Grievance Status for registration number : PMOPG/E/2022/0218071
Grievance Concerns To
Name Of Complainant
Om Prakash Dubey
Date of Receipt
17/08/2022
Received By Ministry/Department
Prime Ministers Office
Grievance Description
If the records lost are considered as evidence in a case, then missing of the record would be a serious crime of destroying the evidence and invites criminal complaint against those officials under sections 201 of IPC, punishable with imprisonment from 7 to 10 years or life which is directly proportional to seriousness of the offence charged.
To direct the police to register F.I.R. against additional sub divisional magistrate Sadar and his reader for hatching conspiracy for missing the court records in the matter of Surya Narayan Dubey Versus Uma ShankarDubey and others.
Case number-202116530000251 under section 176 year-2006.
Brief description of the matter is as follows.
1-Copy of order made by additional sub divisional magistrate Sadar, Siddharth Yadav is attached as page 2 of the attached PDF document. He passed an order that the opposition party did not submit an objection consequently the claim of litigant is accepted.
2-Copy of order sheet made available by the concerned court on 08/08/2022 is the fourth page of attached document which categorically shows that objection with affidavit submitted by Aditya Narayan Dubey on 18 March 2019 and because of strike by the advocates next date fixed on 01 April 2019.
3-It is quite obvious from the page 2 of the attached PDF document, opposition party did not submit an objection which is false and baseless while factual position is that additional sub divisional magistrate Sadar, Siddharth Yadav along with his reader hatched conspiracy for missing of court records from court proceeding ipso facto from circumstantial evidences to achieve its ulterior motive in deciding the case.
Please direct the police concerned to take appropriate action in the matter so that promoters of corruption misusing post and powers to earn illegal gratifications must be sent behind the bars. This is the need of the hour.
Date-17/08/2022 Your sincerely
Om Prakash Dubey S/O Mr Aditya Narayan Dubey
Village and Post-Nibi Gaharwar, Tehsil-Sadar, Police station -Vidhyachal
District-Mirzapur, PIN code-231303, Mobile number-9695159983
Current Status
Case closed
Date of Action
12/09/2022
Remarks
अधीनस्थ अधिकारी के स्तर पर निस्तारित महोदय जांच रिपोर्ट सादर सेवा में अवलोकनार्थ प्रेषित महोदय जांच रिपोर्ट सादर सेवा में अवलोकनार्थ प्रेषित महोदय, जाँच आंख्या संलग्न व सादर प्रेषित है
Reply Document
Rating
1
Poor
Rating Remarks
श्री मान जी अनिल कुमार चौकी प्रभारी कचहरी कोतवाली शहर जिला मिर्ज़ापुर ने अपनी जांच में कहा की उपजिलाधिकारी सदर महोदय एवं उनके रीडर से उनकी बात बात हुई तो उन्होंने बताया की पत्रावली मंगला प्रसाद दुबे के पास है और दाखिल दप्तर है तथा कोई भी कागजात गायब नहीं है आवेदक द्वारा लगाए गए आरोपों की पुष्टि नहीं हो पा रही है फिर उन्होंने फालतू बकबास किया है की आवेदक मुकदमे में पक्षकार होने के नाते मुकदमा हारने की वजह से बेबुनियाद आरोप लगाया है महोदय प्रार्थी ने जो आरोप लगाए उनके असत्य सिद्ध होने पर प्रार्थी अवमानना की कार्यवाही से दण्डित हो सकता है जिसका उसे ज्ञान है किन्तु प्रार्थी द्वारा लगाए गए आरोप तो प्रार्थी द्वारा प्रस्तुत दस्तवेजो से ही स्वतः सिद्ध है उसके लिए किसी जांच की और गवाहों की आवश्यकता ही नहीं है सिर्फ संलग्न दस्तावेजों के अवलोकन की आवश्यकता है यह पर बात को संज्ञान में लेने की आवश्यकता है की उपजिलाधिकारी सदर महोदय ने उनको दस्तावेजों के जांच की अनुमति इस आधार पर नहीं दी की दस्तावेज दाखिल दप्तर हो गए है और उपरोक्त उपजिलाधिकारी सदर महोदय एवं उनके रीडर खुद ही दस्तावेजों के गायब करने
Officer Concerns To
Officer Name
Shri Bhaskar Pandey (Joint Secretary)
Organisation name
Government of Uttar Pradesh
Contact Address
Chief Minister Secretariat , Room No. 321, U.P. Secretariat, Lucknow
Email Address
bhaskar.12214@gov.in
Contact Number
05222226350
Grievance Status for registration number : PMOPG/E/2022/0218076
Grievance Concerns To
Name Of Complainant
Om Prakash Dubey
Date of Receipt
17/08/2022
Received By Ministry/Department
Prime Ministers Office
Grievance Description
Your Communication has been registered with registration number: PMOPG/E/2022/0218071, documents attached, could not uploaded because of website error messages.If the records lost are considered as evidence in a case, then missing of the record would be a serious crime of destroying the evidence and invites criminal complaint against those officials under sections 201 of IPC, punishable with imprisonment from 7 to 10 years or life which is directly proportional to seriousness of the offence charged.
To direct the police to register F.I.R. against additional sub divisional magistrate Sadar and his reader for hatching conspiracy for missing the court records in the matter of Surya Narayan Dubey Versus Uma Shankar Dubey and others. Case number-202116530000251 under section 176 year-2006. Brief description of the matter is as follows.1-Copy of order made by additional sub divisional magistrate Sadar, Siddharth Yadav is attached as page 2 of the attached PDF document. He passed an order that the opposition party did not submit an objection consequently the claim of litigant is accepted. 2-Copy of order sheet made available by the concerned court on 08/08/2022 is the fourth page of attached document which categorically shows that objection with the affidavit submitted by Aditya Narayan Dubey on 18 March 2019 and because of strike by the advocates next date fixed on 01 April 2019. 3-It is quite obvious from the page 2 of the attached PDF document, opposition party did not submit an objection which is false and baseless while factual position is that additional sub divisional magistrate Sadar, Siddharth Yadav along with his reader hatched conspiracy for missing of court records from court proceeding ipso facto from circumstantial evidences to achieve its ulterior motive in deciding the case. Please direct the police concerned to take appropriate action in the matter so that promoters of corruption misusing post and powers to earn illegal gratifications must be sent behind the bars. This is the need of the hour. Date-17/08/2022 Your sincerely Om Prakash Dubey S/O Mr Aditya Narayan Dubey Village and Post-Nibi Gaharwar, Tehsil-Sadar, Police station -Vidhyachal District-Mirzapur, PIN code-231303, Mobile number-9695159983
Grievance Document
Current Status
Case closed
Date of Action
12/09/2022
Remarks
अधीनस्थ अधिकारी के स्तर पर निस्तारित महोदय जांच रिपोर्ट सादर सेवा में अवलोकनार्थ प्रेषित महोदय जांच रिपोर्ट सादर सेवा में अवलोकनार्थ प्रेषित महोदय, जाँच आंख्या संलग्न व सादर प्रेषित है
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1
Poor
Rating Remarks
उन्होंने बताया की पत्रावली मंगला प्रसाद दुबे के पास है और दाखिल दप्तर है तथा कोई भी कागजात गायब नहीं है आवेदक द्वारा लगाए गए आरोपों की पुष्टि नहीं हो पा रही है फिर उन्होंने फालतू बकबास किया है की आवेदक मुकदमे में पक्षकार होने के नाते मुकदमा हारने की वजह से बेबुनियाद आरोप लगाया है महोदय प्रार्थी ने जो आरोप लगाए उनके असत्य सिद्ध होने पर प्रार्थी अवमानना की कार्यवाही से दण्डित हो सकता है जिसका उसे ज्ञान है किन्तु प्रार्थी द्वारा लगाए गए आरोप तो प्रार्थी द्वारा प्रस्तुत दस्तवेजो से ही स्वतः सिद्ध है उसके लिए किसी जांच की और गवाहों की आवश्यकता ही नहीं है सिर्फ संलग्न दस्तावेजों के अवलोकन की आवश्यकता है यह पर बात को संज्ञान में लेने की आवश्यकता है की उपजिलाधिकारी सदर महोदय ने उनको दस्तावेजों के जांच की अनुमति इस आधार पर नहीं दी की दस्तावेज दाखिल दप्तर हो गए है और उपरोक्त उपजिलाधिकारी सदर महोदय एवं उनके रीडर खुद ही दस्तावेजों के गायब करने के दोषी है कभी चोर यह कहता है की वह चोर है मामले में लगा रिपोर्ट आधार हीं असंगत और मनमाना है
Officer Concerns To
Officer Name
Shri Bhaskar Pandey (Joint Secretary)
Organisation name
Government of Uttar Pradesh
Contact Address
Chief Minister Secretariat , Room No. 321, U.P. Secretariat, Lucknow
Email Address
bhaskar.12214@gov.in
Contact Number
05222226350
उन्होंने बताया की पत्रावली मंगला प्रसाद दुबे के पास है और दाखिल दप्तर है तथा कोई भी कागजात गायब नहीं है आवेदक द्वारा लगाए गए आरोपों की पुष्टि नहीं हो पा रही है फिर उन्होंने फालतू बकबास किया है की आवेदक मुकदमे में पक्षकार होने के नाते मुकदमा हारने की वजह से बेबुनियाद आरोप लगाया है महोदय प्रार्थी ने जो आरोप लगाए उनके असत्य सिद्ध होने पर प्रार्थी अवमानना की कार्यवाही से दण्डित हो सकता है जिसका उसे ज्ञान है किन्तु प्रार्थी द्वारा लगाए गए आरोप तो प्रार्थी द्वारा प्रस्तुत दस्तवेजो से ही स्वतः सिद्ध है उसके लिए किसी जांच की और गवाहों की आवश्यकता ही नहीं है सिर्फ संलग्न दस्तावेजों के अवलोकन की आवश्यकता है यह पर बात को संज्ञान में लेने की आवश्यकता है की उपजिलाधिकारी सदर महोदय ने उनको दस्तावेजों के जांच की अनुमति इस आधार पर नहीं दी की दस्तावेज दाखिल दप्तर हो गए है और उपरोक्त उपजिलाधिकारी सदर महोदय एवं उनके रीडर खुद ही दस्तावेजों के गायब करने के दोषी है कभी चोर यह कहता है की वह चोर है मामले में लगा रिपोर्ट आधार हीं असंगत और मनमाना है
ReplyDeleteवह न्याय व्यवस्था कितनी जवाब दे हो सकती है जब उसकी विश्वसनीयता ही कुछ ना हो क्योंकि विश्वसनीयता बढ़ाने के लिए पारदर्शिता और जवाबदेही इस होना जरूरी है क्योंकि हमारी न्याय व्यवस्था पारदर्शिता और जवाबदेही से शुरू से ही भागती रही है इसी वजह से यहां पर सिर्फ अराजकता का राज्य है
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