Report submitted by circle officer Lalganj is illogical and contrary to provisions of law if shares are not decided and registry is sub judice

श्रीमान जी क्षेत्राधिकारी लालगंज द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट नवंबर 2022 जो कि पुलिस अधीक्षक मिर्जापुर को संबोधित है पूर्ण रूप से अतार्किक और आधारहीन है उन्होंने खुद ही स्वीकार किया की रघुवर दयाल सिंह अपने दो बहुओं और जगदीश सिंह के बड़े पुत्र को एक बीघा 6 बिस्वा जमीन रजिस्ट्री कर दिया है तो श्रीमान जी वहां पर हिस्सा किसका है यदि हिस्सा होता है तो रघुवर दयाल सिंह को पूर्वजों की जमीन जो उन्हें प्राप्त है उनके पश्चात जिसमें लड़कों का हिस्सा है उन्हें किसने अधिकार दे दिया बेचने का अर्थात उनके कार्य शैली अवैधानिक है रही बात प्रार्थी की तो प्रार्थी रघुवर दयाल सिंह द्वारा बेचे गए सारी संपत्तियों पर आपत्ति की गई है और वह आपत्ति तहसीलदार सदर के न्यायालय में विचाराधीन है महोदय जब आपत्ति न्यायालय में विचाराधीन है तो जयधीर सिंह पुत्र रघुवर दयाल सिंह किस आधार पर विवादित जमीन में हैंडपंप की बोरिंग कराए हैं क्या यह न्याय उचित है उन्हें न्यायालय के निर्णय का इंतजार करना चाहिए था और इस बात को खुद पुलिस भी समझ रही है पुलिस का रवैया मनमाना है और किसी भी ढंग से न्यायोचित नहीं है जब न्यायालय में मुकदमा विचाराधीन हैं तो किसी भी पक्ष को यह अधिकार नहीं बनता कि वह कोई नया निर्माण कार्य करें और अभी तक प्रॉपर्टी का नामांतरण रघुवर दयाल सिंह से रीता सिंह के नाम नहीं हुआ है श्रीमान जी पुलिस का यह दायित्व बनता है कि निर्णय न्यायालय में विचाराधीन होने के समय जो निर्माण हुआ है अर्थात जो बोरिंग हुई है उसको पुलिस उखड़वाए  

Grievance Status for registration number : PMOPG/E/2022/0289853

Grievance Concerns To

Name Of Complainant

Kamlesh Singh

Date of Receipt

30/10/2022

Received By Ministry/Department

Prime Ministers Office

Grievance Description

If the Jigna police are really interested to resolve the problems created by offenders, then they should adopt the logistic approach to the matter. Here it is quite obvious that offenders are not waiting for the judgement of the competent court in the subjudice matter as quite obvious lis pendens. But one thing is quite evident Jigna police will wreak vengeance on the applicant for submitting representations before the competent authorities for justice against the illegal grabbing of land by offenders whose litigation is pending before the revenue court. The applicant has attached the current photographs to the grievance which is status quo after calling two times dial 112 police on the site on the part of the applicant. SPIO in the office of S.P. Mirzapur may provide the following.1-Son of the applicant called the police by dialling 112, but the boring still continued by the offenders. Please provide the documents/order note of competent authority which made police impotent to take action in the matter. 2-In sub judice/ lis pendens matter, offenders are trying to supersede the jurisdiction of the competent revenue court, and police are mute spectators. Which canon of law supports the stagnancy of police in the matter?3-Provide the posting details with names and designations of police personnel who visited the site today and failed to stop illegal boring in impugned land.  महोदय जब न्यायालय मुकदमा विचाराधीन है तो जमीन में बोर करवाकर कब्ज़ा करना कहा तक न्यायोचित है क्या जिगना पुलिस का यह नैतिक दायित्व नहीं है की अभियुक्त गणो को बिबादित जमीन जमीन किसी तरह कोई कब्जे कार्यवाही न करने दे नहीं तो उपजिलाधिकारी महोदय के पास निर्णय सुनाने के लिए कुछ बचेगा ही नहीं इस तरह से न्यायालय का भी कोई महत्व नहीं रहेगा श्री मान जी प्रार्थी को इस आराजकता की मार से बचाइए श्री मान जी ऐसे में न्यायालय का क्या महत्व है न्यायालय के निर्णय का कोई इन्तजार नहीं करना चाहता है जो अपराधी किस्म के लोग है Subject-Despite the objection by the applicant in sub judice matter pending before the competent revenue court under section 34/35 of the revenue code 2006 quite obvious from the Nakal made available by the court and attached to this grievance, offenders are taking possession of the land by using muscle power. Herewith the details of the victim are as follows. Name- Kamlesh Singh, Gender -Male,  Address-Village Kothra Kantit, Post Shree Nivas Dham, Police station Jigna, Pin code- 231313, Country-India, State- Uttar Pradesh, Details of the offenders are as follows.1-Raghuvar Dayal Singh S/O Bhanu Pratap Singh 2-Jaydheer Singh S/O Raghuvar Dayal Singh  3-Dilip Singh S/O Raghuvar Dayal Singh  4-Nagendra Singh S/O Jaydheer Singh  5-Amit Singh S/O Jaidheer Singh  6-Himanshu Singh  S/O Jaidheer SinghThe address of the aforementioned offenders is as follows.Village-Kothra Kantit, Post Shree Nivas Dham, Police station-Jigna, Pin code 231313, Country-India, State-Uttar PradeshThe case description is as follows-  श्री मान जी जब उपरोक्त मुल्जिमान जमीन को कब्जा ही कर लेंगे तो उपजिलाधिकारी महोदय सदर के निर्णय का क्या महत्व होगाश्री मान उपरोक्त अपराधी शातिर किस्म के व्यक्ति है जो ११२ नंबर की पुलिस के मना करने के बावजूद पुनः बोरिंग शुरू करवा  दिए अर्थात उनकी  उपजिलाधिकारी महोदय सदर के निर्णय के इन्तजार की मंशा नहीं है जो की असंबैधानिक है श्री मान पुलिस को बिबादित स्थल पर किये जा रहे बोर को रुकवाना चाहिए जो न्याय हित  में होगा श्री मान जी उपरोक्त अपराधीगण कानून में विश्वास नहीं करते और पुलिस को मामले में हस्तक्षेप करके यथास्थिति बनाये रखना चाहिए

Grievance Document

Current Status

Case closed

Date of Action

26/11/2022

Remarks

अधीनस्थ अधिकारी के स्तर पर निस्तारित महोदय, जाँच आख्या संलग्न कर सादर अवलोकनार्थ प्रेषित है जाँच आख्या सादर सेवा में प्रेषित है

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1

Poor

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श्रीमान जी क्षेत्राधिकारी लालगंज द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट नवंबर 2022 जो कि पुलिस अधीक्षक मिर्जापुर को संबोधित है पूर्ण रूप से अतार्किक और आधारहीन है उन्होंने खुद ही स्वीकार किया की रघुवर दयाल सिंह अपने दो बहुओं और जगदीश सिंह के बड़े पुत्र को एक बीघा 6 बिस्वा जमीन रजिस्ट्री कर दिया है तो श्रीमान जी वहां पर हिस्सा किसका है यदि हिस्सा होता है तो रघुवर दयाल सिंह को पूर्वजों की जमीन जो उन्हें प्राप्त है उनके पश्चात जिसमें लड़कों का हिस्सा है उन्हें किसने अधिकार दे दिया बेचने का अर्थात उनके कार्य शैली अवैधानिक है रही बात प्रार्थी की तो प्रार्थी रघुवर दयाल सिंह द्वारा बेचे गए सारी संपत्तियों पर आपत्ति की गई है और वह आपत्ति तहसीलदार सदर के न्यायालय में विचाराधीन है महोदय जब आपत्ति न्यायालय में विचाराधीन है तो जयधीर सिंह पुत्र रघुवर दयाल सिंह किस आधार पर विवादित जमीन में हैंडपंप की बोरिंग कराए हैं क्या यह न्याय उचित है उन्हें न्यायालय के निर्णय का इंतजार करना चाहिए था और इस बात को खुद पुलिस भी समझ रही है पुलिस का रवैया मनमाना है और किसी भी ढंग से न्यायोचित नहीं है जब न्यायालय में मुकदमा विचार

Officer Concerns To

Officer Name

Shri Bhaskar Pandey (Joint Secretary)

Organisation name

Government of Uttar Pradesh

Contact Address

Chief Minister Secretariat , Room No. 321, U.P. Secretariat, Lucknow

Email Address

bhaskar.12214@gov.in

Contact Number

05222226350

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