Minimum wage is 10000 rupees per month but in home district Gorakhpur of Yogi Aditya Nath D.F.O. is providing only 5000 rupees



Grievance Status for registration number : GOVUP/E/2021/62288

Grievance Concerns To
Name Of Complainant
Yogi M. P. Singh
Date of Receipt
26/10/2021
Received By Ministry/Department
Uttar Pradesh
Grievance Description
The matter concerns the anarchy in the working of Divisional Forest officer and chief conservator Gorakhpur must be redressed by principal chief conservator Lucknow. प्रभागीय वन अधिकारी-गोरखपुर,पर्यावरण,वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग
आवेदनकर्ता का विवरण : शिकायत संख्या:-40018821040996 आवेदक का नाम-Yogi M P Singh विषय-On one side of screen, yogi government in the state talk of good governance but on the other hand in the home district of Yogi Aditya Nath ji, there is a large-scale exploitation of the daily wage staff working in the purview of chief conservator Gorakhpur and Divisional Forest Officer Gorakhpur. Yogi Government thinking minimum pay wages in private sector but he must also think about the working of D.F.O. Gorakhpur and chief conservator Gorakhpur providing half of minimum wages to poor daily wage staff. Latest Minimum Wages for Shops & Establishment in Uttar Pradesh Important Note: The Uttar Pradesh Minimum Wages Notification (Oct 2021) Effective from Date: 1st Oct, 2021 Updated As On: 13th Oct, 2021 Unskilled Total Per Month 9184.00 Semi-skilled Total Per Month 10102.29  Skilled Total Per Month   11316.16  Divisional Forest Officer must know that minimum per month total wages for unskilled staff is Rs.9184 as decided by the government of Uttar Pradesh. PIO in the office of Divisional Forest Officer, Gorakhpur may provide the following information point wise as sought by the information seeker. Divisional Forest Officer must know that minimum per month total wages for unskilled staff is Rs.9184 as decided by the government of Uttar Pradesh. Here it must be noted that Divisional Forest Officer and Chief Conservator Gorakhpur are providing only 5000 rupees per month which is half of the minimum wages decided by the Yogi Aditya Nath government in the state. Our chief minister is failed to curb the exploitation of the poor labourers in his home district from where he was elected member of parliament for record times. श्री मान जी एक ही स्टेनो पिछले २० वर्षो से प्रभागीय बनाधिकारी गोरखपुर और मुख्य बन संरक्षक गोरखपुर के लिए भी कार्य करता है जब की नए स्थानांतरण नीति के अनुसार तृतीय श्रेणी के कर्मचारी का डेस्क तीन वर्ष में बदल जाते है किन्तु यहा तो आराजकता का राज्य है यहा बिधि नहीं ब्यक्ति बड़ा है सोचिये १५० से भी ज्यादा दैनिक वेतन भोगी श्रमिकों का मामला है जिन्हे मामूली ५००० रूपये मासिक पारिश्रमिक दिया जाता है जो राज्य सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम वेतन का भी आधा है किन्तु स्टेनो महोदय का कमाल है जो योगी एम पी. सिंह के लिए एक पेज टाइप कर लिए है और हमारे हर प्रत्यावेदन में चाहे विषय वस्तु कुछ भी हो वही नोट डेट बदल कर रिपोर्ट के रूप में संलग्न कर देते है यहां पर नाम बदनाम करने की आवश्यकता नहीं है किन्तु महत्वपूर्ण यह सोचने की है गोरखपुर बन विभाग को पिछले २० वर्षो से क्या एक स्टेनो चला रहा है या पिछले २० वर्षो में जितने भी प्रभागीय बनाधिकारी गोरखपुर और मुख्य बन संरक्षक गोरखपुर बनाये गए किसी ने ईश्वर द्वारा प्रदत्त विवेक का इस्तेमाल नहीं किया बल्कि वही कार्यशैली अपनाई जो पूर्ववर्ती अधिकारिओं द्वारा अपनाई गई इस कार्यशैली से इस बात पर संदेह जाता है क्या ये सभी अधिकारी कही उस स्टेनो के दिमाग से तो नहीं चलते थे क्योकि पिछले चार वर्षो से मै देख रहा हूँ किसी भी प्रत्यावेदन में उपरोक्त अधिकारिओं द्वारा बिना गुण दोष की विवेचना किये पूर्ववर्ती अधिकारिओं द्वारा प्रस्तुत आख्या को दुहराया जाता है जो की स्वस्थ ब्यवस्था का संकेत नहीं है श्री मान जी यदि स्टेनो के ही दिमाग से चलना है तो उपरोक्त दोनों अधिकारिओं के तनख्वाह से चार स्टेनो की नियुक्ति होगी अर्थात इस बेरोजगारी में चार लोगो को सरकारी नौकरी मिलेगी बेरोजगारी कुछ कम होगी श्री मान किस आधार पर उपरोक्त स्टेनो महोदय गोरखपुर मंडल के उस के कुर्सी पर आसीन है जब कि योगी सरकार की नई तबादला नीति लागू है जिसका उद्देश्य भ्र्ष्टाचार दूर करना है किन्तु उसका सही ढंग से प्रवर्तन खुद गोरखपुर मंडल के बन विभाग में ही नहीं हुआ है एक व्यक्ति एक ही कुर्सी पर पिछले बीस वर्षो से डटा है और मंडल स्तर के अधिकारिओं का कार्य देख रहा है क्यों की वह उनका विश्वास पात्र है उसके लिए योगी सरकार की नई तबादला नीति कोई मायने नहीं रखता वह द्वारा स्थापित परंपरा के ऊपर है अन्यथा योगी की ईमानदारी उसे ले डूबती जिस मंडल
Grievance Document
Current Status
Under process   
Date of Action
26/10/2021
Officer Concerns To
Officer Name
Shri Bhaskar Pandey
Officer Designation
Joint Secretary
Contact Address
Chief Minister Secretariat Room No.321 U.P. Secretariat, Lucknow
Email Address
bhaskar.12214@gov.in
Contact Number
2226350
संदर्भ संख्या : 40018821041353 , दिनांक - 26 Oct 2021 तक की स्थिति

आवेदनकर्ता का विवरण :

शिकायत संख्या:-40018821041353

आवेदक का नाम-Yogi M P Singhविषय-आवेदनकर्ता का विवरण : शिकायत संख्या:-40018821040996 आवेदक का नाम-Yogi M P Singh विषय-On one side of screen, yogi government in the state talk of good governance but on the other hand in the home district of Yogi Aditya Nath ji, there is a large-scale exploitation of the daily wage staff working in the purview of chief conservator Gorakhpur and Divisional Forest Officer Gorakhpur. Yogi Government thinking minimum pay wages in private sector but he must also think about the working of D.F.O. Gorakhpur and chief conservator Gorakhpur providing half of minimum wages to poor daily wage staff. Latest Minimum Wages for Shops & Establishment in Uttar Pradesh Important Note: The Uttar Pradesh Minimum Wages Notification (Oct 2021) Effective from Date: 1st Oct, 2021 Updated As On: 13th Oct, 2021 Unskilled Total Per Month 9184.00 Semi-skilled Total Per Month 10102.29  Skilled Total Per Month   11316.16  Divisional Forest Officer must know that minimum per month total wages for unskilled staff is Rs.9184 as decided by the government of Uttar Pradesh. PIO in the office of Divisional Forest Officer, Gorakhpur may provide the following information point wise as sought by the information seeker. Divisional Forest Officer must know that minimum per month total wages for unskilled staff is Rs.9184 as decided by the government of Uttar Pradesh. Here it must be noted that Divisional Forest Officer and Chief Conservator Gorakhpur are providing only 5000 rupees per month which is half of the minimum wages decided by the Yogi Aditya Nath government in the state. Our chief minister is failed to curb the exploitation of the poor labourers in his home district from where he was elected member of parliament for record times. श्री मान जी एक ही स्टेनो पिछले २० वर्षो से प्रभागीय बनाधिकारी गोरखपुर और मुख्य बन संरक्षक गोरखपुर के लिए भी कार्य करता है जब की नए स्थानांतरण नीति के अनुसार तृतीय श्रेणी के कर्मचारी का डेस्क तीन वर्ष में बदल जाते है किन्तु यहा तो आराजकता का राज्य है यहा बिधि नहीं ब्यक्ति बड़ा है सोचिये १५० से भी ज्यादा दैनिक वेतन भोगी श्रमिकों का मामला है जिन्हे मामूली ५००० रूपये मासिक पारिश्रमिक दिया जाता है जो राज्य सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम वेतन का भी आधा है किन्तु स्टेनो महोदय का कमाल है जो योगी एम पी. सिंह के लिए एक पेज टाइप कर लिए है और हमारे हर प्रत्यावेदन में चाहे विषय वस्तु कुछ भी हो वही नोट डेट बदल कर रिपोर्ट के रूप में संलग्न कर देते है यहां पर नाम बदनाम करने की आवश्यकता नहीं है किन्तु महत्वपूर्ण यह सोचने की है गोरखपुर बन विभाग को पिछले २० वर्षो से क्या एक स्टेनो चला रहा है या पिछले २० वर्षो में जितने भी प्रभागीय बनाधिकारी गोरखपुर और मुख्य बन संरक्षक गोरखपुर बनाये गए किसी ने ईश्वर द्वारा प्रदत्त विवेक का इस्तेमाल नहीं किया बल्कि वही कार्यशैली अपनाई जो पूर्ववर्ती अधिकारिओं द्वारा अपनाई गई इस कार्यशैली से इस बात पर संदेह जाता है क्या ये सभी अधिकारी कही उस स्टेनो के दिमाग से तो नहीं चलते थे क्योकि पिछले चार वर्षो से मै देख रहा हूँ किसी भी प्रत्यावेदन में उपरोक्त अधिकारिओं द्वारा बिना गुण दोष की विवेचना किये पूर्ववर्ती अधिकारिओं द्वारा प्रस्तुत आख्या को दुहराया जाता है जो की स्वस्थ ब्यवस्था का संकेत नहीं है श्री मान जी यदि स्टेनो के ही दिमाग से चलना है तो उपरोक्त दोनों अधिकारिओं के तनख्वाह से चार स्टेनो की नियुक्ति होगी अर्थात इस बेरोजगारी में चार लोगो को सरकारी नौकरी मिलेगी बेरोजगारी कुछ कम होगी श्री मान किस आधार पर उपरोक्त स्टेनो महोदय गोरखपुर मंडल के उस के कुर्सी पर आसीन है जब कि योगी सरकार की नई तबादला नीति लागू है जिसका उद्देश्य भ्र्ष्टाचार दूर करना है किन्तु उसका सही ढंग से प्रवर्तन खुद गोरखपुर मंडल के बन विभाग में ही नहीं हुआ है एक व्यक्ति एक

Department -पर्यावरण,वन एवं जलवायु परिवर्तन विभागComplaint Category -

नियोजित तारीख-05-11-2021शिकायत की स्थिति-

Level -जनपद स्तरPost -प्रभागीय वन अधिकारी

प्राप्त रिमाइंडर-

प्राप्त फीडबैक -दिनांक को फीडबैक:-

फीडबैक की स्थिति -

संलग्नक देखें -Click here

नोट- अंतिम कॉलम में वर्णित सन्दर्भ की स्थिति कॉलम-5 में अंकित अधिकारी के स्तर पर हुयी कार्यवाही दर्शाता है!

अग्रसारित विवरण :

क्र.स. सन्दर्भ का प्रकार आदेश देने वाले अधिकारी प्राप्त/आपत्ति दिनांक नियत दिनांक अधिकारी को प्रेषित आदेश स्थिति

1 अंतरित ऑनलाइन सन्दर्भ 26-10-2021 05-11-2021 प्रभागीय वन अधिकारी-गोरखपुर,पर्यावरण,वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग अनमार्क

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  1. The matter concerns the anarchy in the working of Divisional Forest officer and chief conservator Gorakhpur must be redressed by principal chief conservator Lucknow. प्रभागीय वन अधिकारी-गोरखपुर,पर्यावरण,वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग
    आवेदनकर्ता का विवरण : शिकायत संख्या:-40018821040996 आवेदक का नाम-Yogi M P Singh विषय-On one side of screen, yogi government in the state talk of good governance but on the other hand in the home district of Yogi Aditya Nath ji, there is a large-scale exploitation of the daily wage staff working in the purview of chief conservator Gorakhpur and Divisional Forest Officer Gorakhpur.

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