Tahsil Sadar is procrastinating in carrying out process of mutation

 


जनसुनवाई
समन्वित शिकायत निवारण प्रणाली, उत्तर प्रदेश
सन्दर्भ संख्या:-  40019922003696
लाभार्थी का विवरण
नाम Yogi M. P. Singh पिता/पति का नाम
मोबइल नंबर(१) 7379105911 मोबइल नंबर(२)
आधार कार्ड न. ई-मेल myogimpsingh@gmail.com
पता Mohalla Surekapuram, Shree Lakshmi Narayan Baikunth Mahadev Mandir Jabalpur Road District Mirzapur
आवेदन पत्र का ब्यौरा
आवेदन पत्र का संक्षिप्त ब्यौरा यहा पर उपजिलाधिकारी कार्यालय की विश्वसनीयता पर ही प्रश्न  चिन्ह है सोचिये यदि भ्र्ष्टाचार नहीं है तो इतने लम्बे समय से टाल मटोल क्यों ? टाल मटोल ही भ्र्ष्टाचार का दूसरा रूप है जो किसी भी रूप में एक स्वस्थ लोकतंत्र में स्वीकार नहीं किया जा सकता है उपजिलाधिकारी सदर को किसी जांच का भय तो है नहीं इसी कारण यह भ्र्स्टाचार  फल फूल रहा है सोचिये कोई भी काम बिना बार्गेनिंग के  होता है पूरे व्यवस्था का ही भ्र्ष्टाचारीकरण हो गया है श्री मान जी घुटन महसूस हो रहा है इस भ्र्स्टाचार के युग में श्री मान जी सरकार भारी भरकम तनख्वाह क्या घुस लेने के लिए देती है सोचिये ऑडियो और विजुअल प्रमाण होने के बावजूद ए डी ओ  पंचायत को छोड़ दिया गया सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर हुआ मैंने खुद कई प्रत्यावेदन प्रस्तुत किये मुख्य विकास अधिकारी प्रियंका निरंजन ने स्थानांतरण होने के बावजूद क्लीन चिट  दे दिया बैक डेट में और इस समय वे कही की जिलाधिकारी है खुले आम घूसखोरी है अंतरित लोक शिकायत अनुभाग -3(, मुख्यमंत्री कार्यालय ) 11-10-2021 कृपया शीघ्र नियमानुसार कार्यवाही किये जाने की अपेक्षा की गई है। जिलाधिकारी-मिर्ज़ापुर, 18-10-2021 अधीनस्थ अधिकारी के स्तर पर निस्तारित निक्षेपित संलग्नक के रूप में दो  पेज १-लेखपाल व कानूनगो की रिपोर्ट जो निम्न शिकायत को निस्तारण हेतु लगाया गया जिसके अनुसार वरासत कर दिया गया है खतौनी पूर्ण होने के बाद अमल दरामद करा दिया जाएगा वरासत के पश्चात रजि ० कार्यालय भेज दी गयी है रिपोर्ट का डेट १८ अक्टूबर २०२१ है श्री मान जी संलग्नक पेज २ का परिशीलन करे और श्री मान जी संलग्नक पेज एक  लेखपाल व कानूनगो की रिपोर्ट दिनांक २७ जनवरी २०२२ है जिसमे इन्होने पूर्व रिपोर्ट को दुहराया अर्थात वरासत की कार्यवाही सम्पादित की जा चुकी है और एक जाली पंजीकरण संख्या भी उपलब्ध कराई जो खुला ही नहीं पोर्टल पर और संलग्नक पेज ३ खाता विवरण और राजस्व ग्राम सार्वजानिक संपत्ति विवरण है आज की डेट का जो चीख चीख कर कह रहा है की कोई वरासत नहीं हुआ है और उपरोक्त रिपोर्ट में वरासत की छाया प्रति संलग्न होने की बात कही गयी है किन्तु उस छाया प्रति को जिलाधिकारी-मिर्ज़ापुर और लोक शिकायत अनुभाग -3 मुख्यमंत्री कार्यालय ही देख सकता है क्योकि छायाप्रति संलग्न ही नहीं किया गया है What is the difference between the earlier report submitted by the concerned staff of the tehsil sadar and this report? Whether it is not corruption that concerned staff are procrastinating in transferring the property to the inheritors? How the justice would be available to the weaker and the downtrodden section in this era of corruption which prevailed throughout in the administration of sub divisional magistrate. If a sub divisional magistrate may decide what amount of bribe would be taken by the staff at different seats would be justified in the wide public interest.Status of computerized application number-202116199010000106 is showing that application number is not available implies false report. Following is the status of computerized application number-202116199010000106 which is showing that application number is not available. This implies that concerned staff of the Tahsil Sadar submitted the baseless report on the public grievance portal of the government of India and Jansunwai portal of the government of Uttar Pradesh. Undoubtedly this cryptic working style reflects the deep rooted corruption in the working of the sub divisional magistrate Sadar. राजस्व संहिता की धारा 33(1) के अन्तर्गत उत्तराधिकार उत्तर प्रदेश बुधवार, फरवरी 2, 2022 3:56:41 PM ऑनलाइन आवेदन संख्या से खोजें: ऑनलाइन आवेदन संख्या : 202116199010000106 आवेदन संख्या मौजूद नहीं है.. ऑनलाइन आवेदन संख्या आवेदन की तिथि राजस्व ग्राम आवेदक का नाम मृतक खातेदार का नाम खातेदार की मृत्यु की तिथि Copyright 2018 राजस्व संहिता की धारा 33(1) के अन्तर्गत उत्तराधिकार
संदर्भ दिनांक 23-02-2022 पूर्व सन्दर्भ(यदि कोई है तो) 0,0
विभाग राजस्व एवं आपदा विभाग शिकायत श्रेणी न्यायालय के आदेश-अमल दरामद सम्बंधी/नामान्तरण सम्बन्धी
लाभार्थी का विवरण/शिकायत क्षेत्र का
शिकायत क्षेत्र का पता राजस्व ग्राम- नीबी गहरवार, ग्राम पंचायत- नीबी गहरवार, विकास खण्ड- छानवे, तहसील- सदर, जिला- मिर्ज़ापुर
संदर्भ संख्या : 40019922003696 , दिनांक - 23 Feb 2022 तक की स्थिति
आवेदनकर्ता का विवरण :
शिकायत संख्या:-40019922003696
आवेदक का नाम-Yogi M. P. Singhविषय-यहा पर उपजिलाधिकारी कार्यालय की विश्वसनीयता पर ही प्रश्न  चिन्ह है सोचिये यदि भ्र्ष्टाचार नहीं है तो इतने लम्बे समय से टाल मटोल क्यों ? टाल मटोल ही भ्र्ष्टाचार का दूसरा रूप है जो किसी भी रूप में एक स्वस्थ लोकतंत्र में स्वीकार नहीं किया जा सकता है उपजिलाधिकारी सदर को किसी जांच का भय तो है नहीं इसी कारण यह भ्र्स्टाचार  फल फूल रहा है सोचिये कोई भी काम बिना बार्गेनिंग के  होता है पूरे व्यवस्था का ही भ्र्ष्टाचारीकरण हो गया है श्री मान जी घुटन महसूस हो रहा है इस भ्र्स्टाचार के युग में श्री मान जी सरकार भारी भरकम तनख्वाह क्या घुस लेने के लिए देती है सोचिये ऑडियो और विजुअल प्रमाण होने के बावजूद ए डी ओ  पंचायत को छोड़ दिया गया सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर हुआ मैंने खुद कई प्रत्यावेदन प्रस्तुत किये मुख्य विकास अधिकारी प्रियंका निरंजन ने स्थानांतरण होने के बावजूद क्लीन चिट  दे दिया बैक डेट में और इस समय वे कही की जिलाधिकारी है खुले आम घूसखोरी है अंतरित लोक शिकायत अनुभाग -3(, मुख्यमंत्री कार्यालय ) 11-10-2021 कृपया शीघ्र नियमानुसार कार्यवाही किये जाने की अपेक्षा की गई है। जिलाधिकारी-मिर्ज़ापुर, 18-10-2021 अधीनस्थ अधिकारी के स्तर पर निस्तारित निक्षेपित संलग्नक के रूप में दो  पेज १-लेखपाल व कानूनगो की रिपोर्ट जो निम्न शिकायत को निस्तारण हेतु लगाया गया जिसके अनुसार वरासत कर दिया गया है खतौनी पूर्ण होने के बाद अमल दरामद करा दिया जाएगा वरासत के पश्चात रजि ० कार्यालय भेज दी गयी है रिपोर्ट का डेट १८ अक्टूबर २०२१ है श्री मान जी संलग्नक पेज २ का परिशीलन करे और श्री मान जी संलग्नक पेज एक  लेखपाल व कानूनगो की रिपोर्ट दिनांक २७ जनवरी २०२२ है जिसमे इन्होने पूर्व रिपोर्ट को दुहराया अर्थात वरासत की कार्यवाही सम्पादित की जा चुकी है और एक जाली पंजीकरण संख्या भी उपलब्ध कराई जो खुला ही नहीं पोर्टल पर और संलग्नक पेज ३ खाता विवरण और राजस्व ग्राम सार्वजानिक संपत्ति विवरण है आज की डेट का जो चीख चीख कर कह रहा है की कोई वरासत नहीं हुआ है और उपरोक्त रिपोर्ट में वरासत की छाया प्रति संलग्न होने की बात कही गयी है किन्तु उस छाया प्रति को जिलाधिकारी-मिर्ज़ापुर और लोक शिकायत अनुभाग -3 मुख्यमंत्री कार्यालय ही देख सकता है क्योकि छायाप्रति संलग्न ही नहीं किया गया है What is the difference between the earlier report submitted by the concerned staff of the tehsil sadar and this report? Whether it is not corruption that concerned staff are procrastinating in transferring the property to the inheritors? How the justice would be available to the weaker and the downtrodden section in this era of corruption which prevailed throughout in the administration of sub divisional magistrate. If a sub divisional magistrate may decide what amount of bribe would be taken by the staff at different seats would be justified in the wide public interest.Status of computerized application number-202116199010000106 is showing that application number is not available implies false report. Following is the status of computerized application number-202116199010000106 which is showing that application number is not available. This implies that concerned staff of the Tahsil Sadar submitted the baseless report on the public grievance portal of the government of India and Jansunwai portal of the government of Uttar Pradesh. Undoubtedly this cryptic working style reflects the deep rooted corruption in the working of the sub divisional magistrate Sadar. राजस्व संहिता की धारा 33(1) के अन्तर्गत उत्तराधिकार उत्तर प्रदेश बुधवार, फरवरी 2, 2022 3:56:41 PM ऑनलाइन आवेदन संख्या से खोजें: ऑनलाइन आवेदन संख्या : 202116199010000106 आवेदन संख्या मौजूद नहीं है.. ऑनलाइन आवेदन संख्या आवेदन की तिथि राजस्व ग्राम आवेदक का नाम मृतक खातेदार का नाम खातेदार की मृत्यु की तिथि Copyright 2018 राजस्व संहिता की धारा 33(1) के अन्तर्गत उत्तराधिकार
विभाग -राजस्व एवं आपदा विभागशिकायत श्रेणी -
नियोजित तारीख-10-03-2022शिकायत की स्थिति-
स्तर -तहसील स्तरपद -तहसीलदार
प्राप्त रिमाइंडर-
प्राप्त फीडबैक -दिनांक को फीडबैक:-
फीडबैक की स्थिति -
संलग्नक देखें -Click here
नोट- अंतिम कॉलम में वर्णित सन्दर्भ की स्थिति कॉलम-5 में अंकित अधिकारी के स्तर पर हुयी कार्यवाही दर्शाता है!
अग्रसारित विवरण :
क्र.स. सन्दर्भ का प्रकार आदेश देने वाले अधिकारी प्राप्त/आपत्ति दिनांक नियत दिनांक अधिकारी को प्रेषित आदेश स्थिति
1 अंतरित ऑनलाइन सन्दर्भ 23-02-2022 10-03-2022 तहसीलदार-सदर,जनपद-मिर्ज़ापुर,राजस्व एवं आपदा विभाग अनमार्क
Grievance Status for registration number : GOVUP/E/2022/06342
Grievance Concerns To
Name Of Complainant
Yogi M. P. Singh
Date of Receipt
02/02/2022
Received By Ministry/Department
Uttar Pradesh
Grievance Description
Either the computerized application number-202116199010000106 made available by the staff of theTahsil Sadar is wrong or concerned staff submitted bogus and arbitrary reports to conceal its wrongdoings. Following is the status of computerized application number-202116199010000106 which is showing that the application number is not available, quite obvious from the attached screenshot. This implies that concerned staff of the Tahsil Sadar submitted the baseless report on the public grievance portal of the government of India and Jansunwai portal of the government of Uttar Pradesh. Undoubtedly this cryptic working style reflects the deep rooted corruption in the working of the sub divisional magistrate Sadar. राजस्व संहिता की धारा 33(1) के अन्तर्गत उत्तराधिकार उत्तर प्रदेश बुधवार, फरवरी 2, 2022 3:56:41 PM ऑनलाइन आवेदन संख्या से खोजें: ऑनलाइन आवेदन संख्या : 202116199010000106 आवेदन संख्या मौजूद नहीं है.. ऑनलाइन आवेदन संख्या आवेदन की तिथि राजस्व ग्राम आवेदक का नाम मृतक खातेदार का नाम खातेदार की मृत्यु की तिथि Copyright 2018 राजस्व संहिता की धारा 33(1) के अन्तर्गत उत्तराधिकार Developed By: National Informatics Centre UP State Unit, Lucknow
आवेदक का नाम-Yogi M P Singh विषय-संदर्भ संख्या : 60000220007019 , दिनांक - 30 Jan 2022 तक की स्थिति आवेदनकर्ता का विवरण :शिकायत संख्या:-60000220007019 संदर्भ संख्या : 40019922001060 , दिनांक - 30 Jan 2022 तक की स्थिति आवेदनकर्ता का विवरण : शिकायत संख्या:-40019922001060 Grievance Status for registration number : GOVUP/E/2022/02782, विवरण के लिए संलग्नक देखे प्रकरण भ्र्ष्टाचार से सम्बंधित है त्वरित कार्यवाही आवश्यक है ‘बर्बाद ऐ गुलशन कि खातिर बस एक ही उल्लू काफी था/ हर शाख पर उल्लू बैठा है अंजाम ऐ गुलशन क्या होगा।’ बर्बाद गुलिस्ताँ करने को बस एक ही उल्लू काफ़ी था हर शाख़ पे उल्लू बैठा है अंजाम-ए-गुलिस्ताँ क्या होगा Grievance Concerns To Name Of Complainant Yogi M. P. Singh Date of Receipt 13/01/2022 Received By Ministry/Department Uttar Pradesh अंतरित लोक शिकायत अनुभाग -3(, मुख्यमंत्री कार्यालय ) 11-10-2021 कृपया शीघ्र नियमानुसार कार्यवाही किये जाने की अपेक्षा की गई है। जिलाधिकारी-मिर्ज़ापुर, 18-10-2021 अधीनस्थ अधिकारी के स्तर पर निस्तारित निक्षेपितसंलग्नक के रूप में दो पेज १-लेखपाल व कानूनगो की रिपोर्ट जो निम्न शिकायत को निस्तारण हेतु लगाया गया जिसके अनुसार वरासत कर दिया गया है खतौनी पूर्ण होने के बाद अमल दरामद करा दिया जाएगा वरासत के पश्चात रजि ० कार्यालय भेज दी गयी है रिपोर्ट का डेट १८ अक्टूबर २०२१ है श्री मान जी उपरोक्त रिपोर्ट को तीन महीने पश्चात दुहराने की क्या आवश्यकता है खतौनी पूर्ण होने के बाद अमल दरामद करा दिया जाएगा और अभी तक अमल दरामद नहीं हुआ भ्र्ष्टाचार के दो तरह के साक्ष्य होते है सीधा प्रमाण अर्थात परोक्ष प्रमाण और अपरोक्ष प्रमाण और अपरोक्ष प्रमाण चीख चीख कर चिल्ला रहे है की उपजिलाधिकारी सदर की कार्यशैली संदिग्ध है अन्यथा विभाग में इतना बड़ा भ्र्ष्टाचार न होता श्री मान जी आप भी नहीं पूछ रहे है की तीन महीने से क्या कर रहे थे टाल मटोल का कारण ही भ्र्ष्टाचार है लेट क्यों कर रहे है आप समझदार है What is the difference between earlier report submitted by the the concerned staff of the tehsil sadar and this report? Whether it is not corruption that concerned staff are procrastinating in transferring the property to the inheritors? How justice would be available to the weaker and the downtrodden section in this era of corruption which prevailed throughout in the administration of sub divisional magistrate. If the sub divisional magistrate may decide what amount of bribe would be taken by the staff at different seats would be justified in the wide public interest. पोर्टल पर फीडबैक नहीं सबमिट हो सका इसलिए प्रार्थी द्वारा पुनः आवेदन प्रस्तुत किया जा रहा है अधिकारी द्वारा शिकायत का अंतिम निस्तारण कर दिया गया है अंतिम निस्तारण के बाद आप फीडबैक दर्ज नहीं कर सकते है निम्न में से कोई एक अंतिम निस्तारण का कारण हो सकता हैं 1-वाद-न्यायालय में विचाराधीन है / स्थगित है, 2-प्रकरण न्यायालय के क्षेत्राधिकार में आता है, 3-आवेदक योजना हेतु अपात्र है, 4-धनराशि की अनुपलब्धता, 5-अन्य कारण, 6-वाद राजस्व न्यायालय में विचाराधीन है / स्थगित है, 7-प्रकरण सुझाव श्रेणी का है , 8-प्रकरण मांग श्रेणी का है , 9-नौकरी/आर
Grievance Document
Current Status
Under process   
Date of Action
04/02/2022
Officer Concerns To
Officer Name
Shri Arun Kumar Dube (Joint Secretary)
Organisation name
Uttar Pradesh
Contact Address
Chief Minister Secretariat U.P. Secretariat, Lucknow
Email Address
sushil7769@gmail.com
Contact Number
05222215127
Grievance Status for registration number : GOVUP/E/2022/09120
Grievance Concerns To
Name Of Complainant
Yogi M. P. Singh
Date of Receipt
23/02/2022
Received By Ministry/Department
Uttar Pradesh
Grievance Description
यहा पर उपजिलाधिकारी कार्यालय की विश्वसनीयता पर ही प्रश्न  चिन्ह है सोचिये यदि भ्र्ष्टाचार नहीं है तो इतने लम्बे समय से टाल मटोल क्यों ? टाल मटोल ही भ्र्ष्टाचार का दूसरा रूप है जो किसी भी रूप में एक स्वस्थ लोकतंत्र में स्वीकार नहीं किया जा सकता है उपजिलाधिकारी सदर को किसी जांच का भय तो है नहीं इसी कारण यह भ्र्स्टाचार  फल फूल रहा है सोचिये कोई भी काम बिना बार्गेनिंग के  होता है पूरे व्यवस्था का ही भ्र्ष्टाचारीकरण हो गया है श्री मान जी घुटन महसूस हो रहा है इस भ्र्स्टाचार के युग में श्री मान जी सरकार भारी भरकम तनख्वाह क्या घुस लेने के लिए देती है सोचिये ऑडियो और विजुअल प्रमाण होने के बावजूद ए डी ओ  पंचायत को छोड़ दिया गया सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर हुआ मैंने खुद कई प्रत्यावेदन प्रस्तुत किये मुख्य विकास अधिकारी प्रियंका निरंजन ने स्थानांतरण होने के बावजूद क्लीन चिट  दे दिया बैक डेट में और इस समय वे कही की जिलाधिकारी है खुले आम घूसखोरी है अंतरित लोक शिकायत अनुभाग -3(, मुख्यमंत्री कार्यालय ) 11-10-2021 कृपया शीघ्र नियमानुसार कार्यवाही किये जाने की अपेक्षा की गई है। जिलाधिकारी-मिर्ज़ापुर, 18-10-2021 अधीनस्थ अधिकारी के स्तर पर निस्तारित निक्षेपित संलग्नक के रूप में दो  पेज १-लेखपाल व कानूनगो की रिपोर्ट जो निम्न शिकायत को निस्तारण हेतु लगाया गया जिसके अनुसार वरासत कर दिया गया है खतौनी पूर्ण होने के बाद अमल दरामद करा दिया जाएगा वरासत के पश्चात रजि ० कार्यालय भेज दी गयी है रिपोर्ट का डेट १८ अक्टूबर २०२१ है श्री मान जी संलग्नक पेज २ का परिशीलन करे और श्री मान जी संलग्नक पेज एक  लेखपाल व कानूनगो की रिपोर्ट दिनांक २७ जनवरी २०२२ है जिसमे इन्होने पूर्व रिपोर्ट को दुहराया अर्थात वरासत की कार्यवाही सम्पादित की जा चुकी है और एक जाली पंजीकरण संख्या भी उपलब्ध कराई जो खुला ही नहीं पोर्टल पर और संलग्नक पेज ३ खाता विवरण और राजस्व ग्राम सार्वजानिक संपत्ति विवरण है आज की डेट का जो चीख चीख कर कह रहा है की कोई वरासत नहीं हुआ है और उपरोक्त रिपोर्ट में वरासत की छाया प्रति संलग्न होने की बात कही गयी है किन्तु उस छाया प्रति को जिलाधिकारी-मिर्ज़ापुर और लोक शिकायत अनुभाग -3 मुख्यमंत्री कार्यालय ही देख सकता है क्योकि छायाप्रति संलग्न ही नहीं किया गया है What is the difference between the earlier report submitted by the concerned staff of the tehsil sadar and this report? Whether it is not corruption that concerned staff are procrastinating in transferring the property to the inheritors? How the justice would be available to the weaker and the downtrodden section in this era of corruption which prevailed throughout in the administration of sub divisional magistrate. If a sub divisional magistrate may decide what amount of bribe would be taken by the staff at different seats would be justified in the wide public interest.
Status of computerized application number-202116199010000106 is showing that application number is not available implies false report.
Following is the status of computerized application number-202116199010000106 which is showing that application number is not available. This implies that concerned staff of the Tahsil Sadar submitted the baseless report on the public grievance portal of the government of India and Jansunwai portal of the government of Uttar Pradesh. Undoubtedly this cryptic working style reflects the deep rooted corruption in the working of the sub divisional magistrate Sadar. राजस्व संहिता की धारा 33(1) के अन्तर्गत उत्तराधिकार उत्तर प्रदेश बुधवार, फरवरी 2, 2022 3:56:41 PM ऑनलाइन आवेदन संख्या से खोजें: ऑनलाइन आवेदन संख्या : 202116199010000106 आवेदन संख्या मौजूद नहीं है.. ऑनलाइन आवेदन संख्या आवेदन की तिथि राजस्व ग्राम आवेदक का नाम मृतक खातेदार का नाम खातेदार की मृत्यु की तिथि Copyright 2018 राजस्व संहिता की धारा 33(1) के अन्तर्गत उत्तराधिकार Developed By: National Informatics Centre UP State Unit, Lucknow
Grievance Document
Current Status
Grievance received   
Date of Action
23/02/2022
Officer Concerns To
Forwarded to
Uttar Pradesh
Officer Name
Shri Arun Kumar Dube (Joint Secretary)
Organisation name
Uttar Pradesh
Contact Address
Chief Minister Secretariat U.P. Secretariat, Lucknow
Email Address
sushil7769@gmail.com
Contact Number
05222215127
Beerbhadra Singh

To write blogs and applications for the deprived sections who can not raise their voices to stop their human rights violations by corrupt bureaucrats and executives.

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  1. यहा पर उपजिलाधिकारी कार्यालय की विश्वसनीयता पर ही प्रश्न चिन्ह है सोचिये यदि भ्र्ष्टाचार नहीं है तो इतने लम्बे समय से टाल मटोल क्यों ? टाल मटोल ही भ्र्ष्टाचार का दूसरा रूप है जो किसी भी रूप में एक स्वस्थ लोकतंत्र में स्वीकार नहीं किया जा सकता है उपजिलाधिकारी सदर को किसी जांच का भय तो है नहीं इसी कारण यह भ्र्स्टाचार फल फूल रहा है सोचिये कोई भी काम बिना बार्गेनिंग के होता है पूरे व्यवस्था का ही भ्र्ष्टाचारीकरण हो गया है श्री मान जी घुटन महसूस हो रहा है इस भ्र्स्टाचार के युग में श्री मान जी सरकार भारी भरकम तनख्वाह क्या घुस लेने के लिए देती है सोचिये ऑडियो और विजुअल प्रमाण होने के बावजूद ए डी ओ पंचायत को छोड़ दिया गया सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर हुआ मैंने खुद कई प्रत्यावेदन प्रस्तुत किये मुख्य विकास अधिकारी प्रियंका निरंजन ने स्थानांतरण होने के बावजूद क्लीन चिट दे दिया बैक डेट में और इस समय वे कही की जिलाधिकारी है खुले आम घूसखोरी है

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  2. Now it has been proved that there is a large scale corruption in the working of the public staff in the tehsil sadar and they have not done the mutation even after repeated complaints because of the rampant corruption in the working of the staff of the tehsil Sadar quite obvious from the post and their incredible reports.

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  3. What is the difference between the earlier report submitted by the concerned staff of the tehsil sadar and this report? Whether it is not corruption that concerned staff are procrastinating in transferring the property to the inheritors? How the justice would be available to the weaker and the downtrodden section in this era of corruption which prevailed throughout in the administration of sub divisional magistrate.

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