Deep irregularity in the allotment of government plots


संदर्भ संख्या : 40015722096567, दिनांक - 25 Dec 2022 तक की स्थिति

आवेदनकर्ता का विवरण :

शिकायत संख्या:-40015722096567

आवेदक का नाम-Yogi M P Singhविषय-श्रीमान जी गरीबों को दिया जाने वाला भूखंड आप द्वारा एक ही परिवार के 5 व्यक्तियों को दिया गया और उन पांचों भूखंडों का उपयोग गुड्डी सिंह उर्फ अनुराधा सिंह उर्फ आराधना सिंह द्वारा किया जा रहा है यह कहां तक न्यायोचित है और आप कुंडली मारकर प्रकरण पर बैठे हुए हैं देखने से ही लगता है कि आप टालमटोल करने में महारथी हैं आपका कोई जवाब नहीं है जिस तरह से आप प्रकरण को लटकाए हुए हैं श्रीमान जी क्या 6 वर्ष की माता और 11 वर्ष का पिता गर्भ स्थापन करने में सक्षम है किंतु ऐसा हुआ है जो कि आपके दस्तावेजों से प्रमाणित है और आप सिर्फ 5 वर्षों से जांच कर रहे हैं माननीय उच्च न्यायालय के आदेश को दरकिनार कर दिए बिना समुचित दस्तावेजों के रजिस्ट्री विलेख का संपादन करा दिए श्रीमान उपाध्यक्ष लखनऊ विकास प्राधिकरण आपके यहां दिनांक 8 सितंबर 1991 को एक संपत्ति ट्रांसफर की गई जो लखनऊ विकास प्राधिकरण की ओर से नगर सहायक अधिकारी संपत्ति विभाग शीतला पाल सिंह द्वारा बाबू सिंह पुत्र आरपी सिंह को की गई उस समय आरपी सिंह की उम्र 30 वर्ष थी संलग्नक का प्रथम पेज देखें Mr. Vice President, Lucknow Development Authority, a property was transferred by you on 8 September 1991, which was done by City Assistant Officer, Property Department, Sheetla Pal Singh, on behalf of Lucknow Development Authority, to Babu Singh so RP Singh, at that time RP Singh was 30 years old. see first page of attachment. श्रीमान उपाध्यक्ष महोदय लखनऊ विकास प्राधिकरण दिनांक 25 सितंबर 1991 आपके लखनऊ विकास प्राधिकरण मे दो संपत्तियां ट्रांसफर की गई पहली संपत गुड्डी सिंह के नाम ट्रांसफर की गई दूसरी संपत्ति कनिष्क कुमार सिंह के नाम ट्रांसफर की गई गुड्डी सिंह को संपत्ति राजेश कुमार द्वारा ट्रांसफर की गई जो सहायक संपत्ति अधिकारी थे आपके विभाग में उस समय और कनिष्का कुमार सिंह के नाम संपत्ति ट्रांसफर की गई सहायक नगर अधिकारी संपत्ति विभाग लखनऊ विकास प्राधिकरण शीतला पाल सिंह महोदय उस समय गुड्डी सिंह की उम्र 25 वर्ष बताई गई है और कनिष्क कुमार सिंह की उम्र 18 वर्ष बताई गई है श्रीमान जी कनिष्क कुमार सिंह बाबू सिंह और गुड्डू सिंह के पुत्र हैं अर्थात गर्भ स्थापन के समय गुड्डी सिंह की उम्र मात्र 6 वर्ष थी और बाबू सिंह की उम्र मात्र 11 वर्ष थी श्रीमान जी यह कैसे संभव है कि 6 वर्ष की माता और 11 वर्ष का पिता गर्भ स्थापन कर सके यह बड़ा ही अनसुलझा रहस्य है इसे वैज्ञानिक तरीके से तो सिद्ध नहीं किया जा सकता है किंतु आप और आपके विभाग में जो भ्रष्टाचार छाया हुआ है वह आपकी कार्यशैली से भी स्पष्ट है कुछ भी संभव है तभी तो आप 5 साल से इस भ्रष्टाचार के प्रकरण पर कुछ भी बोलने से भाग रहे हैं सिर्फ टालमटोल कर रहे हैं Mr. Vice President Sir Lucknow Development Authority on dated 25 September 1991 in your Lucknow Development Authority the properties were transferred first property transferred in the name of Guddi Singh second property transferred in the name of Kanishk Kumar Singh property transferred to Guddi Singh by Rajesh Kumar who was Assistant Property Officer was in your department at that time and property was transferred in the name of Kanishka Kumar Singh by the city assistant officer shitala pal Singh. It has been told that Mr. Kanishk Kumar Singh is the son of Babu Singh and Guddu Singh, that is, Guddi Singh was only 6 years old at the time of fertilization and Babu Singh was only 11 years old. Sir, how is it possible that 6 years old mother and 11 years old father could fertilize the pregnancy, this is a very unsolved mystery, it cannot be proved scientifically, but the corruption prevailing in you and your department is also evident from your working style, anything is possible only then you are Running away from saying anything on this corruption episode since 5 years, just evading. Vide second and third pages of the attache

Department -विकास प्राधिकरणComplaint Category -

नियोजित तारीख-27-12-2022शिकायत की स्थिति-

Level -विकास प्राधिकरणPost -सचिव

प्राप्त रिमाइंडर-

प्राप्त फीडबैक -दिनांक25-12-2022 को फीडबैक:-It is quite obvious that Lucknow development authority is submitting parrot reply each time. Sach corrupt practices can never be promoted in a healthy system but for 5 years such practices are continued in the working of Lucknow development authority under the knowledge of office of chief minister Government of Uttar Pradesh. The matter concerns to execution of the registry without proper verification of requisite records, overlook the order passed by the Lucknow bench of High court of judicature at Allahabad and illegal allotment of the government plots. Lucknow development authority has been habitual to submit arbitrary and inconsistent report to mislead the Anti-corruption crusader. Our Chief minister Yogi Adityanath in its public declarations always articulate to promote transparency and accountability in the working of the public departments in the Government of Uttar Pradesh. Unfortunately, there is no accountability in the working of the public authorities in the Government of Uttar Pradesh quite obvious from the arbitrariness, tyranny and the corrupt practices in the working of the Lucknow development authority. Jansunwai portal of the Government off Uttar Pradesh is the milestone of the Yogi Adityanath government in the previous term of 5 years. On this portal staff of the Lucknow development authority submit the third-grade bogus reports having no relevancy with the contents of the grievance. To promote the corrupt matters staff at the Lucknow development authority, search many tricks to cover such matters under carpet. Either the staff of the Lucknow development authority or incompetent to take the perusal of the contents of the grievances are they deliberately overlook the contents to conceal its corruption.

फीडबैक की स्थिति -

संलग्नक देखें -Click here

नोट- अंतिम कॉलम में वर्णित सन्दर्भ की स्थिति कॉलम-5 में अंकित अधिकारी के स्तर पर हुयी कार्यवाही दर्शाता है!

अधीनस्थ द्वारा प्राप्त आख्या :

क्र.स. सन्दर्भ का प्रकार आदेश देने वाले अधिकारी अग्रसारित दिनांक आदेश आख्या देने वाले अधिकारी आख्या दिनांक आख्या स्थिति आपत्ति देखे संलगनक

1 अंतरित ऑनलाइन सन्दर्भ 12-12-2022 सचिव-लखनऊ,विकास प्राधिकरण 23-12-2022 Please see the attachment निस्तारित

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