Whether it is not biased approach of the Jigana police that not taking any action in serious criminal matter promoting offenders

 



संदर्भ संख्या : 40019921010783 , दिनांक - 28 Jun 2021 तक की स्थिति

आवेदनकर्ता का विवरण :

शिकायत संख्या:-40019921010783

आवेदक का नाम-Kamlesh Singhविषय-श्री मान जी कल रविवार के दिन २७/०६/२०२१  को विपक्षियों द्वारा मड़हा  प्रार्थी की जमीन में लगाया गया जो की संलग्न फोटोग्राफ्स से स्पस्ट है यदि प्रार्थी आपत्ति करता तो उसके परिवार के लोगो और प्रार्थी का फिर से हाथ टूटता और सर फूटता और फैजदारी की चौथी घटना होती तीन महीने के भीतर और पुनः आप उसे आप अपने ढंग से रफा दफा कर देते महोदय आप ये बताये की विपक्षी द्वारा मड़हा क्या हलका उपनिरीक्षक दीनानाथ यादव के आदेश से हुआ है क्योकि उपजिलाधिकारी सदर ने तो प्रार्थी के ओर से प्रस्तुत प्रत्यावेदन पर कोई निर्णय नहीं लिया है अर्थात निस्तारण  लंबित है क्या आप की सतर्क दृष्टि इसी को शांति ब्यवस्था कहती है यदि अन्याय को व्यक्ति सह ले शांति और प्रतिवाद करे १०७ /११६ में निरुद्ध हो वह भी हाथ और सर तुड़वा कर धन्य है आप की ईमानदारी आरोप पुलिस की संदिग्ध कार्यशैली संदर्भ संख्या : 40019921010310 , दिनांक - 28 Jun 2021 तक की स्थितिआवेदनकर्ता का विवरण : शिकायत संख्या:-40019921010310आवेदक का नाम-कमलेश सिंहविषय-सेवा में पुलिस अधीक्षक जिला -मिर्ज़ापुर , उत्तर प्रदेश विषय -दीनानाथ यादव कुल ६००० रुपये ले चुके कार्यवाही के नाम पर किन्तु अभी तक एक भी अभियुक्त गिरप्तार नहीं हुए महोदय श्री मान जी ३५०० रुपये की बोलेरो गाड़ी करके २७ मई २०२१ को जिगना थाने से सोनभद्र गए मेडिकल एग्जामिनेशन वास्ते क्योकि दिनांक २६ मई २०२१ सर्रोई प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सर्रोई द्वारा मेडिकल एग्जामिनेशन करने के पश्चात् मामले को मंडलीय अस्पताल हजरत यूसुफ इमाम मंडलीय हॉस्पिटल अग्रसारित किया क्योकि उनके पास एक्स रे की ब्यवस्था नहीं है किन्तु २६ तारीख को कोई डॉक्टर उपरोक्त जिला अस्पताल उपस्थित नहीं थे और दूसरे दिन जिला अस्पताल के डॉक्टर मामले को जिला सोनभद्र जिला अस्पताल भेज दिए दिनांक २९ मई २०२१ को ग्राम प्रधान नीरज के बुलाने पर प्रार्थी प्रधान के घर अपने पुत्र के साथ मोटर साइकिल से गया वहा पर नीरज प्रधान , खिलाडी सिंह , लाला , उदय राज सिंह और अन्य के समक्ष उपनिरीक्षक दीनानाथ यादव को प्रार्थी ने डीजल के नाम पर ५००० हजार रुपये दिया जिससे की मामले में कार्यवाही आगे बढ़ सके दिन शुक्रवार को तारीख १८ जून २०२१ जिगना थाने में मेडिकल एग्जामिनेशन के रिपोर्ट को सोनभद्र से लाने हेतु उपनिरीक्षक दीनानाथ यादव ने १००० रुपये लिया है किन्तु अभी तक उपनिरीक्षक दीनानाथ यादव महोदय ने अभी तक मेडिकल एग्जामिनेशन रिपोर्ट प्रार्थी को उपलब्ध नहीं कराया श्री मान जी अभी तक एक भी अभियुक्त को दीनानाथ यादव उपनिरीक्षक द्वारा गिरप्तार नहीं किया गया सम्बंधित को निर्देशित करे की मामले में लीपापोती न करे उचित कार्यवाही करे दिनांक २२ जून २०२१ प्रार्थी कमलेश सिंह कमलेश सिंह पुत्र रघुबर दयाल सिंह पता - ग्राम कोठरा कंतित , पोस्ट श्री निवासधाम जिला मिर्ज़ापुर थाना जिगना पिन कोड २३१३१३विभाग -पुलिसशिकायत श्रेणी -नियोजित तारीख-29-06-2021शिकायत की स्थिति- स्तर -थाना स्तरपद -थानाध्‍यक्ष/प्रभारी नि‍रीक्षक: क्र.स. सन्दर्भ का प्रकार आदेश देने वाले अधिकारी प्राप्त/आपत्ति दिनांक नियत दिनांक अधिकारी को प्रेषित आदेश स्थिति1 अंतरित ऑनलाइन सन्दर्भ 22-06-2021 29-06-2021 थानाध्‍यक्ष/प्रभारी नि‍रीक्षक-जिगना,जनपद-मिर्ज़ापुर,पुलिस अनमार्क

विभाग -पुलिसशिकायत श्रेणी -

नियोजित तारीख-05-07-2021शिकायत की स्थिति-

स्तर -थाना स्तरपद -थानाध्‍यक्ष/प्रभारी नि‍रीक्षक

प्राप्त रिमाइंडर-

प्राप्त फीडबैक -दिनांक को फीडबैक:-

फीडबैक की स्थिति -

संलग्नक देखें -Click here

नोट- अंतिम कॉलम में वर्णित सन्दर्भ की स्थिति कॉलम-5 में अंकित अधिकारी के स्तर पर हुयी कार्यवाही दर्शाता है!

अग्रसारित विवरण :

क्र.स. सन्दर्भ का प्रकार आदेश देने वाले अधिकारी प्राप्त/आपत्ति दिनांक नियत दिनांक अधिकारी को प्रेषित आदेश स्थिति

1 अंतरित ऑनलाइन सन्दर्भ 28-06-2021 05-07-2021 थानाध्‍यक्ष/प्रभारी नि‍रीक्षक-जिगना,जनपद-मिर्ज़ापुर,पुलिस अनमार्क

Comments

  1. श्री मान जी कल रविवार के दिन २७/०६/२०२१ को विपक्षियों द्वारा मड़हा प्रार्थी की जमीन में लगाया गया जो की संलग्न फोटोग्राफ्स से स्पस्ट है यदि प्रार्थी आपत्ति करता तो उसके परिवार के लोगो और प्रार्थी का फिर से हाथ टूटता और सर फूटता और फैजदारी की चौथी घटना होती तीन महीने के भीतर और पुनः आप उसे आप अपने ढंग से रफा दफा कर देते महोदय आप ये बताये की विपक्षी द्वारा मड़हा क्या हलका उपनिरीक्षक दीनानाथ यादव के आदेश से हुआ है क्योकि उपजिलाधिकारी सदर ने तो प्रार्थी के ओर से प्रस्तुत प्रत्यावेदन पर कोई निर्णय नहीं लिया है अर्थात निस्तारण लंबित है क्या आप की सतर्क दृष्टि इसी को शांति ब्यवस्था कहती है यदि अन्याय को व्यक्ति सह ले शांति और प्रतिवाद करे १०७ /११६ में निरुद्ध हो वह भी हाथ और सर तुड़वा कर धन्य है आप की ईमानदारी आरोप पुलिस की संदिग्ध कार्यशैली

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  2. From the contents of the post it is quite obvious that the integrity of the police concerned is under cloud and the need of hour is that an enquiry may be ordered to check the integrity of the police so that growing corruption in the police may be controlled and accountability of the police personnel may be ensured..
    Undoubtedly there must be transparency and accountability in the working of the public authority so Right to Information act 2005 was introduced by the government of India but the provisions of the the transparency actt are being overlooked because of the corruption.

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  3. Here root cause of this anarchy is the biased approach of the police concerned otherwise they do not quarrel in this way.
    Think about the wrongdoers who committed serious criminal offences but is still wondering feely then why will they not commit the same offences again and again which is the root cause that this cottage was used to grab the land.

    The failure of law and order machinery in the state of Uttar Pradesh is that there is rampant corruption in the department of police in the Government of Uttar Pradesh and there is politicisation of police machinery.

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  4. Whether such working style represents the honesty of the police personnel in the state of Uttar Pradesh ipso facto? Open corruption yet few political masters are honest.
    २९ मई २०२१ को ग्राम प्रधान नीरज के बुलाने पर प्रार्थी प्रधान के घर अपने पुत्र के साथ मोटर साइकिल से गया वहा पर नीरज प्रधान , खिलाडी सिंह , लाला , उदय राज सिंह और अन्य के समक्ष उपनिरीक्षक दीनानाथ यादव को प्रार्थी ने डीजल के नाम पर ५००० हजार रुपये दिया जिससे की मामले में कार्यवाही आगे बढ़ सके दिन शुक्रवार को तारीख १८ जून २०२१ जिगना थाने में मेडिकल एग्जामिनेशन के रिपोर्ट को सोनभद्र से लाने हेतु उपनिरीक्षक दीनानाथ यादव ने १००० रुपये लिया है किन्तु अभी तक उपनिरीक्षक दीनानाथ यादव महोदय ने अभी तक मेडिकल एग्जामिनेशन रिपोर्ट प्रार्थी को उपलब्ध नहीं कराया

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