More than three years passed since the date rebore was carried out by Jal Nigam

 


संदर्भ संख्या : 40019921030446 , दिनांक - 23 Jan 2022 तक की स्थिति

आवेदनकर्ता का विवरण :

शिकायत संख्या:-40019921030446

आवेदक का नाम-Yogi M P Singhविषय-According to Yogi Adityanath Sir, he will have zero tolerance for corruption but think about the gravity of the situation that such third grade work is being carried out under his regime because of corruption and accountable public functionaries have shut its ears and eyes. District magistrate Mirzapur, after rebore by Jalnigam, why did municipality Mirzapur city not take over the Hand Pump from Jalnigam to look after as required under the management of installation and reinstallation of Hand pumps? Answer is simple, because in the rebore of handpump, set up norms were overlooked. Because of corruption rampant in the departments of Government of Uttar Pradesh, no action could be taken against wrongdoers by fixing their accountability even when the D.M. Mirzapur was informed regarding the irregularity time and again. Most surprising three years passed but concerned are only procrastinating on the matter ipso facto. निस्संदेह अधिशासी अभियंतामिर्ज़ापुर,जल निगम द्वारा गैर जिम्मेदाराना आख्या प्रस्तुत की गई है श्री मान जी प्रस्तुत प्रकरण में इस बात का जिक्र है की किस तरह से जल निगम द्वारा कराया गया रीबोर विभाग में व्याप्त भ्र्ष्टाचार के कारण फ़ैल हो गया सोचने की रीबोर के ठीक कुछ दिनों बाद हैंड पंप का पानी आना बंद हो गया उसकी जाँच नगर पालिका मिर्ज़ापुर और खुद जल निगम द्वारा कराया गया और मैंने कहा की हैंडपंप का रीबोर फ़ैल है इसलिए सम्बंधित के विरुद्ध कार्यवाही होनी चाहिए किन्तु आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई इससे बड़ी आराजकता क्या होगी श्री मान जी छह वर्षो से चापाकल बिगड़ रहा है और रीबोर हो रहा है किन्तु पानी नहीं दे रहा है इससे बड़ी आराजकता क्या होगी यहां बोरिंग का प्रश्न नहीं है क्योकि फिर बोरिंग होगी और चार दिन बाद पानी देना बंद कर देगा और जब शिकायत होगी मनमानी और असंगत जवाब लगा कर जिला मजिस्ट्रेट जैसे अधिकारी शिकायत को बंद करा देते है यहां प्रश्न विश्वसनीयता की है किस ढंग से भरस्टाचार के कारण लोक ब्यवस्था की साख गिर रही है इस पर चिंतन करना आवश्यक है श्री मान जी रीबोर प्रकरण पूर्ण रूप से भ्र्ष्टाचार से पोषित उसकी जांच होनी चाहिए अन्यथा जन कल्याण से सम्बंधित फण्ड कुछ लोगो के जेब भरते रहेंगे

विभाग -जल निगमशिकायत श्रेणी -

नियोजित तारीख-15-01-2022शिकायत की स्थिति-

स्तर -जनपद स्तरपद -अधिशासी अभियंता

प्राप्त रिमाइंडर-

प्राप्त फीडबैक -दिनांक23-01-2022 को फीडबैक:- श्री मान आप द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट पत्रांक ३२५९ दिनांक ११ अक्टूबर २०२१ को प्रस्तुत रिपोर्ट का ज़ेरॉक्स है उसमे भी आपने कहा है की आवेदक का नाम रीबोर हैंडपम्पों की सूची में डाल दिया गया है धनराशि प्राप्त होने के उपरांत रीबोर की कार्यवाही कर दी जाएगी और चार महीने से ज्यादा बीत गए किन्तु आपने कुछ भी नहीं किया श्री मान जी कुछ तो अपनी विश्वसनीयता बढ़ाइए श्री मान जी रीबोर प्रकरण पूर्ण रूप से भ्र्ष्टाचार से पोषित उसकी जांच होनी चाहिए अन्यथा जन कल्याण से सम्बंधित फण्ड कुछ लोगो के जेब भरते रहेंगे श्री मान जी आप का कहना उचित है किन्तु इस बात पर मनन होना चाहिए की पूर्व रिबोर शुरू में ही बालू युक्त पानी देने लगा और परिणाम स्वरुप नगर पालिका मिर्ज़ापुर सिटी द्वारा उसे टेकओवर नहीं किया गया और तीन वर्ष से हैंडपंप बंद पड़ा है और यह घटना खुद योगी सरकार में हुई है अर्थात पारदर्शिता और जवाबदेही का पूर्ण अभाव है क्या यही सुशासन है सोचिये तीन वर्ष की शिकायत के बावजूद कोई कार्यवाही नहीं और आज कृपा के रूप में एक उम्मीद की शांत रहिये तो फिर से रिबोर होगा अन्यथा आराजकता और विधिहीनता को फेस करते रहिये ऐसा महसूस होता है जैसे आराजकता का शासन हो विधि सम्मत शासन है ही नहीं कृपया मामले की जांच कराये कि रिबोर मानक के अनुसार क्यों नहीं हुआ नगर पालिका द्वारा जिलाधिकारी महोदय को अवगत कराया जा चुका है की वह हैंडपप टेकओवर नहीं कर सकता क्योकि मानक का पालन नहीं हुआ है रिबोर में

फीडबैक की स्थिति -

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नोट- अंतिम कॉलम में वर्णित सन्दर्भ की स्थिति कॉलम-5 में अंकित अधिकारी के स्तर पर हुयी कार्यवाही दर्शाता है!

अग्रसारित विवरण :

क्र.स. सन्दर्भ का प्रकार आदेश देने वाले अधिकारी प्राप्त/आपत्ति दिनांक नियत दिनांक अधिकारी को प्रेषित आदेश स्थिति

1 अंतरित ऑनलाइन सन्दर्भ 31-12-2021 15-01-2022 अधिशासी अभियंता-मिर्ज़ापुर,जल निगम आख्या उच्च स्तर पर प्रेषित

2 अंतरित ऑनलाइन सन्दर्भ 23-01-2022 07-02-2022 अधीक्षण अभियंतामण्डल -मिर्ज़ापुर,जल निगम शिकायतकर्ता द्वारा असंतुष्ट फीडबैक प्राप्त होने पर उच्च अधिकारी को पुनः परीक्षण हेतु प्रेषित. अनमार्क

संदर्भ संख्या : 40019921030446 , दिनांक - 23 Jan 2022 तक की स्थिति

आवेदनकर्ता का विवरण :

शिकायत संख्या:-40019921030446

आवेदक का नाम-Yogi M P Singhविषय-According to Yogi Adityanath Sir, he will have zero tolerance for corruption but think about the gravity of the situation that such third grade work is being carried out under his regime because of corruption and accountable public functionaries have shut its ears and eyes. District magistrate Mirzapur, after rebore by Jalnigam, why did municipality Mirzapur city not take over the Hand Pump from Jalnigam to look after as required under the management of installation and reinstallation of Hand pumps? Answer is simple, because in the rebore of handpump, set up norms were overlooked. Because of corruption rampant in the departments of Government of Uttar Pradesh, no action could be taken against wrongdoers by fixing their accountability even when the D.M. Mirzapur was informed regarding the irregularity time and again. Most surprising three years passed but concerned are only procrastinating on the matter ipso facto. निस्संदेह अधिशासी अभियंतामिर्ज़ापुर,जल निगम द्वारा गैर जिम्मेदाराना आख्या प्रस्तुत की गई है श्री मान जी प्रस्तुत प्रकरण में इस बात का जिक्र है की किस तरह से जल निगम द्वारा कराया गया रीबोर विभाग में व्याप्त भ्र्ष्टाचार के कारण फ़ैल हो गया सोचने की रीबोर के ठीक कुछ दिनों बाद हैंड पंप का पानी आना बंद हो गया उसकी जाँच नगर पालिका मिर्ज़ापुर और खुद जल निगम द्वारा कराया गया और मैंने कहा की हैंडपंप का रीबोर फ़ैल है इसलिए सम्बंधित के विरुद्ध कार्यवाही होनी चाहिए किन्तु आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई इससे बड़ी आराजकता क्या होगी श्री मान जी छह वर्षो से चापाकल बिगड़ रहा है और रीबोर हो रहा है किन्तु पानी नहीं दे रहा है इससे बड़ी आराजकता क्या होगी यहां बोरिंग का प्रश्न नहीं है क्योकि फिर बोरिंग होगी और चार दिन बाद पानी देना बंद कर देगा और जब शिकायत होगी मनमानी और असंगत जवाब लगा कर जिला मजिस्ट्रेट जैसे अधिकारी शिकायत को बंद करा देते है यहां प्रश्न विश्वसनीयता की है किस ढंग से भरस्टाचार के कारण लोक ब्यवस्था की साख गिर रही है इस पर चिंतन करना आवश्यक है श्री मान जी रीबोर प्रकरण पूर्ण रूप से भ्र्ष्टाचार से पोषित उसकी जांच होनी चाहिए अन्यथा जन कल्याण से सम्बंधित फण्ड कुछ लोगो के जेब भरते रहेंगे

विभाग -जल निगमशिकायत श्रेणी -

नियोजित तारीख-15-01-2022शिकायत की स्थिति-

स्तर -जनपद स्तरपद -अधिशासी अभियंता

प्राप्त रिमाइंडर-

प्राप्त फीडबैक -दिनांक को फीडबैक:-

फीडबैक की स्थिति -

संलग्नक देखें -Click here

नोट- अंतिम कॉलम में वर्णित सन्दर्भ की स्थिति कॉलम-5 में अंकित अधिकारी के स्तर पर हुयी कार्यवाही दर्शाता है!

अधीनस्थ द्वारा प्राप्त आख्या :

क्र.स. सन्दर्भ का प्रकार आदेश देने वाले अधिकारी आदेश/आपत्ति दिनांक आदेश/आपत्ति आख्या देने वाले अधिकारी आख्या दिनांक आख्या स्थिति संलगनक

1 अंतरित ऑनलाइन सन्दर्भ 31-12-2021 अधिशासी अभियंता-मिर्ज़ापुर,जल निगम 20-01-2022 Ukt ke sambndh me awagat karana hai ki awedak ka naam suchi me sammilit kar liya gaya hai dhanrashi prapt hone par handpump rebore ki karywahi kar di jayegi निस्तारित

Comments

  1. इस बात पर मनन होना चाहिए की रिबोर शुरू में ही बालू युक्त पानी देने लगा और परिणाम स्वरुप नगर पालिका मिर्ज़ापुर सिटी द्वारा उसे टेकओवर नहीं किया गया और तीन वर्ष से हैंडपंप बंद पड़ा है और यह घटना खुद योगी सरकार में हुई है अर्थात पारदर्शिता और जवाबदेही का पूर्ण अभाव है क्या यही सुशासन है सोचिये तीन वर्ष की शिकायत के बावजूद कोई कार्यवाही नहीं और आज कृपा के रूप में एक उम्मीद की शांत रहिये तो फिर से रिबोर होगा अन्यथा आराजकता और विधिहीनता को फेस करते रहिये ऐसा महसूस होता है जैसे आराजकता का शासन हो विधि सम्मत शासन है ही नहीं कृपया मामले की जांच कराये कि रिबोर मानक के अनुसार क्यों नहीं हुआ नगर पालिका द्वारा जिलाधिकारी महोदय को अवगत कराया जा चुका है की वह हैंडपप टेकओवर नहीं कर सकता क्योकि मानक का पालन नहीं हुआ है रिबोर में

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