श्री मान जी समाज कल्याण अधिकारी की तरह योगी एम्. पी. सिंह तथ्यों को घुमा फिरा कर नही पेश करते क्यों की वे एक घुसखोर अधिकारी नही है | जहा उनका जीवन घुसखोरी में बीता है वही प्रार्थी द्वारा पूर्ण जीवनभ्रस्टाचार के खिलाफ संघर्ष में लगाया गया है |श्री मान अब तो समाज कल्याण अधिकारी के रिपोर्ट से पुष्ट हो चुका है की प्रार्थी द्वारा लगाए गये दो आवेदन पत्रों में एक में अनुसूचित जाति भरा है और एक में अनुसूचित जनजाति भरा है | दोनों प्रिंट भारत सरकारके राज्य सरकार उत्तर प्रदेश की वेबसाइट से लिए गए है
Think about the dilapidated state of Right to Information act 2005 in the regime of Narendra Modi and in the state government headed by Yogi Adityanath as Central information commission directed to provide information but that information is still unavailable to the information seeker which implies that there is no rule of law in the state of Uttar Pradesh.
श्री मान जी समाज कल्याण अधिकारी की तरह योगी एम्. पी. सिंह तथ्यों को घुमा फिरा कर नही पेश करते क्यों की वे
ReplyDeleteएक घुसखोर अधिकारी नही है | जहा उनका जीवन घुसखोरी में बीता है वही प्रार्थी द्वारा पूर्ण जीवनभ्रस्टाचार के
खिलाफ संघर्ष में लगाया गया है |श्री मान अब तो समाज कल्याण अधिकारी के रिपोर्ट से पुष्ट हो चुका है की प्रार्थी द्वारा लगाए गये दो आवेदन पत्रों में एक में अनुसूचित जाति भरा है और एक में अनुसूचित जनजाति भरा है | दोनों प्रिंट भारत सरकारके राज्य सरकार उत्तर प्रदेश की वेबसाइट से लिए गए है
Think about the dilapidated state of Right to Information act 2005 in the regime of Narendra Modi and in the state government headed by Yogi Adityanath as Central information commission directed to provide information but that information is still unavailable to the information seeker which implies that there is no rule of law in the state of Uttar Pradesh.
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