संदर्भ संख्या : 40019922001350 , दिनांक - 05 Feb 2022 तक की स्थिति
आवेदनकर्ता का विवरण :
शिकायत संख्या:-40019922001350
आवेदक का नाम-Yogi M. P. Singhविषय-संदर्भ संख्या : 40019922000012 , दिनांक - 18 Jan 2022 तक की स्थिति आवेदनकर्ता का विवरण : शिकायत संख्या:-40019922000012 श्री मान जी हमारे संज्ञान में जो भी ब्यथा निवारण हेतु शिकायत पीड़ितों द्वारा प्रस्तुत किया जाता है उसका निस्तारण इसी प्रकार किया जाता है 1 अंतरित ऑनलाइन सन्दर्भ 01-01-2022 जिला खाद्य एवं विपरण अधिकारी-मिर्ज़ापुर,खाद्य एवं रसद विभाग 17-01-2022 अवगत कराना है कि उक्त शिकायत जिलापूर्ति कार्यालय से सबंधित है अतः प्रकरण निक्षेपित योग्य है निस्तारित श्री मान जी क्या जिला पूर्ति कार्यालय का नाम ले कर जिला खाद्य एवं विपरण अधिकारी-मिर्ज़ापुर,खाद्य एवं रसद विभाग द्वारा शिकायतों को मनमाने तरीके से बंद करना जायज है जैसा की प्रकरण से ही स्पस्ट है इस संबंध में विपणन अधिकारी कुंवर बहादुर सिंह ने बताया कि संगठन के हड़ताल के चलते क्रय केंद्र पर धान की खरीद नहीं की जा रही है इस समय भ्र्ष्टाचार के कारण सारे नकलची अधिकारी बन गए है उन्हें आंग्ल भाषा क्या कहे मातृ भाषा का भी ज्ञान नहीं है शिकायतों को बिना पढ़े तोते की तरह रटा रटाया जवाब लगा रहे है और यही सब इस राष्ट्र के पतन का कारण बन रहा है क्योकि यह राष्ट्र भ्र्ष्ट लोकसेवको के गिरप्त में है श्री मान जी यह प्रकरण पूर्ण रूप से जिला खाद्य एवं विपरण अधिकारी-मिर्ज़ापुर,खाद्य एवं रसद विभाग से सम्बंधित है और इनके विभाग में अनियमितता ने घर कर लिया है ये लोग सिर्फ दलालो की भाषा सुनते है और हमारे मुख्य मंत्री जी इसी को सुशासन समझते है इस समय जनता से कोसो दूर है लेकिन जल्दी ही जनता के बीच आएंगे और भूल पर पश्चाताप करेंगे सच कहा गया है पछताए क्या होत है जब चिड़िया चुंग गयी खेत धान नहीं खरीदने पर किसानों का प्रदर्शन वाराणसी ब्यूरो Updated Mon, 27 Dec 2021 06:15 PM IST डोहरी स्थित नैफेड धान क्रय केंद्र पर सोमवार को धान खरीद न होने से नाराज किसानों ने क्रय केंद्र प्रभारी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। किसानों ने क्रय केंद्र प्रभारी पर लापरवाही का आरोप लगाया। तत्काल धान खरीद शुरू कराने की मांग की। सहिजनी कलां, डोहरी, पसही एवं जगदीशपुर गांव के नौ किसानों को नैफेड धान क्रय केंद्र पर धान बेचने के लिए ऑनलाइन टोकन जारी हुआ था। किसान ट्रैक्टर ट्राली पर धान लेकर पहुंचे तो क्रय केंद्र प्रभारी ने बोरा न होने की बात कर धान खरीद करने में असमर्थता जताई। जिस पर नाराज किसान आक्रोशित हो गए और प्रदर्शन करने लगे। किसानों ने बताया कि दो दिन की छुट्टी के बाद भी क्रय केंद्र प्रभारी ने बोरे का इंतजाम नहीं किया। जिससे धान खरीद बाधित है। हंगामा होने की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस को मामला में हस्तक्षेप करना पड़ा। किसानों ने आरोप है कि केंद्र प्रभारी द्वारा धान खरीद में हिलाहवाली की जा रही है। रात में ही केंद्र से बोरा गायब कर दिया जा रहा है। किसानों क्रय केंद्र प्रभारी को हटाने की मांग किया है। इस दौरान बृजेश सिंह, अमरनाथ सिंह, सुशील सिंह, विजय सिंह, राजेश सिंह, प्रह्लाद सिंह इत्यादि किसान मौजूद रहे।
विभाग -खाद्य एवं रसद विभागशिकायत श्रेणी -
नियोजित तारीख-07-02-2022शिकायत की स्थिति-
स्तर -जनपद स्तरपद -जिला खाद्य एवं विपरण अधिकारी
प्राप्त रिमाइंडर-
प्राप्त फीडबैक -दिनांक05-02-2022 को फीडबैक:-श्री मान जी एस्मा लगाने के बावजूद कर्मचारी स्ट्राइक पर गए अर्थात नियम विरुद्ध हड़ताल पर गए अर्थात हड़ताल के दिनों की तनख्वाह में कटौती होनी चाहिए महोदय प्रकरण धान की खरीद में अनियमितता से सम्बंधित है जिसका सम्बन्ध जिला खाद्य एवं विपरण अधिकारीमिर्ज़ापुर,खाद्य एवं रसद विभाग से है शिकायतों के विषयवस्तु को बिना पढ़े मनमाना रिपोर्ट लगा कर निस्तारण करना किस तरह से न्यायोचित है विपणन अधिकारी कुंवर बहादुर सिंह ने बताया कि संगठन के हड़ताल के चलते क्रय केंद्र पर धान की खरीद नहीं की जा रही है। अंतरित ऑनलाइन सन्दर्भ 01012022 21012022 जिला खाद्य एवं विपरण अधिकारीमिर्ज़ापुर,खाद्य एवं रसद विभाग आख्या उच्च स्तर पर प्रेषित अंतरित ऑनलाइन सन्दर्भ 18012022 12022022 संभागीय खाद्य विपरण अधिकारी मण्डल मिर्ज़ापुर,खाद्य एवं रसद विभाग शिकायतकर्ता द्वारा असंतुष्ट फीडबैक प्राप्त होने पर उच्च अधिकारी को पुनः परीक्षण हेतु प्रेषित. अनमार्क Yogi Adityanath सरकार invokes ESMA, bans strikes in UP for 6 months Report The decision has been taken in view of the prevailing Covid19 situation. A notification was issued by additional chief secretary Dr Devesh Kumar Chaturvedi on Sunday, Livehindustan reported. It states that the strike is being banned in any public service, corporations and local authorities which deal with the state affairs of Uttar Pradesh, Livehindustan further reported. Whether the principle of no work no pay applied on the strikers by the managing head of the department If not please provide the reason. Apex court of India had categorically passed the order no work no pay Principle Of No Work No Pay Applies When Employee Was Not Kept Away From Work By Any Order Of Employer SC Read Judgment Nobody could be directed to claim wages for the period that he remained absent without leave or without justification. The Supreme Court has observed that the principle of No Work No Pay can be applied when the employee was not kept away from work by any order of the employer. The bench comprising Justice Ashok Bhushan and Justice Navin Sinha, reiterated the settled principle that nobody could be directed to claim wages for the period that he remained absent without leave or without justification. Please provide the INFORMATION regarding the staff of the डिपार्टमेंट who were paid salary and who were not paid because they went on strike.
फीडबैक की स्थिति -
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नोट- अंतिम कॉलम में वर्णित सन्दर्भ की स्थिति कॉलम-5 में अंकित अधिकारी के स्तर पर हुयी कार्यवाही दर्शाता है!
अग्रसारित विवरण :
क्र.स. सन्दर्भ का प्रकार आदेश देने वाले अधिकारी प्राप्त/आपत्ति दिनांक नियत दिनांक अधिकारी को प्रेषित आदेश स्थिति
1 अंतरित ऑनलाइन सन्दर्भ 18-01-2022 07-02-2022 जिला खाद्य एवं विपरण अधिकारी-मिर्ज़ापुर,खाद्य एवं रसद विभाग आख्या उच्च स्तर पर प्रेषित
2 अंतरित ऑनलाइन सन्दर्भ 05-02-2022 02-03-2022 संभागीय खाद्य विपरण अधिकारी मण्डल -मिर्ज़ापुर,खाद्य एवं रसद विभाग शिकायतकर्ता द्वारा असंतुष्ट फीडबैक प्राप्त होने पर उच्च अधिकारी को पुनः परीक्षण हेतु प्रेषित. अनमार्क
संदर्भ संख्या : 40019922000012 , दिनांक - 05 Feb 2022 तक की स्थिति
आवेदनकर्ता का विवरण :
शिकायत संख्या:-40019922000012
आवेदक का नाम-Yogi M P Singhविषय-Yogi Adityanath invokes ESMA, bans strikes in UP for 6 months: Report The decision has been taken in view of the prevailing Covid-19 situation. A notification was issued by additional chief secretary Dr Devesh Kumar Chaturvedi on Sunday, Livehindustan reported. It states that the strike is being banned in any public service, corporations and local authorities which deal with the state affairs of Uttar Pradesh, Livehindustan further reported. Whether the principle of no work no pay applied on the strikers by the managing head of the department? If not please provide the reason. Yesterday i.e. 31 Dec 2021, aggrieved farmers blocked the road at Kalwari cross road. A tractor laden with paddy was parked and jammed. Vehicles parked diagonally on the road led to long queues of vehicles on both the sides of Mirzapur-Ghorawal link road and Lalganj-Kalwari link road. The farmers also raised slogans demanding the purchase of paddy.बल्कि कलवारी चौराहे पर धान लदा ट्रैक्टर खड़ा करके जाम लगा दिया। सड़क पर आड़े-तिरछे खड़े वाहनों से मिर्जापुर-घोरावल संपर्क मार्ग व लालगंज- कलवारी संपर्क मार्ग पर दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। किसानों ने धान की खरीदारी की मांग को लेकर नारेबाजी भी की।The farmers say that the token was received with great effort. But due to non-procurement of paddy at the purchasing center, all the hard work seems to be getting washed away. The farmers said that if the paddy is not procured, the token will be cancelled. On the other hand, on the information of the jam, the station in-charge Madihan Vijay Pratap Singh reached the spot along with the team force. Tried to convince the farmers, but the farmers were not ready to move off the road. The farmers remained adamant on the demand to call the Deputy District Magistrate Madihan on the spot. Naib Tehsildar Bindu Nandan Singh, who arrived on the instructions of the Deputy District Magistrate, was engaged in resolving the matter after talking to the farmers. In this regard, Marketing Officer Kunwar Bahadur Singh said that due to the strike of the organisation, paddy is not being procured at the purchasing centre. किसानों का कहना है कि बड़ी ही मशक्कत से टोकन मिला था। लेकिन क्रय केंद्र पर धान खरीद न होने से पूरी मेहनत पर पानी फिरता दिख रहा है। किसानों का कहना था कि यदि धान की खरीद नहीं हुई तो टोकन निरस्त हो जाएगा। उधर, जाम की सूचना पर थाना प्रभारी मड़िहान विजय प्रताप सिंह दल बल के साथ मौके पर पहुंचे। किसानों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन किसान सड़क से हटने को तैयार नहीं हुए। किसान उप जिलाधिकारी मड़िहान को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़े रहे। उप जिलाधिकारी के निर्देश पर पहुंचे नायब तहसीलदार बिंदु नंदन सिंह किसानों से बात कर मामला निपटाने में लगे रहे। इस संबंध में विपणन अधिकारी कुंवर बहादुर सिंह ने बताया कि संगठन के हड़ताल के चलते क्रय केंद्र पर धान की खरीद नहीं की जा रही है।
विभाग -खाद्य एवं रसद विभागशिकायत श्रेणी -
नियोजित तारीख-21-01-2022शिकायत की स्थिति-
स्तर -जनपद स्तरपद -जिला खाद्य एवं विपरण अधिकारी
प्राप्त रिमाइंडर-
प्राप्त फीडबैक -दिनांक18-01-2022 को फीडबैक:-श्री मान जी हमारे संज्ञान में जो भी ब्यथा निवारण हेतु शिकायत पीड़ितों द्वारा प्रस्तुत किया जाता है उसका निस्तारण इसी प्रकार किया जाता है 1 अंतरित ऑनलाइन सन्दर्भ 01012022 जिला खाद्य एवं विपरण अधिकारीमिर्ज़ापुर,खाद्य एवं रसद विभाग 17012022 अवगत कराना है कि उक्त शिकायत जिलापूर्ति कार्यालय से सबंधित है अतः प्रकरण निक्षेपित योग्य है निस्तारित श्री मान जी क्या जिला पूर्ति कार्यालय का नाम ले कर जिला खाद्य एवं विपरण अधिकारीमिर्ज़ापुर,खाद्य एवं रसद विभाग द्वारा शिकायतों को मनमाने तरीके से बंद करना जायज है जैसा की प्रकरण से ही स्पस्ट है इस संबंध में विपणन अधिकारी कुंवर बहादुर सिंह ने बताया कि संगठन के हड़ताल के चलते क्रय केंद्र पर धान की खरीद नहीं की जा रही है इस समय भ्र्ष्टाचार के कारण सारे नकलची अधिकारी बन गए है उन्हें आंग्ल भाषा क्या कहे मातृ भाषा का भी ज्ञान नहीं है शिकायतों को बिना पढ़े तोते की तरह रटा रटाया जवाब लगा रहे है और यही सब इस राष्ट्र के पतन का कारण बन रहा है क्योकि यह राष्ट्र भ्र्ष्ट लोकसेवको के गिरप्त में है श्री मान जी यह प्रकरण पूर्ण रूप से जिला खाद्य एवं विपरण अधिकारीमिर्ज़ापुर,खाद्य एवं रसद विभाग से सम्बंधित है और इनके विभाग में अनियमितता ने घर कर लिया है ये लोग सिर्फ दलालो की भाषा सुनते है और हमारे मुख्य मंत्री जी इसी को सुशासन समझते है इस समय जनता से कोसो दूर है लेकिन जल्दी ही जनता के बीच आएंगे और भूल पर पश्चाताप करेंगे सच कहा गया है पछताए क्या होत है जब चिड़िया चुंग गयी खेत
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नोट- अंतिम कॉलम में वर्णित सन्दर्भ की स्थिति कॉलम-5 में अंकित अधिकारी के स्तर पर हुयी कार्यवाही दर्शाता है!
अग्रसारित विवरण :
क्र.स. सन्दर्भ का प्रकार आदेश देने वाले अधिकारी प्राप्त/आपत्ति दिनांक नियत दिनांक अधिकारी को प्रेषित आदेश स्थिति
1 अंतरित ऑनलाइन सन्दर्भ 01-01-2022 21-01-2022 जिला खाद्य एवं विपरण अधिकारी-मिर्ज़ापुर,खाद्य एवं रसद विभाग आख्या उच्च स्तर पर प्रेषित
2 अंतरित ऑनलाइन सन्दर्भ 18-01-2022 12-02-2022 संभागीय खाद्य विपरण अधिकारी मण्डल -मिर्ज़ापुर,खाद्य एवं रसद विभाग शिकायतकर्ता द्वारा असंतुष्ट फीडबैक प्राप्त होने पर उच्च अधिकारी को पुनः परीक्षण हेतु प्रेषित. अनमार्क
श्री मान जी एस्मा लगाने के बावजूद कर्मचारी स्ट्राइक पर गए अर्थात नियम विरुद्ध हड़ताल पर गए अर्थात हड़ताल के दिनों की तनख्वाह में कटौती होनी चाहिए महोदय प्रकरण धान की खरीद में अनियमितता से सम्बंधित है जिसका सम्बन्ध जिला खाद्य एवं विपरण अधिकारीमिर्ज़ापुर,खाद्य एवं रसद विभाग से है शिकायतों के विषयवस्तु को बिना पढ़े मनमाना रिपोर्ट लगा कर निस्तारण करना किस तरह से न्यायोचित है विपणन अधिकारी कुंवर बहादुर सिंह ने बताया कि संगठन के हड़ताल के चलते क्रय केंद्र पर धान की खरीद नहीं की जा रही है।
ReplyDeleteIt is quite obvious that yogi adityanath comment in uttar pradesh is not well wisher of the farmers in the state. Undoubtedly majority of the people is not with rulling party.
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