It is bad quote "work was not during my tenure but done during tenure of my predecessor" because A.K. must know as executive cannot escape

 



Grievance Status for registration number : GOVUP/E/2022/99950

Grievance Concerns To

Name Of Complainant

Yogi M. P. Singh

Date of Receipt

30/11/2022

Received By Ministry/Department

Uttar Pradesh

Grievance Description

Yogi government may think about corruption, 40 meters wire left open, Surekapuram Colony and adjoining areas wires replaced by cables. Grievance Status for registration number : GOVUP/E/2022/87472

Grievance Concerns to Name of Complainant Yogi M. P. Singh Date of Receipt 23/10/2022

Grievance Status for registration number : PMOPG/E/2022/0280152

Grievance Concerns To Name Of Complainant Yogi M P Singh Date of Receipt 19/10/2022

श्रीमान अधिशासी अभियंता महोदय विद्युत वितरण खंड द्वितीय श्रीमान एके सिंह जी अब प्रार्थी आपसे 40 मीटर खुले तारों को हटाने के लिए नहीं कह रहा है बल्कि यह आप से पूछना चाहता है कि जब पूरे मोहल्ले का खुले तार हटा दिए गए और सिर्फ मुहल्ला ही नहीं बल्कि पूरे मिर्जापुर में खुले तारों को हटाया गया तो आप यह बताएं कि विभाग द्वारा श्री लक्ष्मी नारायण बैकुंठ महादेव मंदिर के सामने का खुला तार क्यों नहीं हटाया क्यों उन खुले तारों को केबल से प्रतिस्थापित नहीं किया गया

श्रीमान जी उपरोक्त बातें आपसे प्रार्थी भारतीय संविधान के अनुच्छेद 51 अ के तहत पूछना चाहता है जिसके अनुसार इस देश के सभी नागरिकों का यह कर्तव्य बनता है कि यदि किसी भी सरकारी विभाग में अराजकता बढ़ रही हो तो उसको उसे रोकने का प्रयास करना चाहिए और प्रार्थी उसी अराजकता को जो कि इस समय आप के कार्यालय में बढ़ी हुई है उसी क्रम में पूछताछ कर रहा है

श्रीमान जी किसी भी शिकायत को निस्तारित करने का आधारभूत सिद्धांत यह है कि शिकायत का विषय वस्तु क्या है और उस विषय वस्तु के अनुसार कार्यवाही करने वाला व्यक्ति शिकायत का निस्तारण करता है किंतु यहां तो कोई विषय वस्तु को पढ़ता ही नहीं है यह सच है कि मामला भ्रष्टाचार से संबंधित है और भ्रष्टाचार इस उत्तर प्रदेश सरकार में योगीराज में खूब फल फूल रहा है ऐसे में ईमानदारी की अपेक्षा करना रेगिस्तान में जल खोजने जैसा है सोचिए कम से कम डेढ़ दर्जन शिकायतें की गई शुरू में शिकायतों का निस्तारण इस आधार पर किया गया कि जब रिवैंप योजना शुरू होगी तब केबल लगा दी जाएगी और अब तो यह कह रहे हैं कि केबल लग ही नहीं सकता सोचिए इससे बड़ी अराजकता क्या होगी अधिशासी अधिकारी महोदय को यह सोचना चाहिए कि जब पूरे मोहल्ले में खुले तारों को हटा दिया गया तो 40 मीटर खुला तार क्यों छोड़ दिया गया उसके पीछे क्या वजह थी उन्हें कोई समुचित उत्तर तलाशना चाहिए था किंतु यहां उत्तर कौन तलासता है यहां तो मलाई तलाशते हैं लोग मलाई काटने वाले कभी ईमानदारी की बात थोड़ी सोचते हैं ईमानदार होना इतना आसान नहीं हां ईमानदारी की एक्टिंग हो सकती

Here the question raised does concern to remove open wire but concerns with deep-rooted corruption, arbitrariness and tyranny in the working of the public authority Uttar Pradesh Power Corporation Limited. Since the last year, in various communications, subordinates of executive engineer EDD II informed the applicant that as soon as revamp will commence, the open wire will be removed but right now newly posted executive engineer denied removing the 40 metres open wire which is not only illegal but against the setup standards of dealings prescribed to public staff. The demand of the applicant is to carry out an enquiry into the matter of why the 10 metres wires were left open by the concerned staff. Undoubtedly, there was a plan to replace the entire open Aluminium wires with the cables but they left 40 metres because of their corrupt dealings. Whether it does not reflect the deep-rooted corruption in the working of Executive Engineer EDD II ipso facto? Whether such deep-rooted corruption in government can be addressed as good governance as a number of occasions done by Yogi Adityanath and Prime Minister Narendra Damodar Modi.


It is quite obvious that Executive Engineer EDD II, Superintending Engineer and Chief Engineer of division Mirzapur repeatedly overlook the directions of the managing director, Purvanchal Vidyut Vitaran Nigam Limited Varanasi which is ridiculous and quite obvious from the attached documents to the grievance. Neither they are providing information nor redressing the grievances is the matter of main concern.

Grievance Document

Current Status

Case closed

Date of Action

16/12/2022

Remarks

अधीनस्थ अधिकारी के स्तर पर निस्तारित अधीनस्थ अधिकारी के स्तर पर निस्तारित अधीनस्थ अधिकारी के स्तर पर निस्तारित अधीनस्थ अधिकारी के स्तर पर निस्तारित pg portal complaint no 60000220220605 is disposed

Reply Document

Rating

1

Poor

Rating Remarks

NotSatisfiedN

Officer Concerns To

Officer Name

Shri Bhaskar Pandey (Joint Secretary)

Organisation name

Government of Uttar Pradesh

Contact Address

Chief Minister Secretariat , Room No. 321, U.P. Secretariat, Lucknow

Email Address

bhaskar.12214@gov.in

Contact Number

05222226350

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