे तहसीलदार सदर और उप जिलाधिकारी सदर ना की दयानंद सिंह श्रीमान जी यदि तहसील सदर अपनी आंख्या प्रस्तुत किया है तो उसमें जो कमियां हैं उसको तहसील सदर ही तो दूर करेगा किंतु यह साधारण सी बात विद्युत वितरण खंड के अभियंता एके सिंह को समझ में नहीं आ रही है सच तो यह है कि इनके अंदर हिम्मत नहीं है कि यह सही ढंग से बात कर सके क्योंकि गलत आदमी हमेशा सही बात से भागता है सोचिए 50000 रुपए की फसल जलकर राख हो गई उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन लिमिटेड जिस की कमी की वजह से वह फसल जली है आधारहीन तथ्यो को पैदा करके क्षतिपूर्ति देने से भाग रहा है क्या इसी को सुशासन कहा जाता है जहां लोगों के अधिकारों का सिर्फ हनन होता है यहां पर कौन सा मानव अधिकार सुरक्षित है सिर्फ भ्रष्टाचार के अलावा और कुछ भी नहीं दिखाई पड़ रहा है आज जिस रिपोर्ट की जल्दबाजी है वह रिपोर्ट तो अधिशासी अभियंता के कार्यालय में 1 वर्ष से ज्यादा लंबित पड़ा था वह तो जब प्रार्थी दयानंद सिंह जा के अनुनय विनय किया तब जाकर यह कमी निकाल के लोग सामने आए हैं यह सत्य है कि क्षतिपूर्ति देने से ये लोग भाग रहे हैं नहीं तो छत पूर्ति का आकलन तहसील सदर द्वारा किया जा चुका है

फीडबैक की स्थिति -

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नोट- अंतिम कॉलम में वर्णित सन्दर्भ की स्थिति कॉलम-5 में अंकित अधिकारी के स्तर पर हुयी कार्यवाही दर्शाता है!

अधीनस्थ द्वारा प्राप्त आख्या :

क्र.स. सन्दर्भ का प्रकार आदेश देने वाले अधिकारी अग्रसारित दिनांक आदेश आख्या देने वाले अधिकारी आख्या दिनांक आख्या स्थिति आपत्ति देखे संलगनक

1 अंतरित ऑनलाइन सन्दर्भ 09-12-2022 अधिशासी अभियन्‍ता,विघुत-मिर्ज़ापुर,विद्युत 14-12-2022 On line complaint no 40019922027555 is disposed निस्तारित


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