Executive engineer EDD II, A. K. Singh submitted inconsistent report on Jansunwai portal in matter concerning large scale theft of electricity

 

संदर्भ संख्या : 40019922026611, दिनांक - 30 Nov 2022 तक की स्थिति

आवेदनकर्ता का विवरण :

शिकायत संख्या:-40019922026611

आवेदक का नाम-Yogi M P Singhविषय-. श्रीमान जी प्रार्थी द्वारा बहुत दिनों से बहुत बड़े स्तर पर विद्युत चोरी का मुद्दा उठाया जा रहा है सभी जानते हैं कि विद्युत चोरी लाइन हानि नहीं है बल्कि बहुत बड़े स्केल पर विद्युत की चोरी है जिसमें विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों के मिलीभगत से ही ऐसा संभव हो पा रहा है श्रीमान जी जब अधिशासी अभियंता मनोज कुमार यादव जी थे तो उन्होंने मेरे पहल पर कई बार सतर्कता टीम को पत्र लिखा था विद्युत जांच वास्ते और कई बार प्रयास करने के पश्चात विद्युत चोरी की जांच करने के लिए सतर्कता टीम में काफी बड़े स्तर पर प्रयास किया और हर गांव में 30 से अधिक विद्युत चोरी पकड़ी गई किंतु दुर्भाग्य है कि उसके तुरंत बाद अधिशासी अभियंता और उपखंड अधिकारी दोनों लोगों का तबादला हो गया यहां से और बाद में जो लोग आए उन लोगों ने मामले को पैसा लेकर रफा-दफा कर दिया न तो किसी से दंड वसूला गया ना किसी से अधिभार वसूला गया सिर्फ बारगेनिंग हुई जो कि किसी तरह से उचित नहीं है नए अधिशासी अभियंता जब प्रार्थी जैसे लोगों का ही फोन नहीं उठाते तो सामान्य उपभोक्ताओं की बात ही क्या इनका ठाठ बाट तो बहुत ही उच्च है उपभोक्ताओं का इनके दिमाग में कोई महत्व ही नहीं है 1 महीने से भी ज्यादा चला विद्युत चोरी रोको अभियान को इन्होंने मिट्टी में मिला दिया है श्रीमान जी विद्युत चोरी का केस दर्ज करने के बाद भी मामले को रफा-दफा कर दिया गया पैसा लेकर इस तरह की इस समय ईमानदारी चल रही है विद्युत चोरी तो अपने चरम पर है कौन पूछेगा साहब से श्रीमान जी जितने भी जन सूचना अधिकार 2005 के तहत आवेदन पत्र प्रस्तुत किए जाते हैं उन सभी को अधिशासी अभियंता विद्युत वितरण खंड द्वितीय ए के सिंह जी ठंडे बस्ते में डाल देते हैं जैसे विद्युत चोरी रोकना है उनका काम ही नहीं है और उससे संबंधित सूचना देना भी उनका कार्य नहीं है There is no transparency and accountability in the working environment of the department of electricity District-Mirzapur of Purvanchal Vidyut Vitaran Nigam Limited. Grievance Status for registration number GOVUPE202204184 Grievance Concerns To Name Of Complainant Yogi M. P. SinghDate of Receipt 21012022 Received By Ministry Department Uttar Pradeshसंदर्भ संख्या 60000220010771 , दिनांक - 06 Feb 2022 तक की स्थिति आवेदनकर्ता का विवरण शिकायत संख्या -60000220010771 आवेदक का नाम-Yogi M. P. Singh Honourable Sir, the details of the aforementioned grievances are attached herewith and you must meditate on it that when the core issue theft of electricity is being carried out by the staff of the department of electricity will not be touched, then how the grievances of the complainant may be considered disposed of ipso facto. There are two types of evidence of corruption. 1-Direct 2-Indirect or circumstantial evidence. Undoubtedly the complainant has no direct evidence of the bribes taken by the staff of the department of electricity but there is ample evidence of rampant corruption in the department of electricity which can be argued by the complainant before the competent authorities and will prove that theft of electricity is the source of the backdoor income of the staff of the department of Uttar Pradesh power corporation limited. Think about the gravity of the situation that the matter concerning theft of electricity is arbitrarily overlooked by the staff concerned and such arbitrary reports are accepted by the monitoring bodies including officers posted in the office of chief minister Yogi Aditynath who claims to be honest chief minister in the state of Uttar Pradesh. For honesty, there must be transparency and accountability in the dealings of the public functionaries but the key office in the state of Uttar Pradesh has itself failed to promote transparency and accountability in its function. Main focus

विभाग -विद्युतशिकायत श्रेणी -

नियोजित तारीख-24-12-2022शिकायत की स्थिति-

स्तर -जनपद स्तरपद -अधिशासी अभियन्‍ता,विघुत

प्राप्त रिमाइंडर-

प्राप्त फीडबैक -दिनांक29-11-2022 को फीडबैक:-श्रीमान जी प्रकरण का संबंध बहुत बड़े स्तर पर विद्युत चोरी से है जबकि लगाई गई आख्या बिल्कुल अलग है जिसे यह प्रतीत होता है कि अधिशासी अभियंता विद्युत वितरण खंड द्वितीय चोरी के प्रकरण से भाग रहे हैं श्रीमान जी सभी जानते हैं कि जिसे विभाग लाइन हानि के नाम से जानता है वह सिर्फ विद्युत चोरी है और यह विद्युत चोरी खुद ही विभागीय कर्मचारियों के सहयोग से होती है और अधिशासी अभियंता विद्युत वितरण खंड द्वितीय एके सिंह का विद्युत चोरी के प्रकरण पर चुप रहना प्रार्थी द्वारा लगाए गए आरोपों की पुष्टि करता है श्रीमान जी यदि चोरी रोकने के कुछ प्रयास हुए हैं तो उन पर आगे की कार्यवाही भी होनी चाहिए किंतु हमारे अधिशासी अभियंता महोदय प्रकरण को चादर के अंदर ढक देना चाहते हैं जो उनकी रहस्यमई कार्यशैली से स्पष्ट है श्रीमान जी कृपया प्रकरण की गंभीरता को समझे सोचिए जिन घरों में लोड बढ़ाए गए थे उनसे तो पेनाल्टी लेना दूर है लोड भी नहीं बढ़ाया गया उसी धन से विद्युत कनेक्शन चल रहा है यह लापरवाही नहीं तो और क्या है ऐसा क्यों कर रहे हैं विद्युत विभाग के कर्मचारी सभी जानते हैं कि इसके पीछे का राज क्या है

फीडबैक की स्थिति -

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नोट- अंतिम कॉलम में वर्णित सन्दर्भ की स्थिति कॉलम-5 में अंकित अधिकारी के स्तर पर हुयी कार्यवाही दर्शाता है!

अधीनस्थ द्वारा प्राप्त आख्या :

क्र.स. सन्दर्भ का प्रकार आदेश देने वाले अधिकारी अग्रसारित दिनांक आदेश आख्या देने वाले अधिकारी आख्या दिनांक आख्या स्थिति आपत्ति देखे संलगनक

1 अंतरित ऑनलाइन सन्दर्भ 24-11-2022 अधिशासी अभियन्‍ता,विघुत-मिर्ज़ापुर,विद्युत 29-11-2022 On line complaint no 40019922026611 is disposed निस्तारित


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