L.D.A. is procrastinating in taking action on the representations of Dinesh Pratap Singh concerning deep irregularity and corruption
Think about procrastination of L.D.A., more than five years passed but it is escaping from taking action against corrupt staff on flimsy ground
Grievance Status for registration number : GOVUP/E/2022/59158
Grievance Concerns To
Name Of Complainant
Yogi M. P. Singh
Date of Receipt
01/08/2022
Received By Ministry/Department
Uttar Pradesh
Grievance Description
According to aggrieved Dinesh Pratap Singh, If Yogi Adityanath government is honest, then why is this government tolerating the corruption and anarchy of L.D.A. ipso facto? Yogi Adityanath must take stern action against corrupt public staff who made a mockery of the law of the country.
पीड़ित दिनेश प्रताप सिंह के अनुसार, वास्तव में अगर योगी आदित्यनाथ सरकार ईमानदार है, तो यह सरकार लखनऊ विकास प्राधिकरण के भ्रष्टाचार और अराजकता को क्यों बर्दाश्त कर रही है ? योगी आदित्यनाथ को देश के कानून का मजाक बनाने वाले भ्रष्ट सरकारी कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिएGrievance Status for registration number : GOVUP/E/2022/35633Grievance Concerns To Name Of Complainant Yogi M. P. Singh Date of Receipt 29/05/2022 Received By Ministry/Department Uttar PradeshFor more details, vide attached document to the grievance. Think about the gravity of the situation that 11 months passed since the date committee was formed by the Lucknow development authority to make enquiry regarding the execution of the registry and to check the irregularities in the allocation of the plots. Undoubtedly it is reflecting the insolence of the concerned staff of the Lucknow development authority and deep rooted corruption in the working of the Lucknow development authority but repeated representation of the public spirited person having no impact on the accountable public functionaries of the Lucknow development authority which is a mockery of the law of land must be cure by the government functionaries working at the chief minister office. Everyone knows that our chief minister Yogi Adityanath is claiming to provide good governance and corruption free governance but where is corruption free governance if there is tyranny and arbitrariness in working of government departments and Lucknow development authority is its model.
स्थिति की गंभीरता के बारे में सोचें कि लखनऊ विकास प्राधिकरण द्वारा रजिस्ट्री के निष्पादन और भूखंडों के आवंटन में अनियमितताओं की जांच करने के लिए समिति का गठन के दिन से 11 महीने बीत चुके हैं। निस्संदेह यह लखनऊ विकास प्राधिकरण के संबंधित कर्मचारियों की बदनीयती और लखनऊ विकास प्राधिकरण के कामकाज में गहरे भ्रष्टाचार को दर्शाता है लेकिन लखनऊ विकास प्राधिकरण के जवाबदेह सार्वजनिक पदाधिकारियों पर कोई प्रभाव नहीं है सामाजिक और लोकहित की भावना से व्यक्ति का बार-बार प्रत्यावेदन प्रस्तुत हो रहा है जो कि है मुख्यमंत्री कार्यालय में काम करने वाले सरकारी अधिकारियों द्वारा अनदेखा करके भूमि के कानून का मजाक उड़ाया जा रहा है । सभी जानते हैं कि हमारे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सुशासन और भ्रष्टाचार मुक्त शासन प्रदान करने का दावा कर रहे हैं लेकिन भ्रष्टाचार मुक्त शासन कहां है अगर सरकारी विभागों के कामकाज में अत्याचार और मनमानी है और लखनऊ विकास प्राधिकरण इसका मॉडल है।
Grievance Document
Current Status
Case closed
Date of Action
20/08/2022
Remarks
अधीनस्थ अधिकारी के स्तर पर निस्तारित PLEASE SEE THE ATTACHMENT
Reply Document
Rating
1
Poor
Rating Remarks
श्रीमान जी भूखंडों के निबंधन में अनियमितता तथा भूखंडों के आवंटन में अनियमितता की जांच के लिए प्रार्थी दिनेश प्रताप सिंह के आवेदन पर लखनऊ विकास प्राधिकरण द्वारा एक समिति का गठन किया गया 1 वर्ष से ज्यादा बीत गए किंतु पिछले 1 वर्षों से हर आवेदन पर सिर्फ एक ही तरह का जवाब लगा दिया जाता है लखनऊ विकास प्राधिकरण द्वारा क्या यह भ्रष्टाचार नहीं है और यह भ्रष्टाचार मुख्यमंत्री कार्यालय के देखरेख में हो रहा है यदि हमारे मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी बहुत ईमानदार हैं तो उनके कुर्सी के नीचे यह किस तरह का भ्रष्टाचार फल फूल रहा है क्यों वह भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्यवाही करने में अपने आप को असमर्थ पा रहे हैं क्या उनकी भ्रष्टाचार के विरुद्ध कार्यवाही सिर्फ विपक्षियों के विरुद्ध की जाती है जबकि भ्रष्टाचार के विरुद्ध की गई उचित कार्यवाही ओं का परिणाम शून्य रहा है जिसके आंकड़े प्रार्थी के पास हैं सच यह है कि भ्रष्टाचार के विरुद्ध कार्यवाही सिर्फ प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर किया गया है वास्तविक धरातल से उसका कुछ लेना देना नहीं है
Officer Concerns To
Officer Name
Shri Bhaskar Pandey (Joint Secretary)
Organisation name
Government of Uttar Pradesh
Contact Address
Chief Minister Secretariat , Room No. 321, U.P. Secretariat, Lucknow
Email Address
bhaskar.12214@gov.in
Contact Number
05222226350
यदि हमारे मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी बहुत ईमानदार हैं तो उनके कुर्सी के नीचे यह किस तरह का भ्रष्टाचार फल फूल रहा है क्यों वह भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्यवाही करने में अपने आप को असमर्थ पा रहे हैं क्या उनकी भ्रष्टाचार के विरुद्ध कार्यवाही सिर्फ विपक्षियों के विरुद्ध की जाती है जो नेता विपक्ष पार्टी के हैं या वह ब्यूरोक्रेट्स जो विपक्षी पार्टी से संबंधित हैं यहां वे बिजनेसमैन जो विपक्ष पार्टी को चंदा करते हैं क्या केंद्र सरकार और प्रदेश सरकार उन्हीं के विरुद्ध कार्यवाही करने में अपनी पूरी ताकत नहीं झोंक रही है जबकि भ्रष्टाचार के विरुद्ध की गई उचित कार्यवाही ओं का परिणाम शून्य रहा है जिसके आंकड़े प्रार्थी के पास हैं सच यह है कि भ्रष्टाचार के विरुद्ध कार्यवाही सिर्फ प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर किया गया है वास्तविक धरातल से उसका कुछ लेना देना नहीं है
ReplyDeleteसोचिए इतने दिन से कार्यवाही हो रही है वह भी समस्त प्रत्यावेदन मुख्यमंत्री कार्यालय को भेजे जा रहे हैं उसके बाद लखनऊ विकास प्राधिकरण बेबुनियाद आख्या प्रस्तुत कर रही है ऐसा प्रतीत होता है जैसे प्रदेश में कानून का राज ही नहीं है यहां पर अराजकता का राज्य है जोकि लखनऊ विकास प्राधिकरण की रहस्यमई शैली से स्पष्ट है फिर हमारे मुख्यमंत्री महोदय किस आधार पर ईमानदारी की बात करते हैं जब भ्रष्टाचार उनकी कुर्सी के नीचे ही हो रहा है और उनके अधीनस्थ कोई भी नियंत्रण नहीं कर रहे हैं बल्कि अविवेकपूर्ण आख्या को स्वीकार कर रहे हैं साथ ही आवेदन करने वाले के ऊपर भिन्न-भिन्न तरह से प्रतिबंध लगाए जा रहे हैं जैसे कि सामाजिक कार्यकर्ता योगी एमपी सिंह अपने व्यक्तिगत कंप्यूटर से जनसुनवाई पोर्टल पर कोई भी शिकायत नहीं दर्ज करा सकते क्योंकि उनके अनुसार योगी एमपी सिंह ही अराजक है क्योंकि वह घूसखोरी का विरोध करते हैं
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