Name Yogi M P Singh
Date of Filing 11/08/2021
Status REQUEST TRANSFERRED TO OTHER PUBLIC AUTHORITY as on 31/08/2021
Details of Public Autority :- LUCKNOW DEVELOPMENT AUTHORITY.
vide registration number :- LKDPA/R/2021/80040 respectively.
Note:- Further details will be available on viewing the status of the above-mentioned new request registration number.
Nodal Officer Details
Telephone Number 9454413750
Email-ID homepolice015@gmail.com
Registration Number LKDPA/R/2021/80040
Name Yogi M P Singh
Date of Filing 31/08/2021
Status RTI REQUEST RECEIVED as on 31/08/2021
Nodal Officer Details
Telephone Number 9918001643
Email-ID ldartionline@gmail.com
Online RTI Request Form Details
Public Authority Details :-
* Public Authority Home Department
Personal Details of RTI Applicant:-
Registration Number DHOME/R/2021/60189
Date of Filing 11/08/2021
* Name Yogi M P Singh
Gender Male
* Address Mohalla Surekapuram , Jabalpur Road, Sangmohal post office
Pincode 231001
Country India
State Uttar Pradesh
Status Details not provided
Pincode Details not provided
Phone Number Details not provided
Mobile Number +91-7379105911
Email-ID yogimpsingh[at]gmail[dot]com
Request Details :-
Citizenship Indian
* Is the Applicant Below Poverty Line ? No
((Description of Information sought (upto 500 characters) )
* Description of Information Sought An application on behalf of Dinesh Pratap Singh S/O Angad Prasad Singh Order of High court attached to R.T.I. communiqué and quote is as- It is simply ordered that the respondent number 4 to7 shall open the lock of the staircase so that Smt Anuradha Singh the petitioner may come out of the house and take the proper and appropriate remedy in the competent court and after that, she may have the liberty to go anywhere. Applicant wants to draw the kind attention of the respondent number First who is Secretary of home department, civil secretariat, Government of Uttar Pradesh and respondent number second who is senior superintendent of police Lucknow as well as the station house officer police station Ashiyana who is the respondent number 3 in the Writ Petition Number 135 HC Year 2006 filed in the Lucknow bench of the High court of Judicature at Allahabad filed by Anuradha Singh also named Guddi also named Aradhana Singh.
1- सक्षम न्यायालय द्वारा पारित आदेश जैसा की उपरोक्त ने आदेश किया उपरोक्त आदेश का हिंदी रूपांतरण है प्रतिवादी संख्या चार से सात सीढ़ियों का ताला खोल दे जिससे याचिका कर्ता अनुराधा सिंह बाहर आ सके और सक्षम न्यायालय से उचित उपचार हासिल करे और उसके पश्चात उसे कही भी जाने की स्वतंत्रता होगी महोदय जैसा की उच्च न्यायालय ने आदेश दिया उसका अनुपालन सुनिश्चित करना प्रतिवादी १,२ और तीन की जिम्मेदारी थी और अब संलग्नक एक से स्पस्ट है निबंधन विलेख का संपादन लखनऊ विकास प्राधिकरण द्वारा किया जा चूका है श्री मान जी आप द्वारा किस तरह से अनुराधा सिंह द्वारा माननीय उच्च न्यायालय के अनुपालन सुनिश्चित कराया गया
२-यदि आप के पास उपरोक्त माननीय उच्च न्यायालय के आदेश के क्रम में कोई सक्षम न्यायालय द्वारा पारित आदेश जो अनुराधा सिंह की मालिकाना हक़ को पुष्ट करता हो तो उस आदेश की प्रति उपलब्ध कराये
३-यदि अनुराधा सिंह टाइटल सूट नहीं योजित की और गलत तरीके से निबंधन विलेख का संपादन करा लिया तो आप ने क्या कार्यवाही की विवरण उपलब्ध कराये
* Concerned PIO VINOD KUMAR P-04
Supporting document ((only pdf upto 1 MB))
Online RTI Request Form Details
Public Authority Details :-
* Public Authority LUCKNOW DEVELOPMENT AUTHORITY
Personal Details of RTI Applicant:-
Registration Number LKDPA/R/2021/80040
Date of Filing 31/08/2021
* Name Yogi M P Singh
Gender Male
* Address Mohalla Surekapuram , Jabalpur Road, Sangmohal post office
Pincode 231001
Country India
State Uttar Pradesh
Status Details not provided
Pincode Details not provided
Phone Number Details not provided
Mobile Number +91-7379105911
Email-ID yogimpsingh[at]gmail[dot]com
Request Details :-
Citizenship Indian
* Is the Applicant Below Poverty Line ? No
((Description of Information sought (upto 500 characters) )
* Description of Information Sought An application on behalf of Dinesh Pratap Singh S/O Angad Prasad Singh Order of High court attached to R.T.I. communiqué and quote is as- It is simply ordered that the respondent number 4 to7 shall open the lock of the staircase so that Smt Anuradha Singh the petitioner may come out of the house and take the proper and appropriate remedy in the competent court and after that, she may have the liberty to go anywhere. Applicant wants to draw the kind attention of the respondent number First who is Secretary of home department, civil secretariat, Government of Uttar Pradesh and respondent number second who is senior superintendent of police Lucknow as well as the station house officer police station Ashiyana who is the respondent number 3 in the Writ Petition Number 135 HC Year 2006 filed in the Lucknow bench of the High court of Judicature at Allahabad filed by Anuradha Singh also named Guddi also named Aradhana Singh. 1- सक्षम न्यायालय द्वारा पारित आदेश जैसा की उपरोक्त ने आदेश किया उपरोक्त आदेश का हिंदी रूपांतरण है प्रतिवादी संख्या चार से सात सीढ़ियों का ताला खोल दे जिससे याचिका कर्ता अनुराधा सिंह बाहर आ सके और सक्षम न्यायालय से उचित उपचार हासिल करे और उसके पश्चात उसे कही भी जाने की स्वतंत्रता होगी महोदय जैसा की उच्च न्यायालय ने आदेश दिया उसका अनुपालन सुनिश्चित करना प्रतिवादी १,२ और तीन की जिम्मेदारी थी और अब संलग्नक एक से स्पस्ट है निबंधन विलेख का संपादन लखनऊ विकास प्राधिकरण द्वारा किया जा चूका है श्री मान जी आप द्वारा किस तरह से अनुराधा सिंह द्वारा माननीय उच्च न्यायालय के अनुपालन सुनिश्चित कराया गया २-यदि आप के पास उपरोक्त माननीय उच्च न्यायालय के आदेश के क्रम में कोई सक्षम न्यायालय द्वारा पारित आदेश जो अनुराधा सिंह की मालिकाना हक़ को पुष्ट करता हो तो उस आदेश की प्रति उपलब्ध कराये ३-यदि अनुराधा सिंह टाइटल सूट नहीं योजित की और गलत तरीके से निबंधन विलेख का संपादन करा लिया तो आप ने क्या कार्यवाही की विवरण उपलब्ध कराये
* Concerned PIO Nodal Officer
Supporting document ((only pdf upto 1 MB))
सक्षम न्यायालय द्वारा पारित आदेश जैसा की उपरोक्त ने आदेश किया उपरोक्त आदेश का हिंदी रूपांतरण है प्रतिवादी संख्या चार से सात सीढ़ियों का ताला खोल दे जिससे याचिका कर्ता अनुराधा सिंह बाहर आ सके और सक्षम न्यायालय से उचित उपचार हासिल करे और उसके पश्चात उसे कही भी जाने की स्वतंत्रता होगी महोदय जैसा की उच्च न्यायालय ने आदेश दिया उसका अनुपालन सुनिश्चित करना प्रतिवादी १,२ और तीन की जिम्मेदारी थी और अब संलग्नक एक से स्पस्ट है निबंधन विलेख का संपादन लखनऊ विकास प्राधिकरण द्वारा किया जा चूका है श्री मान जी आप द्वारा किस तरह से अनुराधा सिंह द्वारा माननीय उच्च न्यायालय के अनुपालन सुनिश्चित कराया गया
ReplyDelete