If Yogi Adityanath government in the state is honest, then it must take action





Grievance Status for registration number : GOVUP/E/2021/74819
Grievance Concerns To
Name Of Complainant
Yogi M. P. Singh
Date of Receipt
24/12/2021
Received By Ministry/Department
Uttar Pradesh
Grievance Description
PCF Head Office, Lucknow, address is as follows.
539, Station Rd, Chitwapur Bhuiyan, Udaiganj, Husainganj, Lucknow, Uttar Pradesh 226001
Grievance Status for registration number : GOVUP/E/2021/61147 Grievance Concerns To Name Of Complainant Yogi M. P. Singh
Date of Receipt 22/10/2021 Received By Ministry/Department Uttar Pradesh
Grievance Description श्री मान जी खाद दो बार भीगी है पहली बार १४ हजार बोरी D.A.P. अर्थात डाई अमोनियम फॉस्फेट जिसकी कीमत एक करोड़ थी और दूसरी बार २५ हजार बोरी यूरिया जिसकी कीमत भी लगभग एक करोड़ थी प्रकरण का पहली बार ही शिकायत की गई थी और वाकायदा मीडिया कवरेज हुआ था किन्तु उसका कोई असर नहीं था और दूसरी बार फिर खाद भीगने की घटना घटी सम्बेदनहीन नौकरशाही का जीता जागता उदाहरण है Whether chief minister office is failed to understand its meaning that the matter concerns PCF. It seems that PCF is working independently not as subsidiary of department of agriculture so the matter be forwarded to them. According to the communication dated-21-Oct-2021 letter number-1164 of joint director agriculture of fertilizer section Mr. Anil Kumar Pathak, the matter concerns P.C.F. which means Pradeshik Cooperative Federation which details are as follows. Communication is attached to this representation. It is quite obvious that following undertaking is a department of the government and wrongdoer concerns this department so it is obligatory duty of the supervisory body chief minister office to ensure the accountability of the concerned wrongdoer. Uttar Pradesh Cooperative Federation Limited U.P. Cooperative Federation Ltd. Popularly known as PCF i.e. Pradeshik Co-operative Federation was established on 11 th June, 1943 at Lucknow India.
Sir the matter concerns the loss of 20 million rupees of fertilizer and the applicant is struggling for more than four years and the most unfortunate thing is that the chief minister office has no interest to fix the accountability of the concerned personnel.
श्री मान जी दिनांक छह अक्टूबर २०१७ का पत्र मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय उत्तर मध्य रेलवे इलाहाबाद का है जो की प्रार्थी योगी एम्. पी. सिंह मुहल्ला सुरेकापुरम , जबलपुर रोड जनपद मिर्ज़ापुर को सम्बोधित है और इससे भी पहले का पत्र २६ जुलाई २०१७ का भी है दोनों पत्र वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक उत्तर मध्य रेलवे इलाहबाद द्वारा हस्ताक्षरित है जिसमे सीधे रेलवे वैगन से खाद को ट्रक में लोड करने की परमिशन मुख्य माल अधीक्षक मिर्ज़ापुर लिखित मांगी गयी है और यह परमिशन इस शर्त के साथ रेलवे द्वारा प्रदान किया गया की पार्टी द्वारा किसी भी छति पूर्ति का दावा रेलवे से नहीं किया जाएगा श्री मान जी अब आप बताये मामला कैसे रेलवे से सम्बन्घित है श्री मान यह मामला आपके Uttar Pradesh Cooperative Federation Limited U.P. Cooperative Federation Ltd. Popularly known as PCF से सम्बंधित है और वह स्टाफ दोषी है जिसने माल अधीक्षक मिर्ज़ापुर से लिखित परमिशन मागी और यह परमिशन इस शर्त के साथ रेलवे द्वारा प्रदान किया गया की पार्टी द्वारा किसी भी छति पूर्ति का दावा रेलवे से नहीं किया जाएगाआश्चर्य की बात यह है की सब कुछ जानते हुए भी मुख्य मंत्री कार्यालय अनजान बन रहा है और एक लापरवाह नौकरशाह की लापरवाही को नजरअंदाज कर रहा है
Grievance Document
Current Status
Grievance received   
Date of Action
24/12/2021
Officer Concerns To
Forwarded to
Uttar Pradesh
Officer Name
Shri Bhaskar Pandey ,Joint Secretary
Organisation name
Uttar Pradesh
Contact Address
Chief Minister Secretariat Room No.321 U.P. Secretariat, Lucknow
Email Address
bhaskar.12214@gov.in
Contact Number
2226350
Yogi

An anti-corruption crusader. Motive to build a strong society based on the principle of universal brotherhood. Human rights defender and RTI activist.

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  1. श्री मान जी खाद दो बार भीगी है पहली बार १४ हजार बोरी D.A.P. अर्थात डाई अमोनियम फॉस्फेट जिसकी कीमत एक करोड़ थी और दूसरी बार २५ हजार बोरी यूरिया जिसकी कीमत भी लगभग एक करोड़ थी प्रकरण का पहली बार ही शिकायत की गई थी और वाकायदा मीडिया कवरेज हुआ था किन्तु उसका कोई असर नहीं था और दूसरी बार फिर खाद भीगने की घटना घटी सम्बेदनहीन नौकरशाही का जीता जागता उदाहरण है

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