Wife and infant of Pritesh Kumar belonging to oppressed section died because of mismanagement and corruption
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अधिकारी द्वारा शिकायत का अंतिम निस्तारण कर दिया गया है | अंतिम निस्तारण के बाद आप फीडबैक दर्ज नहीं कर सकते है| निम्न में से कोई एक अंतिम निस्तारण का कारण हो सकता हैं 1-वाद-न्यायालय में विचाराधीन है / स्थगित है, 2-प्रकरण न्यायालय के क्षेत्राधिकार में आता है, 3-आवेदक योजना हेतु अपात्र है, 4-धनराशि की अनुपलब्धता, 5-अन्य कारण, 6-वाद राजस्व न्यायालय में विचाराधीन है / स्थगित है, 7-प्रकरण सुझाव श्रेणी का है , 8-प्रकरण मांग श्रेणी का है , 9-नौकरी/आर्थिक सहायता दिए जाने सम्बन्धी मांग, 10-नीति विषयक प्रकरण, 11-विभाग से सम्बंधित नहीं, 12-सूचना के अधिकार सम्बन्धी प्रकरण
संदर्भ संख्या : 40019922009409 , दिनांक - 10 May 2022 तक की स्थिति
आवेदनकर्ता का विवरण :
शिकायत संख्या:-40019922009409
आवेदक का नाम-Pritesh Kumarविषय-
To Chief Medical Officer District-Mirzapur, Uttar Pradesh
Subject-Regarding action against dereliction of staff caused death/untimely demise of wife and newly born baby. Honourable Sir,
Your applicant invites the kind attention of the Honourable Sir to the following submissions as follows.
1-Because of the mismanagement and dereliction originated from corruption of staff of Women hospital Mirzapur, the applicant suffered untimely demise of my young wife and newly born baby. For more feedback, vide attached document to the representation. 2-Applicant did not get justice even after the matter widely circulated in the print and electronic media both audio and visual evidence is available to accountable public functionaries. मिर्ज़ापुर: महिला जिला अस्पताल में धागा भी नहीं है टांका लगाने के लिए दवा भी बाहर से लापरवाही में प्रसव हेतु भर्ती महिला की मौतमहिला जिला अस्पताल में धागा भी नहीं है टांका लगाने के लिए दवा भी बाहर से लापरवाही में प्रसव हेतु भर्ती महिला की मौत https://link.public.app/Ab9p अपने क्षेत्र मिर्ज़ापुर की खबरों के लिए डाउनलोड करें पब्लिक (Public) ऐप https://goo.gl/K25sy1 3-Applicant belongs to the oppressed section but Rs.4000 charged for delivery and the entire test carried out by them outside at the cost of the applicant and all medicines purchased by the applicant from medical stores opened in front of the hospital on the road. This is a humble request of your applicant to you, Honourable Sir, how can it be justified to withhold public services arbitrarily and promote anarchy, lawlessness and chaos arbitrarily by making the mockery of law of land? There is need of the hour to take harsh steps against the wrongdoer to win the confidence of citizenry and strengthen the democratic values for healthy and prosperous democracy. For this, your applicant shall ever pray for you, Honourable Sir Date-02/05/2022 Yours sincerely Pritesh Kumar S/O Lal Chandra Mobile number-6393878790, Village Dangahar, Patharahiya , District-Mirzapur, Uttar Pradesh
विभाग -चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याणशिकायत श्रेणी -
नियोजित तारीख-17-05-2022शिकायत की स्थिति-
स्तर -जनपद स्तरपद -मुख्य चिकित्सा अधीक्षक(जिला चिकित्सालय)
प्राप्त रिमाइंडर-
प्राप्त फीडबैक -दिनांक को फीडबैक:-
फीडबैक की स्थिति -
संलग्नक देखें -Click here
नोट- अंतिम कॉलम में वर्णित सन्दर्भ की स्थिति कॉलम-5 में अंकित अधिकारी के स्तर पर हुयी कार्यवाही दर्शाता है!
अधीनस्थ द्वारा प्राप्त आख्या :
क्र.स. सन्दर्भ का प्रकार आदेश देने वाले अधिकारी आदेश दिनांक आदेश आख्या देने वाले अधिकारी आख्या दिनांक आख्या स्थिति आपत्ति देखे संलगनक
1 अंतरित ऑनलाइन सन्दर्भ 02-05-2022 मुख्य चिकित्सा अधीक्षक(जिला चिकित्सालय)-मिर्ज़ापुर,चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण 05-05-2022 महोदय’प्रकरण जिला महिला चिकित्सालय मीरजापुर से सम्बंधित है’ जिसका निस्तारण इस कार्यालय के स्तर से नहीं किया जा सकता । अतः शिकायत जिला महिला चिकित्सालय मीरजापुर के IGRS Portal पर संदर्भित करने का कष्ट करें’ । निस्तारित
संदर्भ संख्या : 40019922009838 , दिनांक - 10 May 2022 तक की स्थिति
आवेदनकर्ता का विवरण :
शिकायत संख्या:-40019922009838
आवेदक का नाम-Pritesh Kumarविषय-F.I.R. must be registered for unintentional murder originated from prevailed corruption and under prevention of atrocity on S.C. and S.T. Act 1995 as amended in 2011. Offenders are as follows.1-C.M.O. Mirzapur 2-C.M.S. Women hospital Mirzapur and 3-Concerned Doctor and his/her team अनुसूचित जाति और जनजाति(अत्याचार निवारण)नियम 1995 का संशोधन नियम 2011 के अनुसार दी जाने वाली धनराशि का विवरण अपराध का नाम-1-अखाद्य या घृणाजनक पदार्थ पीना या खाना (धारा 3(1) (i)) 2-क्षति पहुंचाना, अपमानित करना या क्षुब्ध करना (धारा 3(1) (ii)) 3-अनादर सूचक कार्य (धारा 3(1) (iii)) राहत की न्यूनतम राशि-प्रत्येक पीड़ित को अपराध के स्वरूप और गंभीरता को देखते हुए 60000/- रूपए या उससे अधिक और पीड़ित व्यक्ति द्वारा अनादर, अपमान, क्षति तथा मानहानि सहने के अनुपात में भी होगा।दिया जाने वाला भुगतान निम्नलिखित होगाः (i) - 25 प्रतिशत जब आरोप-पत्र न्यायालय को भेजा जाए। (ii)) - 75 प्रतिशत जब निंचले न्यायालयों द्वारा दोषसिद्ध ठहराया जाएTo Superintendent of police and Kotwal, Kotwali Shahar District-Mirzapur, Uttar PradeshSubject-Regarding action against dereliction of staff caused death/untimely demise of wife and newly born baby. Honourable Sir, Your applicant invites the kind attention of the Honourable Sir to the following submissions as follows.1-Sir, premature delivery lacking proper monitoring, medication and management of my wife was carried out by the concerned staff of the women hospital Mirzapur consequently she died at the tender age of 20 years tantamount to unintentional murder of my wife by the concerned staff of women hospital Mirzapur. F.I.R. must be registered against the concerned staff of the government women hospital. महोदय, मेरी पत्नी की उचित निगरानी, दवा और प्रबंधन की कमी के कारण समय से पहले प्रसव महिला अस्पताल मिर्जापुर के संबंधित कर्मचारियों द्वारा किया गया था जिसके परिणामस्वरूप 20 वर्ष की उम्र में ही उसकी मृत्यु हो गई जो की मिर्जापुर महिला अस्पताल के संबंधित कर्मचारियों द्वारा मेरी पत्नी की अनजाने में हुई हत्या के समान है प्राथमिकी सरकारी महिला अस्पताल के संबंधित कर्मचारियों के खिलाफ दर्ज होना चाहिए मेरी पत्नी और नवजात बच्ची की हत्या का 2-Because of the mismanagement and dereliction originated from corruption of staff of Women hospital Mirzapur, the applicant suffered untimely demise of my young wife and newly born baby. For more feedback, vide attached document to the representation. 3-Applicant did not get justice even after the matter widely circulated in the print and electronic media both audio and visual evidence is available to accountable public functionaries. मिर्ज़ापुर: महिला जिला अस्पताल में धागा भी नहीं है टांका लगाने के लिए दवा भी बाहर से लापरवाही में प्रसव हेतु भर्ती महिला की मौतमहिला जिला अस्पताल में धागा भी नहीं है टांका लगाने के लिए दवा भी बाहर से लापरवाही में प्रसव हेतु भर्ती महिला की मौत https://link.public.app/Ab9p अपने क्षेत्र मिर्ज़ापुर की खबरों के लिए डाउनलोड करें पब्लिक (Public) ऐप https://goo.gl/K25sy1 4-Applicant belongs to the oppressed section but Rs.4000 charged for delivery and the entire test carried out by them outside at the cost of the applicant and all medicines purchased by the applicant from medical stores opened in front of the hospital on the road. This is a humble request of your applicant to you, Honourable Sir, how can it be justified to withhold public services arbitrarily and promote anarchy, lawlessness and chaos arbitrarily by making the mockery of law of
विभाग -पुलिसशिकायत श्रेणी -
नियोजित तारीख-14-05-2022शिकायत की स्थिति-
स्तर -थाना स्तरपद -थानाध्यक्ष/प्रभारी निरीक्षक
प्राप्त रिमाइंडर-
प्राप्त फीडबैक -दिनांक को फीडबैक:-
फीडबैक की स्थिति -
संलग्नक देखें -Click here
नोट- अंतिम कॉलम में वर्णित सन्दर्भ की स्थिति कॉलम-5 में अंकित अधिकारी के स्तर पर हुयी कार्यवाही दर्शाता है!
अग्रसारित विवरण :
क्र.स. सन्दर्भ का प्रकार आदेश देने वाले अधिकारी प्राप्त/आपत्ति दिनांक नियत दिनांक अधिकारी को प्रेषित आदेश स्थिति
1 अंतरित ऑनलाइन सन्दर्भ 07-05-2022 14-05-2022 थानाध्यक्ष/प्रभारी निरीक्षक-कोतवाली सिटी,जनपद-मिर्ज़ापुर,पुलिस कार्यालय स्तर पर लंबित
अधिकारी द्वारा शिकायत का अंतिम निस्तारण कर दिया गया है | अंतिम निस्तारण के बाद आप फीडबैक दर्ज नहीं कर सकते है| निम्न में से कोई एक अंतिम निस्तारण का कारण हो सकता हैं 1-वाद-न्यायालय में विचाराधीन है / स्थगित है, 2-प्रकरण न्यायालय के क्षेत्राधिकार में आता है, 3-आवेदक योजना हेतु अपात्र है, 4-धनराशि की अनुपलब्धता, 5-अन्य कारण, 6-वाद राजस्व न्यायालय में विचाराधीन है / स्थगित है, 7-प्रकरण सुझाव श्रेणी का है , 8-प्रकरण मांग श्रेणी का है , 9-नौकरी/आर्थिक सहायता दिए जाने सम्बन्धी मांग, 10-नीति विषयक प्रकरण, 11-विभाग से सम्बंधित नहीं, 12-सूचना के अधिकार सम्बन्धी प्रकरण
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