Sudarshan Maurya aggrieved with the report of Chauki In-charge submits representation before higher rank police officers

 



संदर्भ संख्या : 40019921010071, दिनांक - 19 Jun 2021 तक की स्थिति

आवेदनकर्ता का विवरण :

शिकायत संख्या:-40019921010071

आवेदक का नाम-Sudarshan Mauryaविषय-प्रार्थी द्वारा निम्न प्रकरण प्रस्तुत किया गया जिसका निस्तारण गुण  दोष के आधार पर नहीं किया गया संदर्भ संख्या : 40019921009611 , दिनांक - 19 Jun 2021 तक की स्थितिआवेदनकर्ता का विवरण :शिकायत संख्या:-40019921009611 आवेदक का नाम-Sudarshan Mauryaअंतरित ऑनलाइन सन्दर्भ 13-06-2021 थानाध्‍यक्ष/प्रभारी नि‍रीक्षक-कोतवाली कटरा,जनपद-मिर्ज़ापुर,पुलिस 18-06-2021 आख्या सलग्न कर अवलोकनार्थ प्रेषित है। निस्तारित प्रार्थी द्वारा प्रस्तुत तथ्य इस प्रकार है अभी 2 महीने पहले हम ने एक 22'×35'  फीट का हाल बनवाया दरी का कार्य करने के लिए कर्ज लेकर रोजी रोटी के लिए लेकिन ठेकेदार की लापरवाही से हमारे नवनिर्मित हाल का छत का एक लिटंर 10 जगह से और दुसरा लिंटर 8 जगह से क्रेक कर गया महोदय पुलिस रिपोर्ट के अनुसार २०'×35'  फीट का हाल पुलिस रिपोर्ट में पिलर में दरार की बात कर रही है जब की ब्यथा  निवारण प्रार्थना पत्र  में प्रार्थी द्वारा कुछ इस प्रकार कहा  गया है  ठेकेदार की लापरवाही से हमारे नवनिर्मित हाल का छत का एक लिटंर 10 जगह से और दुसरा लिंटर 8 जगह से क्रेक कर गया । हम  इन्जीनियर को बुला कर दिखवाए तो मालुम हुआ की ठेकेदार की लापरवाही से लिंटेल की मोटाई १८ इंच के स्थान पर १० इंच रखा अर्थात  कम बनाने की वजह से क्रैक हुआ है और ठेकेदार द्वारा खुद स्वीकार किया गया है की यदि दो पिलर के बीच की दूरी २२  फिट है तो लिंटेल या हैंगिंग आर.सी.सी. बीम २२  इंच होनी चाहिए महोदय प्रार्थी चौकी इंचार्ज महोदय के  तर्क से सहमत है की मामला तकनीक से सम्बंधित है किन्तु यदि ऊपरी तौर स्पस्ट है तकनीकी मानको को ठेकेदार ने पालन नहीं किया तो ठेकेदार को आपराधिक कृत्य का दोषी मानना उचित है और कार्यवाही को उचित दिशा में ले जाने से मामले के निपटने में शीघ्रता होती जो न्याय हित  में जरुरी था श्री मान जी जांच में जो कमिया है उसके लिए चौकी का सिपाही दोषी है क्योकि उसने बारीकी से निरीक्षण नहीं किया सोचिये छत की की लिंटल में दरार है और चौकी इंचार्ज महोदय की रिपोर्ट कह रही पिलर में दरार है इसका कारण  खुद का एप्लीकेशन ऑफ़ माइंड  से कोसो दूर है और सिपाही इमरान खान पर आँख मूद कर विश्वास कर रहे है यही कारण  है ब्यथा मामलो के निस्तारण में गुड़वत्ता की कमी है और सामान्य समस्याए भी छह छह महीने निपट रही है इमरान खान की धार्मिक कट्टरता उनके निष्पक्ष पूर्ण कार्यशैली में बाधक है जो की जांच से स्पस्ट है 

विभाग -पुलिसशिकायत श्रेणी -

नियोजित तारीख-19-07-2021शिकायत की स्थिति-

स्तर -क्षेत्राधिकारी स्तरपद -क्षेत्राधिकारी / सहायक पुलिस आयुक्त

प्राप्त रिमाइंडर-

प्राप्त फीडबैक -दिनांक को फीडबैक:-

फीडबैक की स्थिति -

संलग्नक देखें -Click here

नोट- अंतिम कॉलम में वर्णित सन्दर्भ की स्थिति कॉलम-5 में अंकित अधिकारी के स्तर पर हुयी कार्यवाही दर्शाता है!

अग्रसारित विवरण :

क्र.स. सन्दर्भ का प्रकार आदेश देने वाले अधिकारी प्राप्त/आपत्ति दिनांक नियत दिनांक अधिकारी को प्रेषित आदेश स्थिति

1 अंतरित ऑनलाइन सन्दर्भ 19-06-2021 19-07-2021 क्षेत्राधिकारी / सहायक पुलिस आयुक्त-क्षेत्राधिकारी , नगर ,जनपद-मिर्ज़ापुर,पुलिस अनमार्क

संदर्भ संख्या : 40019921010073 , दिनांक - 19 Jun 2021 तक की स्थिति

आवेदनकर्ता का विवरण :

शिकायत संख्या:-40019921010073

आवेदक का नाम-Sudarshan Mauryaविषय-प्रार्थी द्वारा निम्न प्रकरण प्रस्तुत किया गया जिसका निस्तारण गुण  दोष के आधार पर नहीं किया गया संदर्भ संख्या : 40019921009345 , दिनांक - 19 Jun 2021 तक की स्थितिआवेदनकर्ता का विवरण :शिकायत संख्या:-40019921009345 आवेदक का नाम-Sudarshan Mauryaअंतरित ऑनलाइन सन्दर्भ 09-06-2021 क्षेत्राधिकारी / सहायक पुलिस आयुक्त-क्षेत्राधिकारी , नगर ,जनपद-मिर्ज़ापुर 18-06-2021 अधीनस्थ अधिकारी के स्तर पर निस्तारित निक्षेपित 2 अंतरित क्षेत्राधिकारी / सहायक पुलिस आयुक्त (पुलिस ) 09-06-2021 आवश्यक कार्यवाही करने का कष्ट करें एवं आख्या प्रेषित करें थानाध्‍यक्ष/प्रभारी नि‍रीक्षक-कोतवाली कटरा,जनपद-मिर्ज़ापुर,पुलिस 18-06-2021 आख्या सलग्न कर अवलोकनार्थ प्रेषित है। निस्तारितसंदर्भ संख्या : 40019921009611 , दिनांक - 19 Jun 2021 तक की स्थितिआवेदनकर्ता का विवरण :शिकायत संख्या:-40019921009611 आवेदक का नाम-Sudarshan Mauryaअंतरित ऑनलाइन सन्दर्भ 13-06-2021 थानाध्‍यक्ष/प्रभारी नि‍रीक्षक-कोतवाली कटरा,जनपद-मिर्ज़ापुर,पुलिस 18-06-2021 आख्या सलग्न कर अवलोकनार्थ प्रेषित है। निस्तारित प्रार्थी द्वारा प्रस्तुत तथ्य इस प्रकार है अभी 2 महीने पहले हम ने एक 22'×35'  फीट का हाल बनवाया दरी का कार्य करने के लिए कर्ज लेकर रोजी रोटी के लिए लेकिन ठेकेदार की लापरवाही से हमारे नवनिर्मित हाल का छत का एक लिटंर 10 जगह से और दुसरा लिंटर 8 जगह से क्रेक कर गया महोदय पुलिस रिपोर्ट के अनुसार २०'×35'  फीट का हाल पुलिस रिपोर्ट में पिलर में दरार की बात कर रही है जब की ब्यथा  निवारण प्रार्थना पत्र  में प्रार्थी द्वारा कुछ इस प्रकार कहा  गया है  ठेकेदार की लापरवाही से हमारे नवनिर्मित हाल का छत का एक लिटंर 10 जगह से और दुसरा लिंटर 8 जगह से क्रेक कर गया । हम  इन्जीनियर को बुला कर दिखवाए तो मालुम हुआ की ठेकेदार की लापरवाही से लिंटेल की मोटाई १८ इंच के स्थान पर १० इंच रखा अर्थात  कम बनाने की वजह से क्रैक हुआ है और ठेकेदार द्वारा खुद स्वीकार किया गया है की यदि दो पिलर के बीच की दूरी २२  फिट है तो लिंटेल या हैंगिंग आर.सी.सी. बीम २२  इंच होनी चाहिए महोदय प्रार्थी चौकी इंचार्ज महोदय के  तर्क से सहमत है की मामला तकनीक से सम्बंधित है किन्तु यदि ऊपरी तौर स्पस्ट है तकनीकी मानको को ठेकेदार ने पालन नहीं किया तो ठेकेदार को आपराधिक कृत्य का दोषी मानना उचित है और कार्यवाही को उचित दिशा में ले जाने से मामले के निपटने में शीघ्रता होती जो न्याय हित  में जरुरी था श्री मान जी जांच में जो कमिया है उसके लिए चौकी का सिपाही दोषी है क्योकि उसने बारीकी से निरीक्षण नहीं किया सोचिये छत की की लिंटल में दरार है और चौकी इंचार्ज महोदय की रिपोर्ट कह रही पिलर में दरार है इसका कारण  खुद का एप्लीकेशन ऑफ़ माइंड  से कोसो दूर है और सिपाही इमरान खान पर आँख मूद कर विश्वास कर रहे है यही कारण  है ब्यथा मामलो के निस्तारण में गुड़वत्ता की कमी है और सामान्य समस्याए भी छह छह महीने निपट रही है इमरान खान की धार्मिक कट्टरता उनके निष्पक्ष पूर्ण कार्यशैली में बाधक है जो की जांच से स्पस्ट है 

विभाग -पुलिसशिकायत श्रेणी -

नियोजित तारीख-26-06-2021शिकायत की स्थिति-

स्तर -थाना स्तरपद -थानाध्‍यक्ष/प्रभारी नि‍रीक्षक

प्राप्त रिमाइंडर-

प्राप्त फीडबैक -दिनांक को फीडबैक:-

फीडबैक की स्थिति -

संलग्नक देखें -Click here

नोट- अंतिम कॉलम में वर्णित सन्दर्भ की स्थिति कॉलम-5 में अंकित अधिकारी के स्तर पर हुयी कार्यवाही दर्शाता है!

अग्रसारित विवरण :

क्र.स. सन्दर्भ का प्रकार आदेश देने वाले अधिकारी प्राप्त/आपत्ति दिनांक नियत दिनांक अधिकारी को प्रेषित आदेश स्थिति

1 अंतरित ऑनलाइन सन्दर्भ 19-06-2021 26-06-2021 थानाध्‍यक्ष/प्रभारी नि‍रीक्षक-कोतवाली कटरा,जनपद-मिर्ज़ापुर,पुलिस अनमार्क

Beerbhadra Singh

To write blogs and applications for the deprived sections who can not raise their voices to stop their human rights violations by corrupt bureaucrats and executives.

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  1. श्री मान जी जांच में जो कमिया है उसके लिए चौकी का सिपाही दोषी है क्योकि उसने बारीकी से निरीक्षण नहीं किया सोचिये छत की की लिंटल में दरार है और चौकी इंचार्ज महोदय की रिपोर्ट कह रही पिलर में दरार है इसका कारण खुद का एप्लीकेशन ऑफ़ माइंड से कोसो दूर है और सिपाही इमरान खान पर आँख मूद कर विश्वास कर रहे है यही कारण है ब्यथा मामलो के निस्तारण में गुड़वत्ता की कमी है और सामान्य समस्याए भी छह छह महीने निपट रही है इमरान खान की धार्मिक कट्टरता उनके निष्पक्ष पूर्ण कार्यशैली में बाधक है जो की जांच से स्पस्ट है

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  2. If the grievances of the common people will be redressed on the basis of the merit of the grievances then number of grievances submitted before the government will decrease because of the redress of the grievances to the satisfaction of the people so aggrieved will remain satisfied and they will not file more grievances on the same subject matter.

    There must be transparency and accountability in the dealing of public authorities but where is transparency and accountability if not a single point information will be provided by the public information officers.

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  3. Good governance and corruption both cannot run simultaneously so if our political masters are interested to provide good governance to citizens in the state then they will have to reduce the corruption and everyone knows that there is rampant corruption in the department of police and because of this corruption police not lodging even a single FIR without taking bribe and the entire cases which are being handled by the state police in the Uttar Pradesh that is affected because of corruption and no person belonging to the vulnerable section is getting justice in this anarchy.

    Here it is quite obvious that needy only knocks the door of the concerned accountable public functionaries but those grievances are closed by the police in the state through its arbitrary reports inconsistent with the submissions of the grievances.

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  4. It is quite obvious that police is not supporting the aggrieved Sudarshan Maurya because there is impact of the opposition party on the police. Report submitted by the police is quite implicit and inconsistent with the submission of the grievances. Police is saying that there is crack in the pillars while the actual fact is that the there are cracks in the lintel of the house I.e. hanging beam.

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