Think about the gravity of situation that even after repeated complaints, not action is taken against the theft of electricity Kamlesh Singh

 


संदर्भ संख्या : 40019922002490 , दिनांक - 03 Feb 2022 तक की स्थिति

आवेदनकर्ता का विवरण :

शिकायत संख्या:-40019922002490

आवेदक का नाम-Kamlesh Singhविषय-अधीक्षण अभियंतामण्डल -मिर्ज़ापुर,विद्युत को प्रकरण का निस्तारण २४ जनवरी २०२२ तक करना था और आज ३ फ़रवरी २०२२ है अर्थात विद्युत् चोरी के इस प्रकरण को उन्होंने भी गंभीरता से नहीं लिया Registration Number PUVNL/R/2022/60027 Name Kamlesh Singh Date of Filing 24/01/2022 Status RTI REQUEST RECEIVED as on 24/01/2022उपरोक्त जनसूचना आवेदन के माध्यम से प्रार्थी द्वारा संदर्भ संख्या : 40019921026801 के सन्दर्भ में सूचना मांगी गयी  और प्रबंध निदेशक कार्यालय पूर्वांचल विद्युत् वितरण निगम द्वारा प्रकरण को मुख्य अभियंता और अधीक्षण अभियंता को अग्रसारित किया गया किन्तु अभी तक कोई सूचना उपलब्ध नहीं कराया गया क्या यही सुशासन है एक जंगल राज को सुशासन कहना कहा  तक उचित है प्रकरण विद्युत् चोरी से सम्बंधित है वरिष्ठ अधिकारिओं की चुप्पी किस ढंग से उचित है समझ में नहीं आ रहा है विवरण के लिए संलग्नक देखे संदर्भ संख्या : 40019921026801 , दिनांक - 03 Feb 2022 तक की स्थितिआवेदनकर्ता का विवरण :शिकायत संख्या:-40019921026801आवेदक का नाम-Kamlesh Singh1 अंतरित ऑनलाइन सन्दर्भ 20-11-2021 20-12-2021 अधिशासी अभियन्‍ता,विघुत-मिर्ज़ापुर,विद्युत आख्या उच्च स्तर पर प्रेषित2 अंतरित ऑनलाइन सन्दर्भ 09-01-2022 24-01-2022 अधीक्षण अभियंतामण्डल -मिर्ज़ापुर,विद्युत शिकायतकर्ता द्वारा असंतुष्ट फीडबैक प्राप्त होने पर उच्च अधिकारी को पुनः परीक्षण हेतु प्रेषित. अनमार्कदिनांक09-01-2022 को फीडबैक:-श्री मान जी पुलिस उपनिरीक्षक महोदय की रिपोर्ट ही उनकी विवेकहीनता प्रदर्शित करती है अब तो विवरण हिंदी में है श्री मान जी किस तरह से दिलीप सिंह पुत्र रघुवर दयाल सिंह द्वारा कमलेश सिंह के कनेक्शन का उपयोग किया जाना न्यायोचित है उनके ही रिपोर्ट से स्पस्ट है की परिसर का उपयोग दिलीप सिंह पुत्र रघुवर दयाल द्वारा किया जा रहा है आप कह रहे है विद्युत् बिल का भुगतान कमलेश सिंह को करना है और परिसर का उपयोग और बिजली का बिल कमलेश सिंह के नाम है आप के अनुसार कमलेश सिंह को ही भरना है श्री मान जी कमलेश सिंह अपना कनेक्शन चला रहे है उनको अपना बिल भरना है तो दिलीप सिंह पुत्र रघुवर दयाल सिंह अभी तक कौन कनेक्शन चला रहे है आप का रिपोर्ट पक्षपात पूर्ण है और भ्र्ष्टाचार को बढ़ावा दे रहा है बहुत आश्चर्य है की वरिष्ठ अधिकारी प्रकरण पर चुप्पी साधे है श्री मान जी आपके उपनिरीक्षक कह रहे है जो बिद्युत बिल आया है उसका भुगतान कमलेश सिंह करे जब की उसको चलाएंगे दिलीप सिंह पुत्र रघुवर दयाल सिंह न तो वे परिसर छोड़ेगे और न ही बिल भरेंगे हां बिद्युत मोटर जरूर चलाएंगे ऐसे उपनिरीक्षकों की मदद ले कर हे भगवन रक्षा करे Concerned matter is bipolar. 1- One of the poles is the theft of electricity resolved by the concerned executive engineer EDD II Manoj Kumar Yadav. Undoubtedly action taken against theft of electricity but premises are still under the possession of land grabbers who are using electricity connection of Victim Kamlesh Singh and premises of Kamlesh Singh. It is the job of police to free the premises of the electricity connection taken by the victim Kamlesh Singh from the clutches of grabbers. From the report of the executive engineer, it is obvious that premises of the electricity connection are in the possession of grabbers. 2- Another pole is the grabbing of the premises by the accused who are shielded by the police concerned against petitions made by the complainant. Following complaints made by the victim against the accused overlooked by the police through arbitrary reports.Last date fixed by the monitoring body to dispose of the matter is 24-01-2022 which means today and still the superintending engineer did not mark the matter to its subordinates even when the matter concerns the theft of the electricity. Public information officer may provide the following information pointwise as follows. 1- Superintending engineer may pro

विभाग -विद्युतशिकायत श्रेणी -

नियोजित तारीख-05-03-2022शिकायत की स्थिति-

स्तर -जनपद स्तरपद -अधिशासी अभियन्‍ता,विघुत

प्राप्त रिमाइंडर-

प्राप्त फीडबैक -दिनांक को फीडबैक:-

फीडबैक की स्थिति -

संलग्नक देखें -Click here

नोट- अंतिम कॉलम में वर्णित सन्दर्भ की स्थिति कॉलम-5 में अंकित अधिकारी के स्तर पर हुयी कार्यवाही दर्शाता है!

अग्रसारित विवरण :

क्र.स. सन्दर्भ का प्रकार आदेश देने वाले अधिकारी प्राप्त/आपत्ति दिनांक नियत दिनांक अधिकारी को प्रेषित आदेश स्थिति

1 अंतरित ऑनलाइन सन्दर्भ 03-02-2022 05-03-2022 अधिशासी अभियन्‍ता,विघुत-मिर्ज़ापुर,विद्युत अनमार्क


जनसुनवाई

समन्वित शिकायत निवारण प्रणाली, उत्तर प्रदेश

सन्दर्भ संख्या:-  40019922002490

लाभार्थी का विवरण

नाम Kamlesh Singh पिता/पति का नाम Raghuvar Dayal Singh

मोबइल नंबर(१) 8127195424 मोबइल नंबर(२)

आधार कार्ड न. ई-मेल myogimpsingh@gmail.com

पता ग्राम- कोठरा कन्तित , ग्राम पंचायत - कोठरा कन्तित , ब्लाक - छानवे , तहसील - सदर , जिला - मिर्ज़ापुर

आवेदन पत्र का ब्यौरा

आवेदन पत्र का संक्षिप्त ब्यौरा अधीक्षण अभियंतामण्डल -मिर्ज़ापुर,विद्युत को प्रकरण का निस्तारण २४ जनवरी २०२२ तक करना था और आज ३ फ़रवरी २०२२ है अर्थात विद्युत् चोरी के इस प्रकरण को उन्होंने भी गंभीरता से नहीं लिया Registration Number PUVNL/R/2022/60027 Name Kamlesh Singh Date of Filing 24/01/2022 Status RTI REQUEST RECEIVED as on 24/01/2022उपरोक्त जनसूचना आवेदन के माध्यम से प्रार्थी द्वारा संदर्भ संख्या : 40019921026801 के सन्दर्भ में सूचना मांगी गयी  और प्रबंध निदेशक कार्यालय पूर्वांचल विद्युत् वितरण निगम द्वारा प्रकरण को मुख्य अभियंता और अधीक्षण अभियंता को अग्रसारित किया गया किन्तु अभी तक कोई सूचना उपलब्ध नहीं कराया गया क्या यही सुशासन है एक जंगल राज को सुशासन कहना कहा  तक उचित है प्रकरण विद्युत् चोरी से सम्बंधित है वरिष्ठ अधिकारिओं की चुप्पी किस ढंग से उचित है समझ में नहीं आ रहा है विवरण के लिए संलग्नक देखे संदर्भ संख्या : 40019921026801 , दिनांक - 03 Feb 2022 तक की स्थितिआवेदनकर्ता का विवरण :शिकायत संख्या:-40019921026801आवेदक का नाम-Kamlesh Singh1 अंतरित ऑनलाइन सन्दर्भ 20-11-2021 20-12-2021 अधिशासी अभियन्‍ता,विघुत-मिर्ज़ापुर,विद्युत आख्या उच्च स्तर पर प्रेषित2 अंतरित ऑनलाइन सन्दर्भ 09-01-2022 24-01-2022 अधीक्षण अभियंतामण्डल -मिर्ज़ापुर,विद्युत शिकायतकर्ता द्वारा असंतुष्ट फीडबैक प्राप्त होने पर उच्च अधिकारी को पुनः परीक्षण हेतु प्रेषित. अनमार्कदिनांक09-01-2022 को फीडबैक:-श्री मान जी पुलिस उपनिरीक्षक महोदय की रिपोर्ट ही उनकी विवेकहीनता प्रदर्शित करती है अब तो विवरण हिंदी में है श्री मान जी किस तरह से दिलीप सिंह पुत्र रघुवर दयाल सिंह द्वारा कमलेश सिंह के कनेक्शन का उपयोग किया जाना न्यायोचित है उनके ही रिपोर्ट से स्पस्ट है की परिसर का उपयोग दिलीप सिंह पुत्र रघुवर दयाल द्वारा किया जा रहा है आप कह रहे है विद्युत् बिल का भुगतान कमलेश सिंह को करना है और परिसर का उपयोग और बिजली का बिल कमलेश सिंह के नाम है आप के अनुसार कमलेश सिंह को ही भरना है श्री मान जी कमलेश सिंह अपना कनेक्शन चला रहे है उनको अपना बिल भरना है तो दिलीप सिंह पुत्र रघुवर दयाल सिंह अभी तक कौन कनेक्शन चला रहे है आप का रिपोर्ट पक्षपात पूर्ण है और भ्र्ष्टाचार को बढ़ावा दे रहा है बहुत आश्चर्य है की वरिष्ठ अधिकारी प्रकरण पर चुप्पी साधे है श्री मान जी आपके उपनिरीक्षक कह रहे है जो बिद्युत बिल आया है उसका भुगतान कमलेश सिंह करे जब की उसको चलाएंगे दिलीप सिंह पुत्र रघुवर दयाल सिंह न तो वे परिसर छोड़ेगे और न ही बिल भरेंगे हां बिद्युत मोटर जरूर चलाएंगे ऐसे उपनिरीक्षकों की मदद ले कर हे भगवन रक्षा करे Concerned matter is bipolar. 1- One of the poles is the theft of electricity resolved by the concerned executive engineer EDD II Manoj Kumar Yadav. Undoubtedly action taken against theft of electricity but premises are still under the possession of land grabbers who are using electricity connection of Victim Kamlesh Singh and premises of Kamlesh Singh. It is the job of police to free the premises of the electricity connection taken by the victim Kamlesh Singh from the clutches of grabbers. From the report of the executive engineer, it is obvious that premises of the electricity connection are in the possession of grabbers. 2- Another pole is the grabbing of the premises by the accused who are shielded by the police concerned against petitions made by the complainant. Following complaints made by the victim against the accused overlooked by the police through arbitrary reports.Last date fixed by the monitoring body to dispose of the matter is 24-01-2022 which means today and still the superintending engineer did not mark the matter to its subordinates even when the matter concerns the theft of the electricity. Public information officer may provide the following information pointwise as follows. 1- Superintending engineer may pro

संदर्भ दिनांक 03-02-2022 पूर्व सन्दर्भ(यदि कोई है तो) 0,0

विभाग ऊर्जा विभाग शिकायत श्रेणी विद्युत चोरी।

लाभार्थी का विवरण/शिकायत क्षेत्र का

शिकायत क्षेत्र का पता राजस्व ग्राम- कोठरा कन्तित, ग्राम पंचायत- कोठरा कन्तित, विकास खण्ड- छानवे, तहसील- सदर, जिला- मिर्ज़ापुर

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  1. अधीक्षण अभियंतामण्डल -मिर्ज़ापुर,विद्युत को प्रकरण का निस्तारण २४ जनवरी २०२२ तक करना था और आज ३ फ़रवरी २०२२ है अर्थात विद्युत् चोरी के इस प्रकरण को उन्होंने भी गंभीरता से नहीं लिया Registration Number PUVNL/R/2022/60027 Name Kamlesh Singh Date of Filing 24/01/2022 Status RTI REQUEST RECEIVED as on 24/01/2022उपरोक्त जनसूचना आवेदन के माध्यम से प्रार्थी द्वारा संदर्भ संख्या : 40019921026801 के सन्दर्भ में सूचना मांगी गयी और प्रबंध निदेशक कार्यालय पूर्वांचल विद्युत् वितरण निगम द्वारा प्रकरण को मुख्य अभियंता और अधीक्षण अभियंता को अग्रसारित किया गया किन्तु अभी तक कोई सूचना उपलब्ध नहीं कराया गया क्या यही सुशासन है एक जंगल राज को सुशासन कहना कहा तक उचित है प्रकरण विद्युत् चोरी से सम्बंधित है वरिष्ठ अधिकारिओं की चुप्पी किस ढंग से उचित है समझ में नहीं आ रहा है

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