Whether in a good governance, it is feasible that that offenders may grab victim's premises and use it illegally Kamlesh Singh
संदर्भ संख्या : 40019921026061 , दिनांक - 13 Nov 2021 तक की स्थित
शिकायत संख्या:-40019921026061
आवेदक का नाम-Kamlesh Singh
विषय-
सेवा में
श्री मान थानाध्यक्ष महोदय
जिगना मिर्ज़ापुर
विषय -श्री मान जी जिगना पुलिस द्वारा शिकायत संख्या:-40019921021728आवेदक का नाम-Kamlesh Singh में प्रस्तुत दोनों आख्यायें किसी भी तरह से विषयवस्तु से मेल नहीं खाती है
महोदय प्रार्थी आप का ध्यान निम्न विन्दुओं पर आकृष्ट करता है
१-प्रथम संलग्नक अधिशाषी अभियंता का पत्र जो प्रार्थी को सम्बोधित है दोनों आरोपियों द्वारा कमलेश सिंह पुत्र रघुवर दयाल सिंह के विद्युत कनेक्शन के परिसर को कब्जा करके जबरदस्ती उपयोग करने से सम्बंधित है जिसका बिल बकाया इस समय २०००० हजार रुपये है गैर कानूनी आटा चक्की का संचालन उपरोक्त द्वारा किया जा रहा है जो पंजीकृत प्राथमिकी धारा 135 के तहत बिजली चोरी के लिए विद्युत विभाग के कनिष्ठ अभियंता द्वारा पंजीकृत कराया गया है।रिपोर्ट अधिशाषी अभियंता द्वारा प्रस्तुत विद्युत वितरण संभाग द्वितीय श्री. मनोज कुमार यादव, यह सिद्ध कर दिया है कि दिलीप सिंह पुत्र रघुवर दयाल सिंह द्वारा बिजली चोरी और वह रंगे हाथों पकड़ा गया है जिसके परिणामस्वरूप एफ.आई.आर. जैसा कि विद्युत विभाग के कनिष्ठ अभियंता द्वारा पंजीकृत कराया गया है।
२-द्वितीय संलग्नक जिगना पुलिस द्वारा मामला सी श्रेणीकृत होने से पहले प्रस्तुत किया गया है जिसका सम्बन्ध प्रकरण से दूर दूर तक नहीं है
३ -तृतीय संलग्नक जिगना पुलिस द्वारा मामला सी श्रेणीकृत होने के बाद प्रस्तुत किया गया है जिसका सम्बन्ध प्रकरण से दूर दूर तक नहीं है
उद्देश्य -दिलीप सिंह पुत्र रघुवर दयाल सिंह एवं रघुवर दयाल सिंह पुत्र भानु प्रताप सिंह के विरुद्ध विद्युत मोटर एवं बोरिंग वाले विद्युत कनेक्शन के परिसर को जो की कमलेश सिंह पुत्र रघुवर दयाल सिंह का है हड़पने के आरोप में आपराधिक दंड संहिता की धारा 156 की उपधारा 1 के तहत प्राथमिकी दर्ज करने हेतु आवेदन प्रस्तुत किया गया था और अब गैर कानूनी आटा चक्की का संचालन जो पंजीकृत प्राथमिकी धारा 135 के तहत बिजली चोरी के मामले से बिल्कुल स्पष्ट है
२०००० हजार रुपये विजली का बिल तो कमलेश सिंह के नाम जारी हुआ है जब की परिसर का कब्जा दिलीप सिंह पुत्र रघुवर दयाल सिंह एवं रघुवर दयाल सिंह पुत्र भानु प्रताप सिंह द्वारा कर लिया गया है और वे लोग चक्की लगा कर वाणिज्यिक उपयोग कर रहे है वह भी कमलेश सिंह के नाम पर जब की प्रार्थी द्वारा कृषि कार्य हेतु कनेक्शन लिया गया है
श्री मान जी आप और आप के मातहत यदि विजली चोरी पसंद करते है तो लिख के देदे की वह परिसर दिलीप सिंह पुत्र रघुवर दयाल सिंह का है जिससे प्रार्थी बिजली के बिल से बच जाय और इस बिजली चोरी का झूठा लांछन प्रार्थी पर न लगे
विभाग -पुलिसशिकायत श्रेणी -
नियोजित तारीख-20-11-2021शिकायत की स्थिति-
स्तर -थाना स्तरपद -थानाध्यक्ष/प्रभारी निरीक्षक
प्राप्त रिमाइंडर-
प्राप्त फीडबैक -दिनांक को फीडबैक:-
फीडबैक की स्थिति -
संलग्नक देखें -Click here
नोट- अंतिम कॉलम में वर्णित सन्दर्भ की स्थिति कॉलम-5 में अंकित अधिकारी के स्तर पर हुयी कार्यवाही दर्शाता है!
अग्रसारित विवरण :
क्र.स. सन्दर्भ का प्रकार आदेश देने वाले अधिकारी प्राप्त/आपत्ति दिनांक नियत दिनांक अधिकारी को प्रेषित आदेश स्थिति
1 अंतरित ऑनलाइन सन्दर्भ 13-11-2021 20-11-2021 थानाध्यक्ष/प्रभारी निरीक्षक-जिगना,जनपद-मिर्ज़ापुर,पुलिस अनमार्क
संदर्भ संख्या : 40019921026060 , दिनांक - 13 Nov 2021 तक की स्थिति
आवेदनकर्ता का विवरण :
शिकायत संख्या:-40019921026060
आवेदक का नाम-Kamlesh Singh
विषय-
सेवा में
श्री मान क्षेत्राधिकारी महोदय
लालगंज मिर्ज़ापुर
विषय -श्री मान जी जिगना पुलिस द्वारा शिकायत संख्या:-40019921021728आवेदक का नाम-Kamlesh Singh में प्रस्तुत दोनों आख्यायें किसी भी तरह से विषयवस्तु से मेल नहीं खाती है
महोदय प्रार्थी आप का ध्यान निम्न विन्दुओं पर आकृष्ट करता है
१-प्रथम संलग्नक अधिशाषी अभियंता का पत्र जो प्रार्थी को सम्बोधित है दोनों आरोपियों द्वारा कमलेश सिंह पुत्र रघुवर दयाल सिंह के विद्युत कनेक्शन के परिसर को कब्जा करके जबरदस्ती उपयोग करने से सम्बंधित है जिसका बिल बकाया इस समय २०००० हजार रुपये है गैर कानूनी आटा चक्की का संचालन उपरोक्त द्वारा किया जा रहा है जो पंजीकृत प्राथमिकी धारा 135 के तहत बिजली चोरी के लिए विद्युत विभाग के कनिष्ठ अभियंता द्वारा पंजीकृत कराया गया है।रिपोर्ट अधिशाषी अभियंता द्वारा प्रस्तुत विद्युत वितरण संभाग द्वितीय श्री. मनोज कुमार यादव, यह सिद्ध कर दिया है कि दिलीप सिंह पुत्र रघुवर दयाल सिंह द्वारा बिजली चोरी और वह रंगे हाथों पकड़ा गया है जिसके परिणामस्वरूप एफ.आई.आर. जैसा कि विद्युत विभाग के कनिष्ठ अभियंता द्वारा पंजीकृत कराया गया है।
२-द्वितीय संलग्नक जिगना पुलिस द्वारा मामला सी श्रेणीकृत होने से पहले प्रस्तुत किया गया है जिसका सम्बन्ध प्रकरण से दूर दूर तक नहीं है
३ -तृतीय संलग्नक जिगना पुलिस द्वारा मामला सी श्रेणीकृत होने के बाद प्रस्तुत किया गया है जिसका सम्बन्ध प्रकरण से दूर दूर तक नहीं है
उद्देश्य -दिलीप सिंह पुत्र रघुवर दयाल सिंह एवं रघुवर दयाल सिंह पुत्र भानु प्रताप सिंह के विरुद्ध विद्युत मोटर एवं बोरिंग वाले विद्युत कनेक्शन के परिसर को जो की कमलेश सिंह पुत्र रघुवर दयाल सिंह का है हड़पने के आरोप में आपराधिक दंड संहिता की धारा 156 की उपधारा 1 के तहत प्राथमिकी दर्ज करने हेतु आवेदन प्रस्तुत किया गया था और अब गैर कानूनी आटा चक्की का संचालन जो पंजीकृत प्राथमिकी धारा 135 के तहत बिजली चोरी के मामले से बिल्कुल स्पष्ट है
२०००० हजार रुपये विजली का बिल तो कमलेश सिंह के नाम जारी हुआ है जब की परिसर का कब्जा दिलीप सिंह पुत्र रघुवर दयाल सिंह एवं रघुवर दयाल सिंह पुत्र भानु प्रताप सिंह द्वारा कर लिया गया है और वे लोग चक्की लगा कर वाणिज्यिक उपयोग कर रहे है वह भी कमलेश सिंह के नाम पर जब की प्रार्थी द्वारा कृषि कार्य हेतु कनेक्शन लिया गया है
श्री मान जी आप और आप के मातहत यदि विजली चोरी पसंद करते है तो लिख के देदे की वह परिसर दिलीप सिंह पुत्र रघुवर दयाल सिंह का है जिससे प्रार्थी बिजली के बिल से बच जाय और इस बिजली चोरी का झूठा लांछन प्रार्थी पर न लगे
विभाग -पुलिसशिकायत श्रेणी -
नियोजित तारीख-13-12-2021शिकायत की स्थिति-
स्तर -क्षेत्राधिकारी स्तरपद -क्षेत्राधिकारी / सहायक पुलिस आयुक्त
प्राप्त रिमाइंडर-
प्राप्त फीडबैक -दिनांक को फीडबैक:-
फीडबैक की स्थिति -
संलग्नक देखें -Click here
नोट- अंतिम कॉलम में वर्णित सन्दर्भ की स्थिति कॉलम-5 में अंकित अधिकारी के स्तर पर हुयी कार्यवाही दर्शाता है!
अग्रसारित विवरण :
क्र.स. सन्दर्भ का प्रकार आदेश देने वाले अधिकारी प्राप्त/आपत्ति दिनांक नियत दिनांक अधिकारी को प्रेषित आदेश स्थिति
1 अंतरित ऑनलाइन सन्दर्भ 13-11-2021 13-12-2021 क्षेत्राधिकारी / सहायक पुलिस आयुक्त-लालगंज,जनपद-मिर्ज़ापुर,पुलिस अनमार्क
२०००० हजार रुपये विजली का बिल तो कमलेश सिंह के नाम जारी हुआ है जब की परिसर का कब्जा दिलीप सिंह पुत्र रघुवर दयाल सिंह एवं रघुवर दयाल सिंह पुत्र भानु प्रताप सिंह द्वारा कर लिया गया है और वे लोग चक्की लगा कर वाणिज्यिक उपयोग कर रहे है वह भी कमलेश सिंह के नाम पर जब की प्रार्थी द्वारा कृषि कार्य हेतु कनेक्शन लिया गया है
ReplyDeleteश्री मान जी आप और आप के मातहत यदि विजली चोरी पसंद करते है तो लिख के देदे की वह परिसर दिलीप सिंह पुत्र रघुवर दयाल सिंह का है जिससे प्रार्थी बिजली के बिल से बच जाय और इस बिजली चोरी का झूठा लांछन प्रार्थी पर न लगे