Failure of the government of Uttar Pradesh headed by Yogi Aditynath to take action against the corruption of L.D.A.

 












Grievance Status for registration number : GOVUP/E/2021/18334

Grievance Concerns To
Name Of Complainant
Yogi M. P. Singh
Date of Receipt
02/04/2021
Received By Ministry/Department
Uttar Pradesh
Grievance Description
Grievance Status for registration number : GOVUP/E/2021/07743
Grievance Concerns To Name Of Complainant Yogi M. P. Singh
Date of Receipt 13/02/2021 Received By Ministry/Department Uttar Pradesh
Grievance Description The matter concerns the failure of the government of Uttar Pradesh headed by Yogi Aditynath to take action against the corruption prevailing in the public offices in the government of Uttar Pradesh including chief minister office.
Demand -Action against Joint Secretary Arun Kumar Dube.
As well as demand of action against special working officer Rajeev Kumar for procrastinating on the matter concerned with deep rooted corruption as shielding the wrongdoer staffs of Lucknow Development Authority because protecting the corruption of the department..
The matter concerns the deep rooted corruption but the concerned government functionaries close the grievances by submitting arbitrary reports.
सचिव लखनऊ विकास प्राधिकरण ने अपने पत्र दिनांक २५/०३/२०२१ द्वारा जो की संयुक्त सचिव अरुण कुमार दुबे को सम्बोधित है पुनः वांछित अभिलेख की बात कर रहे है क्योकि विवाद से सम्बंधित कोई भी दस्तावेज न तो लखनऊ विकास प्राधिकरण के कार्यालय में है और न हीं पांचो भू खंड स्वामियों के पास है क्यों की वे अपने भूखंड का विक्रय के उपरांत समस्त मूल दस्तावेज दिनेश प्रताप सिंह को सौप दिए है
उपरोक्त द्वारा प्रार्थी से समस्त साक्ष्य और हलफनामा के साथ उपस्थित होने के लिए अनुरोध किया गया है श्री मान जी प्रार्थी द्वारा समस्त अभिलेख दिनेश प्रताप सिंह पुत्र श्री अंगद प्रसाद सिंह द्वारा उपलब्ध किये गए अभिलेखों की स्कैन कॉपी उपलब्ध कराई गई है और रंगीन स्कैन्ड कॉपी किसी भी मूल दस्तावेज की ऑथेंटिक प्रति होता है श्री मान जी प्रार्थी द्वारा उपलब्ध कराये गए दस्तावेजों के दो ही संरक्षक है १- खुद लखनऊ विकास प्राधिकरण जो सरकार का प्रतिनिधि है और विक्रेता है और २-क्रेता अर्थात आराधना सिंह उर्फ अनुराधा सिंह उर्फ गुड्डी सम्बंधित पांच भूखंडो की स्वामिनी जिनके पती का नाम बाबू सिंह है श्री मान जी आराधना सिंह उर्फ अनुराधा सिंह उर्फ गुड्डी के पास कोई दस्तावेज नहीं है मूल रूप में क्यों की समस्त दस्तावेज तीसरे क्रेता को अर्थात दिनेश प्रताप सिंह पुत्र श्री अंगद प्रसाद सिंह को मूल रूप में उपलब्ध करा दिया गया है श्री मान जी लखनऊ विकास प्राधिकरण के पास कोई दस्तावेज नहीं है मूल रूप में क्यों की समस्त दस्तावेज इसलिए गायब कर दिए गए क्योकि संपत्ति रजिस्ट्री का कार्य कूट रचित दस्तावेज से सम्पादित करना था और माननीय उच्च न्यायालय के आदेश को जिसमे मालिकाना हक़ निश्चित करना था उसको नजरअंदाज करने की एक बड़ी साजिश थी श्री मान जी रही प्रार्थी को मूल दस्तावेज उपलब्ध कराने की तो दिनेश प्रताप सिंह पुत्र श्री अंगद प्रसाद सिंह द्वारा पिछले बीसो सालो से उन्हें मूल दस्तावेज उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है जिनकी पुष्टि खुद लखनऊ विकास प्राधिकरण के दस्तावेज करते है श्री मान जी आपका आदेश हो तो दिनेश प्रताप सिंह पुत्र श्री अंगद प्रसाद सिंह द्वारा समस्त दस्तावेज आप की सेवा में पुनः प्रस्तुत किया जाय और आप माननीय उच्च न्यायालय के आदेश के क्रम में समस्त दस्तावेजों का परिशीलन करे साथ ही अनियमितताओं को भी जांच ले महोदय प्रार्थी द्वारा आप के समक्ष उन दस्तावेजों को प्रस्तुत करना जो की प्रार्थी के अभिरक्षा में नहीं है कैसे न्याय संगत हो सकता है जहा तक अनियमितता के सम्बन्ध में कार्यवाही का सम्बन्ध है वह कार्यवाही तो मूल दस्तावेजों के स्कैन कॉपी के आधार पर ही गतिशील है चूकि इस गंभीर अनियमितता में तत्कालीन कर्मचारी जांच की परिध में आ सकते है इसलिए आप जांच को दूसरा मोड़ देने का प्रयास कर रहे है आप से अपेक्षा है की आप मूल दस्तावेज दिनेश प्रताप सिंह पुत्र श्री अंगद प्रसाद सिंह तलब करे और संपत्ति मालिकाना हक़ निश्चित करे तथा उच्च न्यायालय का समादर सुनिश्चित करे और मामले का पटाक्षेप करे प्रार्थी से बार बार दस्तावेजों की मांग करना जिसका संरक्षक प्रार्थी नहीं है अबैध है आप प्रार्थी को कानून विरुद्ध कार्य करने के लिए बार बार दबाव न डाले क्योकि यह कृति भारतीय दंड विधान में अपराध की कोटि में आता है उसके लिए आप खुद उत्तरदायी होंगे
Grievance Document
Current Status
Grievance received
Date of Action
02/04/2021
Officer Concerns To
Forwarded to
Uttar Pradesh
Officer Name
Shri Bhaskar Pandey
Officer Designation
Joint Secretary
Contact Address
Chief Minister Secretariat Room No.321 U.P. Secretariat, Lucknow
Email Address
bhaskarpandey2214@gmail.com
Contact Number
2226350

Grievance Status for registration number : GOVUP/E/2021/07743

Grievance Concerns To
Name Of Complainant
Yogi M. P. Singh
Date of Receipt
13/02/2021
Received By Ministry/Department
Uttar Pradesh
Grievance Description
The matter concerns the failure of the government of Uttar Pradesh headed by Yogi Aditynath to take action against the corruption prevailing in the public offices in the government of Uttar Pradesh including chief minister office.
Demand -Action against Joint Secretary Arun Kumar Dube.
As well as demand of action against special working officer Rajeev Kumar for procrastinating on the matter concerned with deep rooted corruption as shielding the wrongdoer staffs of Lucknow Development Authority because protecting the corruption of the department..
The matter concerns the deep rooted corruption but the concerned government functionaries close the grievances by submitting arbitrary reports.
Grievance Status for registration number : GOVUP/E/2020/39477 and GOVUP/E/2020/29886
Grievance Concerns To Name Of Complainant Yogi M P Singh
Date of Receipt 13/12/2020 and 20/09/2020 respectively.
Date of Receipt 20/09/2020 Received By Ministry/Department Uttar Pradesh
Date of Action 08/12/2020 Remarks प्रकरण का सम्बरन्ध उ0प्र0 सरकार से नहीं
Whether the aforementioned reply is not the arbitrary reply.Grievance Status for registration number : GOVUP/E/2020/33676
Grievance Concerns To Name Of Complainant Yogi M. P. Singh
Date of Receipt 20/10/2020 Received By Ministry/Department Uttar Pradesh Date of Action 04/12/2020 Remarks प्रकरण का सम्बन्ध उ0प्र0 सरकार से नहीं है
संदर्भ संख्या : 60000210010604 , ददनांक - 13 Feb 2021 तक की स्थितत आवेदनकताभ का वववरण : तिकायत संख्या:-60000210010604 आवेदक का नाम- Yogi M P Singh More detail attached to representation.
Whether the aforementioned reply is not the arbitrary reply. It is quite ridiculous that the Chief Minister Office itself in the Government of Uttar Pradesh is not responding well to the representations concerned with the serious allegations of corruption. Which is quite obvious from the response of the joint secretary in the Chief Minister office of the Government of Uttar Pradesh. Who avoided the Representation concerned with the serious allegations of the corruption in the Lucknow Development Authority by overlooking the grievance on the flimsy ground? Which is the mockery of the law of land and the reflection of rampant corruption in the government machinery in Uttar Pradesh.It is quite obvious that concerned staff joint secretary Arun Kumar Dubey submitted an inconsistent, arbitrary note to manage the grievances disposed of. Which is the reflection of rampant corruption in the government machinery of the Government of Uttar Pradesh. The accountable public functionaries must demoralize such practices to curb the anarchy in the government machinery. Undoubtedly Arun Kumar Dube is colluding with the wrongdoer staff of the concerned department otherwise there was no need to attach such a report to manage the grievances disposed of. For detail, vide attached grievance.


सोचिये एक गरीब आदमी पांच प्लाट खरीद कर एक मकान बनाएगा जो की पूर्ण रूप से अबैध और अप्राकृतिक है किन्तु लखनऊ विकास प्राधिकरण में व्याप्त भ्रस्टाचार से ऐसा संभव हो रहा है प्रार्धना पत्र के साथ लखनऊ विकास प्राधिकरण के तीन इकरार नामा लगे है जो बाबू सिंह उसकी पत्नी आराधना उर्फ गुड्डी और कनिष्क कुमार सिंह के है जिसको उपरोक्त प्राधिकरण के कर्मचारी शीतला पाल सिंह सहायक नगर अधिकारी द्वारा सम्पादित किया गया है जिसके अनुसार बाबू सिंह की उम्र ३० वर्ष पत्नी आराधना उर्फ गुड्डी सिंह की उम्र २५ वर्ष तथा पुत्र कनिष्क कुमार सिंह की उम्र १८ वर्ष है अर्थात गर्भ स्थापना के समय पिता की उम्र ११ वर्ष और माता की उम्र ६ वर्ष अर्थात शास्त्र और विज्ञानं दोनों के लिए असंभव है किन्तु लखनऊ पुलिस और विकास प्राधिकरण के लिए बाबू सिंह और उनकी पत्नी आदर्श है और व्यक्ति आदर्श पुरुष में दोष नहीं देखता तभी तो पति , पत्नी , पुत्र, पत्नी की माँ और पत्नी के भाई के नाम एक झटके में पांच प्लाट लखनऊ विकास प्राधिकरण के कानपुर योजना के सेक्टर एच मुख्य मार्ग पर एस एस प्रकार के योजना के हथियाये
Grievance Document
Current Status
Case closed
Date of Action
25/03/2021
Remarks
PLEASE SEE THE ATTACHMENT. PLEASE SEE THE ATTACHMENT.
Reply Document
Rating
Poor
Rating Remarks
श्री मान जी प्रार्थी द्वारा समस्त अभिलेख दिनेश प्रताप सिंह पुत्र श्री अंगद प्रसाद सिंह द्वारा उपलब्ध किये गए अभिलेखों की स्कैन कॉपी उपलब्ध कराई गई है और रंगीन स्कैन्ड कॉपी किसी भी मूल दस्तावेज की ऑथेंटिक प्रति होता है श्री मान जी प्रार्थी द्वारा उपलब्ध कराये गए दस्तावेजों के दो ही संरक्षक है १- खुद लखनऊ विकास प्राधिकरण जो सरकार का प्रतिनिधि है और विक्रेता है और २-क्रेता अर्थात आराधना सिंह उर्फ अनुराधा सिंह उर्फ गुड्डी सम्बंधित पांच भूखंडो की स्वामिनी जिनके पती का नाम बाबू सिंह है श्री मान जी आराधना सिंह उर्फ अनुराधा सिंह उर्फ गुड्डी के पास कोई दस्तावेज नहीं है मूल रूप में क्यों की समस्त दस्तावेज तीसरे क्रेता को अर्थात दिनेश प्रताप सिंह पुत्र श्री अंगद प्रसाद सिंह को मूल रूप में उपलब्ध करा दिया गया है श्री मान जी लखनऊ विकास प्राधिकरण के पास कोई दस्तावेज नहीं है मूल रूप में क्यों की समस्त दस्तावेज इसलिए गायब कर दिए गए क्योकि संपत्ति रजिस्ट्री का कार्य कूट रचित दस्तावेज से सम्पादित करना था और माननीय उच्च न्यायालय के आदेश को जिसमे मालिकाना हक़ निश्चित करना था उसको नजरअंदाज करने की एक बड़ी सा
Officer Concerns To
Officer Name
Shri Bhaskar Pandey
Officer Designation
Joint Secretary
Contact Address
Chief Minister Secretariat Room No.321 U.P. Secretariat, Lucknow
Email Address
bhaskarpandey2214@gmail.com
Contact Number
2226350

Comments

  1. Demand -Action against Joint Secretary Arun Kumar Dube.
    As well as demand of action against special working officer Rajeev Kumar for procrastinating on the matter concerned with deep rooted corruption as shielding the wrongdoer staffs of Lucknow Development Authority because protecting the corruption of the department.

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  2. It is fact that Yogi government has 100 percent tolerance to the corruption. Undoubtedly there is substantial evidence of the corruption and most surprising is that wrongdoers took under teeth the numerous communications of Lucknow Development Authority because of the corruption in the working of the public authority. Even order passed by the High court of judicature kept aside by the police and L.D.A.

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  3. There is wide spread corruption in the Government of Uttar Pradesh and most surprising is that government functionaries are colluding with the corrupt elements and instead of taking action they are supporting the corrupt people and promoting backdoor and the black source of income which is the root cause of this anarchy.

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  4. Over 2 years Lucknow Development Authority seeking the documents from the opposition parties who were allotted government plots by making the mockery of the law of land and by floating the setup norms of the government but it is unfortunate they did not provide the documents which itself showing that something is wrong in the dealing of the Lucknow Development Authority which reflects corruption in the working.

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