Over bridge at Sangmohal crossing made in financial year 2014-15

 


Whether repair of road can be overlooked in name of P.W.D. and municipality Mirzapur city consequently concerned may take action

Grievance Status for registration number : GOVUP/E/2022/45676

Grievance Concerns To

Name Of Complainant

Yogi M. P. Singh

Date of Receipt

23/06/2022

Received By Ministry/Department

Uttar Pradesh

Grievance Description

श्री मान जी जब ब्यथा विवरण में ऊपर ही लिखा है की The matter concerns municipality Mirzapur city and wide public interest. अर्थात मामला नगर पालिका मिर्जापुर शहर और व्यापक जनहित से जुड़ा है इसके बावजूद आप द्वारा शिकायत को कार्यालय उप परियोजना प्रबंधक उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम लिमिटेड को भेजा गया और उन्होंने अपने आख्या में यह कह कर की उक्त सेतु के सर्विस रोड निर्माण का कार्य लोक निर्माण विभाग / नगर पालिका परिषद् मिर्ज़ापुर से सम्बंधित है अर्थात आप द्वारा गलत जगह पर शिकायत को अग्रसारित किया गया

विस्तृत विवरण वास्ते संलग्नक देखे Whether repair of road can be overlooked in name of P.W.D. and municipality Mirzapur city consequently concerned may take action? क्या पीडब्ल्यूडी और नगर पालिका मिर्जापुर के नाम पर सड़क की मरम्मत की अनदेखी की जा सकती है? फलस्वरूप संबंधित को कार्रवाई करना चाहिए और अपनी भूल सुधारने के लिए प्रकरण को पीडब्ल्यूडी और नगर पालिका मिर्जापुर को भेजा जाय जो इस समय ब्रिज के नीचे सैकड़ो दुकानों से राजस्व लाभ कर रहा है

Grievance Status for registration number : GOVUP/E/2022/36490 Grievance Concerns To Name Of Complainant Yogi M. P. Singh Date of Receipt 01/06/2022 Received By Ministry/Department Uttar Pradesh

The matter concerns municipality Mirzapur city and wide public interest.

It is most unfortunate that the applicant has sent more than five times OTP to register grievances on the Jansunwai portal of the government of Uttar Pradesh to mobile number-7379105911 but no OTP sent by the dilapidated website which needs operation in a transparent and accountable manner.

यह सबसे दुर्भाग्यपूर्ण है कि आवेदक ने उत्तर प्रदेश सरकार के जनसुनवाई पोर्टल पर मोबाइल नंबर -7379105911 पर शिकायत दर्ज करने के लिए पांच बार से अधिक ओटीपी भेजा है, लेकिन जर्जर वेबसाइट द्वारा कोई ओटीपी नहीं भेजा गया है जिसे पारदर्शी और जवाबदेह तरीके से संचालन की आवश्यकता है

It is quite obvious that when the concerned staff of the Government of Uttar Pradesh submits the report that the matter concerns the municipality Mirzapur City and public work department then how can they consider the grievance disposed of? This is a cryptic and mysterious way to run away from the grievances of the common people in the state of Uttar Pradesh. This is a cunning trick of the staff who are monitoring the redress of the grievances at the jansunwai portal of the government of Uttar Pradesh. More than one month passed since the date of complaint was made and they said that the matter does not concern the department concerned but the matter concerning the working of the municipality Mirzapur city. Where is the transparency and accountability in the working of public authority in Government of Uttar Pradesh who are playing games with the grievances of common people concerning the wide public interest who are creating lawlessness and anarchy in government machinery.

जाहिर सी बात है कि जब उत्तर प्रदेश सरकार के संबंधित कर्मचारी अर्थात उप परियोजना प्रबंधक उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम लिमिटेड रिपोर्ट प्रस्तुत करते हैं कि मामला नगर पालिका मिर्जापुर शहर और लोक निर्माण विभाग से संबंधित है तो मुख्यमंत्री कार्यालय शिकायत को बंद करने पर कैसे विचार कर सकते हैं? यह उत्तर प्रदेश राज्य में आम लोगों की शिकायतों से दूर भागने का एक गूढ़ और रहस्यमय तरीका है। उत्तर प्रदेश सरकार के जनसुनवाई पोर्टल पर शिकायतों के निवारण की निगरानी कर रहे कर्मचारियों की यह एक चालाक चाल है। शिकायत की तारीख को एक महीने से अधिक समय बीत चुका है और उन्होंने कहा कि मामला संबंधित विभाग से संबंधित नहीं है बल्कि नगर पालिका मिर्जापुर शहर के कामकाज से संबंधित है वही तो शिकायत कर्ता द्वारा भी व्यथा विवरण में सब से ऊपर लिखा गया है । सरकारी तंत्र में अराजकता और अराजकता पैदा करने वाले व्यापक जनहित से जुड़ी आम जनता की शिकायतों से खेल खेल रहे उत्तर प्रदेश सरकार में लोक प्राधिकरण के कामकाज में पारदर्शिता और जवाबदेही कहां है.

For the construction of the road damaged because of construction of Sangmohal over bridge by the government of Uttar Pradesh.

उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा संगममोहल ओवरब्रिज के निर्माण के कारण क्षतिग्रस्त सड़क के निर्माण के लिए

Sir, for more details, vide attached document to the grievance.

Grievance Document

Current Status

Grievance received   

Date of Action

23/06/2022

Officer Concerns To

Forwarded to

Uttar Pradesh

Officer Name

Shri Bhaskar Pandey (Joint Secretary)

Organisation name

Uttar Pradesh

Contact Address

Chief Minister Secretariat , Room No. 321, U.P. Secretariat, Lucknow

Email Address

bhaskar.12214@gov.in

Contact Number

05222226350

Comments

  1. Whether repair of road can be overlooked in name of P.W.D. and municipality Mirzapur city consequently concerned may take action? क्या पीडब्ल्यूडी और नगर पालिका मिर्जापुर के नाम पर सड़क की मरम्मत की अनदेखी की जा सकती है? फलस्वरूप संबंधित को कार्रवाई करना चाहिए और अपनी भूल सुधारने के लिए प्रकरण को पीडब्ल्यूडी और नगर पालिका मिर्जापुर को भेजा जाय जो इस समय ब्रिज के नीचे सैकड़ो दुकानों से राजस्व लाभ कर रहा है

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  2. श्रीमान जी पूर्व में प्रकरण राज्य सेतु निगम को भेजा गया किंतु परिणाम शून्य रहा उसके पश्चात अब लोक निर्माण विभाग को भेजा गया है अर्थात पब्लिक वर्क डिपार्टमेंट श्रीमान जी यदि यही प्रकरण पब्लिक वर्क डिपार्टमेंट जोकि मिर्ज़ापुर नगर पालिका से संबंधित है उसमें भेजा गया होता तो कोई रचनात्मक रिजल्ट सामने आता है जैसे कि व्यथा में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि नगरपालिका मिर्जापुर शहर 100 दुकानों से राजस्व का लाभ ले रहा है किंतु विकास के नाम पर कुछ नहीं कर रहा है इसलिए प्रकरण मुख्य रूप से नगर पालिका मिर्जापुर शहर से संबंधित है यदि राजस्व का लाभ मिर्जापुर नगरपालिका शहर ले रहा है तो क्या सड़क जो 5 वर्षों से नहीं बनी है चारों तरफ कीचड़ है अब सेतु निगम और लोक निर्माण विभाग उत्तर प्रदेश बनाए गा कृपया उचित कार्यवाही करें जैसे जनता लाभान्वित हो अभी उठा रहे प्रकरण को चालाकी से उन विभागों को भेजा जा रहा है जो उससे संबंधित नहीं है क्योंकि प्रदेश सरकार कोई विकास करना ही नहीं चाहती है सिर्फ जनता को बेवकूफ बना रही है कुछ कर भी नहीं रहे हैं क्या यही विकास है दुकाने रखवाने में तो 24 घंटे भी नहीं लगे होंगे किंतु विकास के नाम पर 5 वर्षों तक कुछ नहीं किए कृपया कुछ करिए

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